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भारत जल्द लगाएगा ये स्वदेशी AI मॉडल, अमेरिका और चीन की बादशाहत को देगा टक्कर

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भारत अब एआई की दुनिया में अपनी पहचान बनाने के लिए तैयार है, और वह भी एक पूरी तरह से स्वदेशी दृष्टिकोण के साथ। एआई के क्षेत्र में अमेरिका और चीन के दबदबे के बाद, भारत अब अपनी ताकत दिखाने जा रहा है। आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आज यानी गुरूवार को ऐलान किया कि अगले 10 महीनों में भारत अपना खुद का जेनरेटिव एआई मॉडल लॉन्च करेगा, जो न केवल वैश्विक एआई नेताओं जैसे ChatGPT, Gemini, और DeepSeek को चुनौती देगा, बल्कि देश के विकास के लिए भी नए द्वार खोलेगा। यह कदम भारत को एआई की दुनिया में न केवल एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बना देगा, बल्कि तकनीकी और आर्थिक दृष्टिकोण से भी मजबूती प्रदान करेगा।

भारतीय कंपनियां और तकनीकी तैयारियां: 

भारत के स्वदेशी एआई मिशन के तहत सरकार ने रिलायंस जियो, टाटा कॉम्युनिकेशन, ओरिएंट टेक, और योट्टा कॉम जैसी कंपनियों को शॉर्टलिस्ट किया है। इसके अलावा, मौजूदा सरकारी कंप्यूटिंग फैसेलिटी में 18,693 ग्राफिक प्रोसेसिंग यूनिट्स (GPUs) हैं, जो एआई मॉडल को प्रशिक्षण देने के लिए आवश्यक हैं। इस मिशन के तहत भारत AI कंप्यूटिंग इकोसिस्टम को मज़बूत करेगा।

डेटा सुरक्षा और यूजर्स की प्राइवेसी:

भारत सरकार के लिए यूजर्स की प्राइवेसी और सुरक्षा सर्वोपरि है। अश्विनी वैष्णव ने बताया कि सरकार जल्द ही डीपसीक जैसी कंपनियों से भारत में सर्वर लगाने का आग्रह करेगी, ताकि यूजर्स के डेटा को सुरक्षित रखा जा सके।

India AI Mission: AI का समग्र उपयोग

भारत का India AI Mission केवल टेक्नोलॉजी तक ही सीमित नहीं रहेगा। इसका लक्ष्य एआई का इस्तेमाल हेल्थ, एजुकेशन, एग्रीकल्चर और अन्य क्षेत्रों में भी बढ़ाना है। इसके लिए केंद्र सरकार ने 10,000 करोड़ रुपये की राशि जारी की है और एआई स्टार्टअप्स को भी बढ़ावा दे रही है।

AI कंप्यूटिंग इकोसिस्टम: क्यों है यह इतना जरूरी?

AI मॉडल्स को प्रशिक्षित करने के लिए हाई-परफॉर्मेंस कंप्यूटर्स की आवश्यकता होती है, जो एडवांस GPUs के साथ लैस हों। इस इकोसिस्टम को मजबूत करने के लिए भारत सरकार एडवांस लैब्स स्थापित कर रही है, ताकि एआई में अमेरिका और चीन के दबदबे को चुनौती दी जा सके।

ग्लोबल एआई दबदबा को चुनौती देने के लिए भारत का कदम

 भारत का यह प्रयास न केवल देश के लिए तकनीकी विकास को गति देगा, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी एआई की ताकत में महत्वपूर्ण बदलाव लाने का कारण बनेगा।

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