चीन में एक बार फिर स्वास्थ्य संकट गहराता दिख रहा है, जहां कोरोनावायरस के बाद अब एक और श्वसन वायरस, ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV), चिंता का विषय बन गया है। हाल के वायरल वीडियो में चीनी अस्पतालों के बाहर भारी भीड़ देखी गई है, जिससे स्थिति की गंभीरता का पता चलता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस वायरस ने चीन में तेजी से पैर पसारे हैं, और बड़ी संख्या में लोगों में सांस संबंधी बीमारियां देखी जा रही हैं।
हॉन्गकॉन्ग एफपी की रिपोर्ट बताती है कि चीन में संक्रमण के मामलों में उछाल आया है, हालांकि फिलहाल हॉन्गकॉन्ग में इस वायरस के कम मामले दर्ज किए गए हैं। संक्रमण की बढ़ती रफ्तार ने HMPV को लेकर स्वास्थ्य अधिकारियों की चिंता बढ़ा दी है।
क्या है ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV)?
HMPV एक श्वसन वायरस है, जो इंसानों की सांस की नलियों पर हमला करता है।
- पहचान: इसकी खोज पहली बार 2001 में नीदरलैंड के वैज्ञानिकों ने की थी।
- वायरस परिवार: यह पैरामाइक्सोविरीडे परिवार से संबंधित है।
- फैलाव का तरीका: खांसने-छींकने से फैलता है, ठीक उसी तरह जैसे अन्य श्वसन संक्रमण।
किसे होता है इसका खतरा?
HMPV बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है।
- सामान्य लक्षण: सर्दी, खांसी, बुखार, और कफ।
- गंभीर लक्षण:
- ब्रोंकियोलाइटिस (फेफड़ों की नलियों में सूजन)।
- निमोनिया (फेफड़ों में पानी भरना)।
- गले और श्वसन नली में रुकावट, जिससे सांस लेने में कठिनाई।
- समय अवधि: सामान्यतः इसके लक्षण 3-5 दिनों तक रहते हैं।
HMPV और कोरोना: क्या है अंतर?
- समानताएं:
- लक्षण कोरोना और सामान्य फ्लू से मिलते-जुलते हैं।
- खांसी, बुखार, और सांस लेने में कठिनाई जैसे लक्षण।
- अंतर:
- HMPV मुख्यतः मौसमी संक्रमण माना जाता है, जबकि कोरोना हर मौसम में फैलता है।
- कोरोना के मुकाबले HMPV का फैलाव अभी तक सीमित है।
दुनिया में HMPV का असर
2023 में HMPV के मामले कई देशों में दर्ज किए गए, जिनमें नीदरलैंड, ब्रिटेन, फिनलैंड, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, अमेरिका, और चीन शामिल हैं।
क्या है HMPV का इलाज?
- वैक्सीन: फिलहाल HMPV के लिए कोई वैक्सीन उपलब्ध नहीं है।
- एंटीवायरल दवाएं: ये सीधे HMPV को खत्म नहीं करतीं, लेकिन प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक हैं।
- सावधानियां:
- लक्षण कम करने के लिए दवाओं का उपयोग।
- संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाए रखना।
चीन में HMPV का प्रभाव
- वायरस का प्रकोप: चीनी रिपोर्ट्स में HMPV के कारण सांस से जुड़ी बीमारियों में बढ़ोतरी देखी जा रही है।
- सरकारी कदम:
- निगरानी प्रणाली स्थापित की गई है।
- संक्रमण नियंत्रण और बचाव के लिए नए प्रोटोकॉल तैयार हो रहे हैं।
- अन्य वायरस का खतरा: HMPV के साथ-साथ इन्फ्लुएंजा ए और माइकोप्लास्मा न्यूमोनिए के मामलों की भी रिपोर्ट है।
भारत में स्थिति
- सावधानी: भारत में HMPV का कोई बड़ा प्रकोप नहीं है।
- स्वास्थ्य अधिकारियों का बयान:
- भारत में श्वसन संक्रमण पर नजर रखी जा रही है।
- दिसंबर 2024 के आंकड़ों में कोई उल्लेखनीय वृद्धि नहीं।
- घबराने की जरूरत नहीं है।
कैसे बचा जा सकता है?
- मास्क पहनें।
- नियमित रूप से हाथ धोएं।
- संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाएं।
- सर्दी और फ्लू जैसे लक्षण महसूस होने पर डॉक्टर से परामर्श लें।
HMPV का खतरा मौसमी है, लेकिन इससे बचने के लिए सतर्क रहना और स्वच्छता का पालन करना बेहद जरूरी है।