बड़ी खबरें

भारत पहुंचा एचएमपीवी वायरस, स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा- कर्नाटक में दो बच्चे संक्रमित मिले, अलर्ट जारी 13 घंटे पहले एचएमपीवी की आहट से सहमा बाजार; दो मामले सामने आने के बाद सेंसेक्स-निफ्टी में बड़ी बिकवाली 13 घंटे पहले केंद्रीय कर्मियों को तगड़ा झटका, सरकार ने नहीं बढ़ाई 'सामान्य भविष्य निधि' पर मिलने वाले ब्याज की दर 13 घंटे पहले साइबर अपराधियों से बचाएगा निजी डाटा संरक्षण अधिनियम; शिकायत निवारण-डाटा संरक्षण बोर्ड बनाने का भी निर्णय 13 घंटे पहले पीएम को सवार कर महिला पायलेट ने चलाई नमो भारत ट्रेन 13 घंटे पहले पीएम ने दी रेल परियोजनाओं की सौगात, जम्मू रेल मंडल और तेलंगाना में टर्मिनल स्टेशन का किया शुभारंभ 12 घंटे पहले कोरोना जैसे चीनी वायरस के भारत में 6 केस, कर्नाटक-तमिलनाडु में 2-2 और बंगाल 6 घंटे पहले सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र सरकार के अधिकारियों को लगाई फटकार, किसानों को मुआवजा देने का आदेश 6 घंटे पहले

गांव की मिट्टी की मेहनत का दिखा असर...रूरल इकोनॉमी में दिया बड़ा योगदान

Blog Image

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को दिल्ली के भारत मंडपम में ग्रामीण भारत महोत्सव 2025 का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम में देशभर के कलाकारों और कारीगरों ने अपनी कला और प्रतिभा का प्रदर्शन किया। पीएम मोदी ने इसे भारत की विकास यात्रा का प्रतीक बताते हुए कहा कि "विकसित भारत के लिए गांवों का समृद्ध होना जरूरी है। जब गांव आत्मनिर्भर होंगे, तभी भारत आत्मनिर्भर बनेगा।"

गांव में जिया, गांव को जिया-

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, "जो गांव में जिया है, वही गांव को जीना जानता है। मैंने गांव में न केवल जीवन जिया है, बल्कि उनकी संभावनाओं और सामर्थ्य को भी करीब से देखा है।" उन्होंने ग्रामीण जीवन के सामर्थ्य और विविधता की सराहना करते हुए कहा कि सरकार का मुख्य उद्देश्य ग्रामीणों का जीवन आसान बनाना है।

गांव के लोगों का रूरल इकोनॉमी में योगदान-

गांव की मिट्टी में मेहनत और हुनर की ऐसी खुशबू है, जो देश की रूरल इकोनॉमी को मजबूत नींव देती है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस सच को रेखांकित करते हुए कहा कि दुनिया में DAP खाद के दाम आसमान छू रहे हैं, लेकिन हमने यह सुनिश्चित किया कि किसानों पर इसका बोझ न पड़े। सब्सिडी बढ़ाकर हमने DAP के दाम स्थिर रखे हैं। यही नहीं, ग्रामीण भारत को नई ऊर्जा और अवसरों से भरने के लिए हमारी सरकार की नीयत, नीति और निर्णय लगातार काम कर रहे हैं। कृषि के अलावा, पारंपरिक कला और कौशल से जुड़े हमारे गांवों के कारीगर और शिल्पकार रूरल और लोकल इकोनॉमी में अपना अमूल्य योगदान दे रहे हैं। पहले इनकी उपेक्षा होती थी, लेकिन अब "पीएम विश्वकर्मा योजना" के तहत इन्हें नई पहचान और प्रोत्साहन मिल रहा है, जिससे लाखों विश्वकर्मा साथी अपनी प्रतिभा को नए आयाम दे रहे हैं।

“जिन्हें किसी ने नहीं पूछा, उन्हें मोदी ने पूजा”-

पीएम मोदी ने कहा, "जिन्हें किसी ने नहीं पूछा, उन्हें मोदी ने पूजा।" दशकों से उपेक्षित इलाकों और वंचित वर्गों को अब बराबरी का अधिकार मिल रहा है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार गांवों को आत्मनिर्भर और समृद्ध बनाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है।

ग्रामीण सशक्तिकरण: सरकार का प्रमुख विजन-

प्रधानमंत्री ने बताया कि 2014 से उनकी सरकार ने ग्रामीण भारत के सशक्तिकरण को प्राथमिकता दी है। उन्होंने कहा, "हमारा विजन है कि गांव के लोग सशक्त बनें और उन्हें गांव में ही आगे बढ़ने के अधिक अवसर मिलें। पलायन की मजबूरी खत्म हो और हर ग्रामीण गरिमापूर्ण जीवन जिए।"

इसके लिए गांव-गांव में मूलभूत सुविधाओं का विस्तार किया गया है और हर वर्ग के लिए विशेष नीतियां लागू की गई हैं। हाल ही में पीएम फसल बीमा योजना को एक साल के लिए बढ़ाने का निर्णय भी इसी दिशा में लिया गया है।

रूरल इकोनॉमी को नई ऊर्जा-

पीएम मोदी ने बताया कि उनकी सरकार ने रूरल इकोनॉमी और स्थानीय कौशल को प्रोत्साहित करने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत पारंपरिक कारीगरों और कौशल आधारित पेशेवरों को समर्थन दिया जा रहा है। उन्होंने कहा, "हमारी नीतियां और निर्णय ग्रामीण भारत को नई ऊर्जा से भर रहे हैं।"

DAP पर सब्सिडी का बड़ा फैसला-

प्रधानमंत्री ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर DAP खाद के दाम बढ़ने के बावजूद किसानों पर इसका असर नहीं होने दिया गया। उन्होंने सब्सिडी बढ़ाकर दाम स्थिर रखा ताकि किसानों पर कोई अतिरिक्त बोझ न आए।

गरीबी कम करने में ऐतिहासिक प्रगति-

पीएम मोदी ने गरीबी उन्मूलन में हो रही प्रगति का उल्लेख करते हुए कहा, "देश में गरीबी कम होना शुरू हो गई है।" उन्होंने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की हालिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि 2012 में ग्रामीण गरीबी दर 26% थी, जो अब घटकर 5% से भी कम हो गई है।

समृद्ध गांव, विकसित भारत-

अपने समापन भाषण में पीएम मोदी ने ग्रामीण भारत को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने के लिए अपनी सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा कि गांवों की समृद्धि ही भारत के विकास का आधार है और उनकी सरकार इसे सुनिश्चित करने के लिए निरंतर प्रयासरत है।

अन्य ख़बरें

संबंधित खबरें