बड़ी खबरें

पूर्व सांसद रेवन्ना को उम्र कैद की सजा; दुष्कर्म के मामले में एक दिन पहले ठहराए गए थे दोषी 4 घंटे पहले Ind vs Eng Test Match: भारत को इंग्लैंड पर 166 रन की बढ़त 4 घंटे पहले वोटर लिस्ट में तेजस्वी यादव को ढूंढ़कर ट्रोल कर रहे लोग, भाजपा ने किया शेयर; कहा था- मेरा नाम भी डिलीट 4 घंटे पहले

NIA ने किया HuT की साजिश का खुलासा! क्या भारत में जिहादी सरकार लाने की थी तैयारी?

Blog Image

भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने हिज्ब उत-तहरीर (HuT) के तीन संदिग्ध सदस्यों के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है। शुक्रवार को एजेंसी ने इन तीनों आरोपियों—कबीर अहमद आलिया, अजीज अहमद, और बावा बहरुद्दीन—के खिलाफ भारतीय दंड संहिता और गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, 1967 (UAPA) के तहत आरोप पत्र दाखिल किया

इन पर आरोप है कि इन्होंने HuT की कट्टरपंथी विचारधारा को फैलाने, भारत में इस्लामी खिलाफत स्थापित करने और देश विरोधी ताकतों से समर्थन मांगने की साजिश रची।

कौन है हिज्ब उत-तहरीर (HuT)?

हिज्ब उत-तहरीर एक प्रतिबंधित अंतरराष्ट्रीय इस्लामी कट्टरपंथी संगठन है, जिसकी स्थापना ताकी अल-दीन अल-नभानी ने की थी। इसका घोषित उद्देश्य दुनियाभर में इस्लामी शासन या खिलाफत की स्थापना करना है। भारत सरकार ने अक्टूबर 2024 में इस संगठन और इससे जुड़े सभी रूपों को प्रतिबंधित कर दिया था।

HuT मुख्य रूप से पैरा-मिलिट्री ट्रेनिंग, विचारधारा के प्रचार, और युवाओं को उकसाने जैसे कार्यों के लिए जाना जाता है।

NIA की जांच में क्या सामने आया?

एनआईए की जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी:

  • भारत में इस्लामी शासन लागू करने की योजना बना रहे थे

  • HuT के संस्थापक का इस्लामी संविधान भारत में लागू करना चाहते थे

  • हज और उमराह यात्रियों के जरिए पाकिस्तानी सेना से समर्थन प्राप्त करने की कोशिश कर रहे थे

  • ईरान, तुर्की, मिस्र और पाकिस्तान की सैन्य ताकत दर्शाने वाली प्रदर्शनी आयोजित कर चुके थे

  • गुप्त कक्षाओं में युवाओं की ब्रेनवॉशिंग और भर्ती कर रहे थे

  • भारत में हिंसक जिहाद और सैन्य तख्तापलट का माहौल बनाने की कोशिश कर रहे थे

भारत की सुरक्षा एजेंसियों की बड़ी कामयाबी

NIA के मुताबिक, ये आरोपी पैन-इस्लामिक कट्टरपंथी विचारधारा को भारत में फैलाना चाहते थे और अपने मिशन के लिए विदेशी सैन्य मदद तक मांग चुके थे। एनआईए अब इस साजिश से जुड़े अन्य नेटवर्क्स और संभावित समर्थकों की पहचान में जुटी है।

सरकार और सुरक्षा एजेंसियों ने स्पष्ट कर दिया है कि भारत में किसी भी प्रकार की उग्रवादी या देशविरोधी गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस कार्रवाई को देश की आंतरिक सुरक्षा को मजबूत करने की दिशा में एक सख्त और जरूरी कदम माना जा रहा है।

HuT की यह साजिश न केवल भारत की सुरक्षा के लिए खतरा थी, बल्कि यह संकेत भी है कि कैसे आतंकी संगठन नए-नए तरीकों से कट्टरपंथी एजेंडा फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में NIA और अन्य एजेंसियों की सतर्कता देश की सुरक्षा के लिए बेहद अहम बन जाती है।

❝यह कार्रवाई सिर्फ तीन आरोपियों पर नहीं, बल्कि भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था को बचाने की दिशा में एक बड़ा संदेश है।❞

अन्य ख़बरें

संबंधित खबरें