लखनऊ के परिवहन क्षेत्र में एक नया अध्याय जोड़ते हुए, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को प्रदेश की पहली इलेक्ट्रिक डबल डेकर बस सेवा का शुभारंभ किया। इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित आकांक्षा हाट कार्यक्रम के दौरान इस बस सेवा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। यह पहल यातायात व्यवस्था को अधिक सुगम और व्यवस्थित बनाने के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण में भी अहम भूमिका निभाने वाली है।
स्थानीय कला और हस्तशिल्प को बढ़ावा-
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार स्थानीय कला और हस्तशिल्प को वैश्विक मंच पर लाने के लिए लगातार प्रयासरत है। इस नई बस सेवा के शुभारंभ के साथ, राज्य की कला, शिल्प, और कारीगरों को भी नई पहचान देने का प्रयास किया जा रहा है।
यातायात व्यवस्था में बदलाव और पर्यावरणीय लाभ-
डबल डेकर इलेक्ट्रिक बसें आधुनिक सुविधाओं से लैस हैं और पूरी तरह से इलेक्ट्रिक होने के कारण ये प्रदूषण में कमी लाने में सहायक होंगी। यह पहल राज्य सरकार की पर्यावरण संरक्षण नीति का हिस्सा है, जो कि यातायात में सुधार और वायु प्रदूषण की रोकथाम के प्रति उत्तरदायित्व का प्रतीक है। आने वाले समय में लखनऊ के अलावा प्रदेश के अन्य प्रमुख शहरों में भी इस तरह की सेवाएं शुरू करने की योजना है।
किराया संरचना: सभी के बजट में अनुकूल-
यात्रियों के सुविधा को ध्यान में रखते हुए, इलेक्ट्रिक डबल डेकर बस सेवा के लिए किराए को साधारण और सुलभ रखा गया है। किराए की संरचना को विभिन्न दूरी के हिसाब से विभाजित किया गया है, ताकि सभी यात्रियों को कम खर्च में सफर का अनुभव मिल सके:
- 0-3 किलोमीटर: ₹12
- 3-6 किलोमीटर: ₹20
- 6-10 किलोमीटर: ₹25
- 10-14 किलोमीटर: ₹30
- 14-19 किलोमीटर: ₹35
- 19-24 किलोमीटर: ₹40
- 24-30 किलोमीटर: ₹45
लखनऊ एयरपोर्ट से प्रमुख स्थानों का किराया-
एयरपोर्ट से कामता तक सफर करने वाले यात्रियों को ₹40 का किराया देना होगा। इसी प्रकार, एयरपोर्ट से अन्य प्रमुख स्थानों तक यात्रा करने के लिए किराया इस प्रकार निर्धारित किया गया है:
- एयरपोर्ट से ट्रांसपोर्ट नगर: ₹12
- एयरपोर्ट से रमाबाई अंबेडकर मैदान: ₹20
- एयरपोर्ट से उतरेठिया: ₹25
- एयरपोर्ट से अवध शिल्प ग्राम: ₹30
- एयरपोर्ट से अहिमामऊ और सुडा ऑफिस: ₹35
- एयरपोर्ट से इकाना स्टेडियम और कामता बस स्टेशन: ₹35 और ₹40 क्रमशः
यात्री अनुभव में सुधार और यातायात की सुगमता-
डबल डेकर बसों का संचालन अत्याधुनिक परिवहन सेवाओं के साथ किया जा रहा है। डबल डेकर बसों की डिजाइन न केवल यात्रियों के आराम को ध्यान में रखती है, बल्कि शहर में जगह की कमी को देखते हुए अधिक संख्या में यात्रियों को कम स्थान में लाने-ले जाने का एक उत्तम साधन भी है। इस पहल से लखनऊ के व्यस्त रूटों पर यातायात का बोझ कम होने की संभावना है, जिससे सड़क दुर्घटनाओं और जाम की समस्याओं में भी कमी आएगी। परिवहन के क्षेत्र में इस ऐतिहासिक कदम से यात्रियों के अनुभव में सुधार आएगा और वे बिना किसी परेशानी के अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे।
भविष्य की संभावनाएं और परिवहन का विस्तार-
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि इस इलेक्ट्रिक बस सेवा की सफलता के आधार पर अन्य शहरों में भी इसी प्रकार की सेवाएं शुरू की जाएंगी। सरकार की यह पहल न केवल जनता के लिए किफायती और सुरक्षित यात्रा का माध्यम प्रदान करेगी, बल्कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी राज्य को एक नई पहचान दिलाएगी। इलेक्ट्रिक डबल डेकर बस सेवा का आरंभ उत्तर प्रदेश में परिवहन और पर्यावरण संरक्षण के नए युग का संकेत है।