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ईरान के सिर पर मंडरा रहा ‘राइजिंग लायन’ का कहर! क्यों किया इस्राइल ने शुरू?

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इस्राइल और ईरान के बीच तनाव एक बार फिर चरम पर पहुंच गया है। इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शुक्रवार को ईरान के खिलाफ एक बड़े सैन्य अभियान की घोषणा की, जिसे 'ऑपरेशन राइजिंग लायन' नाम दिया गया है। इस अभियान का उद्देश्य ईरान के परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रमों को निष्क्रिय करना बताया गया है।

ईरान की हरकतें बर्दाश्त नहीं करेगा इस्राइल

प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने एक आपातकालीन प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया, "ईरान की बढ़ती परमाणु गतिविधियां और मिसाइल कार्यक्रम इस्राइल के अस्तित्व के लिए एक बड़ा खतरा बन चुके हैं। इस खतरे को अब और नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। हमने ऑपरेशन राइजिंग लायन की शुरुआत कर दी है, और यह तब तक जारी रहेगा जब तक खतरा पूरी तरह समाप्त नहीं हो जाता।"

ईरान पर पहले से हो चुके हैं हमले

नेतन्याहू ने दावा किया कि इस्राइल की सेना (IDF) ने पहले ही ईरान के कई रणनीतिक ठिकानों पर हमले कर दिए हैं। इनमें नतांज की यूरेनियम संवर्धन सुविधा, बैलिस्टिक मिसाइल अड्डे, और प्रमुख परमाणु वैज्ञानिकों की टीमें शामिल हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, "हम द्वितीय विश्व युद्ध की गलतियों को दोहराने नहीं देंगे। जैसे उस समय यहूदी समुदाय नाजी अत्याचार का शिकार हुआ था, वैसे ही आज हम ईरान के परमाणु खतरे के खिलाफ चुप नहीं बैठेंगे।"

वैश्विक चेतावनियों को नज़रअंदाज़ कर रहा ईरान

नेतन्याहू ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भी आड़े हाथों लिया और कहा कि ईरान ने वैश्विक चेतावनियों को नजरअंदाज करते हुए यूरेनियम संवर्धन तेज कर दी है। उन्होंने दावा किया कि ईरान के पास इतना उच्च संवर्धित यूरेनियम है जिससे नौ परमाणु बम बनाए जा सकते हैं, और वह कुछ ही महीनों में परमाणु हथियार विकसित कर सकता है।

रक्षा मंत्री कैट्ज़ ने दी पुष्टि, देश में आपातकाल लागू

इस्राइल के रक्षा मंत्री इज़राइल कैट्ज़ ने इस बात की पुष्टि की कि शुक्रवार को इस्राइल ने ईरान पर हवाई हमला शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि देश में संभावित मिसाइल और ड्रोन हमलों के मद्देनज़र आपातकाल लागू कर दिया गया है। कैट्ज़ ने कहा, "हमने एक विशेष आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके तहत पूरे देश में विशेष सुरक्षा व्यवस्था लागू कर दी गई है। नागरिकों से अनुरोध है कि वे सेना और अधिकारियों के निर्देशों का कड़ाई से पालन करें।"

पूरे इस्राइल में बजने लगे सायरन

जैसे ही ऑपरेशन की घोषणा हुई, पूरे इस्राइल में सायरन बजने लगे। सुरक्षा एजेंसियों ने बताया कि ये सायरन नागरिकों को सतर्क करने और उन्हें सुरक्षित स्थानों की ओर ले जाने के लिए बजाए गए थे। हालांकि, उस समय तक ईरान की ओर से कोई जवाबी हमला नहीं हुआ था।

क्या होगी आगे की रणनीति?

फिलहाल, इस्राइल ने स्पष्ट कर दिया है कि यह अभियान एक सीमित हमला नहीं बल्कि एक दीर्घकालिक रणनीतिक सैन्य ऑपरेशन है, जो तब तक जारी रहेगा जब तक ईरान का परमाणु और मिसाइल नेटवर्क पूरी तरह समाप्त नहीं कर दिया जाता। यह देखना अब बेहद अहम होगा कि ईरान इस हमले का जवाब किस प्रकार देता है और क्या यह पूरा क्षेत्र एक बार फिर किसी बड़े युद्ध की ओर बढ़ रहा है।

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