जब भारत का नेतृत्व वैश्विक मंच पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराता है, तो दुनिया गौर से सुनती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह कूटनीतिक सफर भी कुछ ऐसा ही होगा—जहां फ्रांस की सांझ में दोस्ती का दीप जलेगा, तो अमेरिका की सुबह में साझेदारी के नए सूरज का उदय होगा। टेक्नोलॉजी, कूटनीति और व्यापार की धुरी पर घूमता यह दौरा न केवल दो देशों के बीच की सीमाएं पाटेगा, बल्कि भारत के बढ़ते वैश्विक प्रभाव की गवाही भी देगा। यह महज एक यात्रा नहीं, बल्कि भारत की अंतरराष्ट्रीय महत्वाकांक्षाओं का अगला कदम है-जहां पेरिस की मेहमाननवाज़ी और वॉशिंगटन की गर्मजोशी दोनों ही भारत के लिए नए अवसरों का द्वार खोलने वाले हैं।
दौरे का शेड्यूल: पहले फ्रांस, फिर अमेरिका
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 फरवरी से दो दिवसीय अमेरिका दौरे पर जाएंगे। यह उनके तीसरे कार्यकाल का दूसरा अमेरिकी दौरा है। दिलचस्प बात यह है कि बतौर प्रधानमंत्री यह उनका 10वां अमेरिका दौरा होगा।
- अमेरिका जाने से पहले 10 फरवरी की शाम पीएम मोदी फ्रांस पहुंचेंगे। वहां एलिसी पैलेस में आयोजित डिनर में भाग लेने के बाद 11 फरवरी को वह AI एक्शन समिट के तीसरे संस्करण की सह-अध्यक्षता करेंगे।
भारत के लिए क्यों अहम है यह दौरा?
भारत की कूटनीतिक स्थिति हाल के वर्षों में मजबूत हुई है। दुनिया के बड़े देश अब भारत को अहम साझेदार मानते हैं। अमेरिका भारत के लिए खास इसलिए है क्योंकि भारत अपनी हथियार खरीद का 11% आयात अमेरिका से करता है।
- सैन्य सहयोग: अमेरिका ने भारत को अपाचे और चिनूक हेलिकॉप्टर उपलब्ध कराए हैं।
- कूटनीति: पीएम मोदी दो बार अमेरिकी संसद को संबोधित कर चुके हैं।
- अर्थव्यवस्था: निवेश को बढ़ावा देने के लिए मोदी ने पहले भी अमेरिकी उद्योगपतियों को भारत आने का निमंत्रण दिया है।
सबसे अधिक अमेरिका जाने वाले भारतीय पीएम
नरेंद्र मोदी भारत के पहले प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने सबसे अधिक बार अमेरिका का दौरा किया है। पिछले 11 सालों में यह उनका 10वां दौरा होगा।
- डॉ. मनमोहन सिंह ने 8 बार अमेरिका यात्रा की थी।
- जवाहर लाल नेहरू और अटल बिहारी वाजपेयी ने 4-4 बार दौरा किया।
- इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने 3-3 बार, जबकि पीवी नरसिम्हा राव ने 2 बार अमेरिका का दौरा किया था।
ट्रंप से होगी 8वीं मुलाकात, किन मुद्दों पर होगी बात?
यह पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप की 8वीं मुलाकात होगी। इससे पहले दोनों अर्जेंटीना, जापान और फ्रांस के सम्मेलनों में भी मिल चुके हैं। अहमदाबाद में हुए 'नमस्ते ट्रंप' कार्यक्रम ने दोनों देशों के रिश्तों को नई ऊंचाई दी थी।
- अप्रवासियों का मुद्दा: हाल ही में अमेरिका ने 104 भारतीयों को अवैध रूप से प्रवेश की कोशिश पर डिपोर्ट किया था। माना जा रहा है कि पीएम मोदी इस मुद्दे पर ट्रंप से चर्चा करेंगे।
- ट्रेड और निवेश: भारत में अमेरिकी निवेश बढ़ाने पर भी बातचीत होने की संभावना है।
कूटनीतिक महत्व: तीन राष्ट्रपतियों का स्वागत
मोदी तीसरे ऐसे प्रधानमंत्री हैं जिनका तीन अलग-अलग अमेरिकी राष्ट्रपतियों ने दौरे पर स्वागत किया है। इससे पहले यह सम्मान जवाहर लाल नेहरू और इंदिरा गांधी को मिला था।
अमेरिका-भारत संबंधों की बदलती तस्वीर
मैडिसन स्क्वायर पर हुए 'हाउडी मोदी' कार्यक्रम ने अमेरिका में पीएम मोदी की लोकप्रियता को दर्शाया था। भारत अमेरिका के साथ क्वाड का सदस्य भी है, जो एशिया-प्रशांत क्षेत्र में रणनीतिक संतुलन बनाए रखने में मदद करता है। यह दौरा भारत-अमेरिका के मजबूत होते रिश्तों में एक और मील का पत्थर साबित हो सकता है।