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कमला हैरिस को हराकर ट्रंप बने अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति, भारत को फायदा होगा या नुकसान ?

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अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर अपनी जीत दर्ज कराई, जिसमें उन्होंने डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस को कड़े मुकाबले में हराया। इस जीत के साथ ही वे अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति बन गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस ऐतिहासिक जीत पर ट्रंप को बधाई दी और भारत-अमेरिका संबंधों को और मजबूती देने की इच्छा जताई। आइए विस्तार से जानते हैं इस जीत के विभिन्न पहलुओं के बारे में।

पीएम मोदी का संदेश: मित्रता और रणनीतिक सहयोग की कामना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्रंप को उनकी जीत पर बधाई देते हुए एक ट्वीट में लिखा, “मेरे मित्र डोनाल्ड ट्रंप को ऐतिहासिक चुनावी जीत पर हार्दिक बधाई। जैसे ही आप अपने पिछले कार्यकाल की सफलताओं को आगे बढ़ा रहे हैं, मैं भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक और रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए हमारे सहयोग को नवीनीकृत करने के लिए तत्पर हूं।” भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने की आशा भी व्यक्त की गई है।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी दी बधाई-

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी ट्रंप की जीत पर बधाई दी और भारत-अमेरिका के गहरे संबंधों पर जोर दिया। उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की ओर से कहा कि वे संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ वैश्विक शांति और समृद्धि की दिशा में काम करने को तत्पर हैं। खरगे ने इस बात को रेखांकित किया कि दोनों देशों के साझा लोकतांत्रिक मूल्य और आपसी संबंध लंबे समय से मजबूत रहे हैं।

रोमांचक मुकाबला: कमला हैरिस ने दी कांटे की टक्कर

इस बार का अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव बेहद रोमांचक रहा, जिसमें कमला हैरिस ने ट्रंप को कड़ी टक्कर दी। ट्रंप ने 267 इलेक्टोरल वोट हासिल किए, जबकि हैरिस को 224 वोट मिले। चुनावी नतीजे आने के बाद ट्रंप ने अपने समर्थकों का धन्यवाद करते हुए कहा, “देखो, आज मैं कहां हूं।” उन्होंने जनता के समर्थन के प्रति आभार व्यक्त किया और अमेरिका को सुरक्षित बनाने का वादा किया।

ट्रंप की जीत: भारत को 5 संभावित फायदे-

ट्रंप के दोबारा राष्ट्रपति बनने से भारत के लिए कुछ संभावित फायदे भी हो सकते हैं।

  • भारतीय एक्सपोर्ट सेक्टर को लाभ-
    ट्रंप की उच्च टैरिफ नीतियां भारतीय उत्पादों की अमेरिकी बाजार में प्रतिस्पर्धा को बढ़ा सकती हैं, विशेष रूप से ऑटो पार्ट्स, सौर उपकरण, और रासायनिक उत्पादन क्षेत्रों में।

  • ऊर्जा लागत में कमी-
    ट्रंप की जीवाश्म ईंधन समर्थक नीतियों से भारतीय तेल और गैस कंपनियों को फायदा हो सकता है, जिससे ऊर्जा लागत में कमी आने की संभावना है।

  • मैन्युफैक्चरिंग और रक्षा क्षेत्र में सहयोग-
    ट्रंप का ध्यान अमेरिकी सैन्य और औद्योगिक क्षमता पर है, जिससे भारत की रक्षा कंपनियों को भी फायदा मिल सकता है।

  • वैश्विक आपूर्ति शृंखला में सुधार-
    ट्रंप तनावों को कम करके वैश्विक व्यापार के लिए अनुकूल माहौल बना सकते हैं, जिससे भारत को भी लाभ होगा।

  • व्यापार-अनुकूल नीतियों से निवेश को बढ़ावा-
    ट्रंप की व्यापार-अनुकूल नीतियां भारत में निवेश को आकर्षित कर सकती हैं, जिससे भारतीय शेयर बाजार में भी तेजी देखने को मिल सकती है।

ट्रंप की जीत: भारत को 5 संभावित नुकसान

हालांकि, ट्रंप की नीतियों के कारण भारत को कुछ नुकसान भी झेलने पड़ सकते हैं।

  • महंगाई में इजाफा
    ब्याज दरों में वृद्धि और अमेरिकी उत्पादों की उच्च लागत के कारण भारत में महंगाई बढ़ सकती है।

  • डॉलर की मजबूती और रुपये की गिरावट
    ट्रंप की नीतियों से डॉलर मजबूत हो सकता है, जिससे भारतीय रुपये पर दबाव पड़ेगा और आयात महंगा हो सकता है, विशेष रूप से तेल के मामले में।

  • शेयर मार्केट में अस्थिरता
    ट्रंप की आर्थिक नीतियों से भारतीय शेयर बाजार पर अस्थिरता का प्रभाव पड़ सकता है।

  • वीजा संबंधी प्रतिबंध
    ट्रंप प्रशासन के पहले कार्यकाल में H-1B वीजा पर प्रतिबंध लगाए गए थे, जिससे भारतीय आईटी कंपनियों पर नकारात्मक असर पड़ा था। इसकी पुनरावृत्ति हो सकती है।

  • व्यापार में बाधाएं
    ट्रंप की आलोचना भारतीय व्यापार नीतियों पर भी रही है। उनके कार्यकाल में भारत पर अपने ट्रेड बैरियर्स को कम करने का दबाव बढ़ सकता है, जिससे आईटी, फार्मास्यूटिकल्स, और टेक्सटाइल उद्योग प्रभावित हो सकते हैं।

अमेरिकी चुनाव का भारतीय अर्थव्यवस्था पर प्रभाव-

ट्रंप की जीत भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए कई मोर्चों पर महत्त्वपूर्ण है। उनकी नीतियों के कारण भारत के कई सेक्टर जैसे कि एक्सपोर्ट, एनर्जी और मैन्युफैक्चरिंग को फायदा हो सकता है, वहीं वीजा पॉलिसी और महंगाई जैसी चुनौतियों का सामना भी करना पड़ सकता है। भारत-अमेरिका संबंधों में सुधार और इनकी गहराई बढ़ाने के लिए यह एक अहम मौका हो सकता है।

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