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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अंतरराष्ट्रीय मंच पर एक और बड़ी उपलब्धि मिली है। साइप्रस सरकार ने उन्हें देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान – "ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ मकारियोस III" प्रदान किया है। यह सम्मान उन्हें भारत और साइप्रस के बीच संबंधों को मजबूत करने, वैश्विक मंचों पर शांति, भाईचारे और साझा मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए दिया गया।
साइप्रस के राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडौलिडेस ने खुद प्रधानमंत्री मोदी को यह प्रतिष्ठित सम्मान प्रदान किया। इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा,
“यह केवल नरेंद्र मोदी का सम्मान नहीं, बल्कि 140 करोड़ भारतीयों की क्षमताओं, आकांक्षाओं और संस्कृति का सम्मान है। मैं इसे भारत-साइप्रस मित्रता, हमारी साझा विचारधारा और 'वसुधैव कुटुंबकम' की भावना को समर्पित करता हूं।”
इस सम्मान को भारत की स oft power और अंतरराष्ट्रीय प्रभाव की बढ़ती स्वीकृति के रूप में देखा जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह पुरस्कार शांति, सुरक्षा, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए हमारी अटूट प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
2025 में तीसरा अंतरराष्ट्रीय नागरिक सम्मान
गौरतलब है कि यह पुरस्कार पीएम मोदी को वर्ष 2025 में तीसरी बार किसी देश द्वारा दिया गया उच्च नागरिक सम्मान है:
मार्च 2025: मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम ने उन्हें 'द ग्रांड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार एंड की ऑफ द इंडियन ओशन' से सम्मानित किया था।
अप्रैल 2025: श्रीलंका सरकार ने पीएम मोदी को 'श्रीलंका मित्र विभूषण' प्रदान किया – यह सम्मान बहुत ही चुनिंदा राष्ट्राध्यक्षों को दिया जाता है।
और अब साइप्रस का सर्वोच्च सम्मान उनके खाते में जुड़ गया है।
इन सम्मानों के साथ पीएम मोदी अब तक 21 अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं, जो किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री के लिए एक रिकॉर्ड है।
कूटनीति और नेतृत्व को मिला वैश्विक सम्मान
विदेश नीति विशेषज्ञ मानते हैं कि यह सम्मान भारत की वैश्विक नेतृत्व भूमिका और प्रधानमंत्री मोदी की कूटनीतिक रणनीति का प्रमाण है। मोदी सरकार ने बीते वर्षों में साइप्रस जैसे यूरोपीय देशों के साथ व्यापार, रक्षा, निवेश और सांस्कृतिक सहयोग को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है।
भारत-साइप्रस संबंधों में नई ऊर्जा
साइप्रस और भारत के बीच लंबे समय से मजबूत द्विपक्षीय संबंध रहे हैं। दोनों देश लोकतंत्र, मानवाधिकार और वैश्विक स्थिरता जैसे साझा मूल्यों में विश्वास रखते हैं। साइप्रस का यह सम्मान इस विश्वास और साझेदारी की नवीन पुष्टि है।
सम्मान से बढ़ी भारत की प्रतिष्ठा
प्रधानमंत्री मोदी को मिला यह सर्वोच्च सम्मान केवल व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं, बल्कि यह भारत की उभरती वैश्विक भूमिका और सांस्कृतिक-राजनयिक प्रभाव का प्रतीक है। यह न सिर्फ विदेशी संबंधों को नई दिशा देगा, बल्कि भारत के नागरिकों में भी राष्ट्रीय गौरव और आत्मविश्वास का संचार करेगा।
Baten UP Ki Desk
Published : 16 June, 2025, 1:30 pm
Author Info : Baten UP Ki