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मंकीपॉक्स का खतरा, क्या है आपके लिए एक अनदेखी चेतावनी?

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एक ऐसा वायरस, जो दुनिया भर में तेजी से फैल रहा है और ये वायरस है Monkeypox जिसे MPOX या बंदर चेचक भी कहते हैं। WHO ने इसे ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया है। आइए एमपॉक्स के बारे में विस्तार से जानते हैं।

क्या है Monkeypox वायरस? 

MPOX या फिर Monkeypox एक वायरस है जो पॉक्सवायरस फैमिली से आता है। पॉक्सवायरस एक बड़ा वायरस फैमिली है जिसमें कई तरह के वायरस शामिल हैं। जैसे मंकीपॉक्स, काउपॉक्स, कैमेलपॉक्स, और सबसे फेमस चिकनपॉक्स भी इसी वायरस फैमिली से है। पॉक्सवायरस अक्सर स्किन इंफेक्शंस पैदा करते हैं, जिससे शरीर पर दाने या छाले निकलते हैं। इसका नाम "MonkeyPox" इसलिए पड़ा क्योंकि इसे पहली बार 1958 में बंदर यानी मंकी कॉलोनियों में देखा गया था। लेकिन याद रखें, ये वायरस सिर्फ बंदर में ही नहीं बल्कि चूहों, गिलहरीों और दूसरे छोटे जानवरों में भी पाया जाता है।

WHO के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस एडनोम घेब्रेयेसस ने एक बहुत ही बड़ी बात बताई है। उन्होंने कहा कि मैंकीपॉक्स का एक नया स्ट्रेन, जिसे क्लैड आईबी ने कहा है, कांगो में तेजी से फैल रहा है। नया यह स्ट्रेन पहले के स्ट्रेंस से अधिक खतरनाक और जिंजरब्रेड हो सकता है।

(CDC) रिपोर्ट क्या कहती है?

अफ्रीका रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (CDC) के मुताबिक, 2024 की शुरुआत से लेकर जुलाई तक, 14,500 से ज्यादा मंकीपॉक्स के केस रिपोर्ट हुए हैं और 450 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। यह पिछले साल के मुकाबले 160% ज्यादा केस हैं।

कैसे फैलता है यह वायरस?

1.किसी भी इन्फेक्टेड इंसान या जानवर के डायरेक्ट कॉन्टैक्ट में आने से यह वायरस फैल सकता है।

2. इन्फेक्टेड व्यक्ति के इस्तेमाल किए हुए सामान जैसे बिस्तर, कपड़े, या तौलिया से भी यह वायरस फैल सकता है।


3.सेक्सुअल कॉन्टैक्ट, खास तौर पर मल्टीपल पार्टनर्स के साथ सेक्सुअल कॉन्टैक्ट से भी यह वायरस फैल सकता है।


मंकीपॉक्स के लक्षण चिकनपॉक्स से मिलते-जुलते हैं, लेकिन कुछ अलग भी हैं:


•  पहले 1-5 दिन:

आपको बुखार, तेज सिर दर्द, मांसपेशियों में दर्द, कमजोरी, और लिम्फ नोड्स में सूजन जैसी दिक्कत देखने को मिल सकती है।


•  1-3 दिन बाद:

शरीर पर छाले और दाने आने लगते हैं। ये चेहरे से शुरू होते हैं और फिर पूरे शरीर पर फैल जाते हैं। ये छाले 2-4 हफ्तों तक रह सकते हैं।

वायरस से किन-किन लोगों को ज्यादा खतरा है-


1. सबसे पहले सेक्सुअली एक्टिव लोग, खास तौर पर वो लोग जो मल्टीपल पार्टनर्स के साथ सेक्सुअल कॉन्टैक्ट रखते हैं।


2. इसके बाद हेल्थ वर्कर्स जो इन्फेक्टेड लोगों के संपर्क में आते हैं उन्हें भी इस वायरस से ज्यादा खतरा है।

3. प्रेग्नेंट वुमन और बच्चे भी हाई-रिस्क कैटेगरी में आते हैं।

इलाज और कुछ जरूरी वैक्सीन-


•    JYNNEOS वैक्सीन: यह स्पेशली मंकीपॉक्स के लिए बनाई गई है।
•    और दूसरी है ACAM2000: यह पहले स्मॉलपॉक्स के लिए इस्तेमाल होती थी, लेकिन मंकीपॉक्स के लिए भी काम कर सकती है।

WHO और दूसरे ग्लोबल हेल्थ ऑर्गनाइजेशन्स भी इस वायरस को कंट्रोल करने के लिए काम कर रहे हैं:


•    वैक्सीन्स की सप्लाई बढ़ाई जा रही है।
•    अवेयरनेस कैंपेन चलाए जा रहे हैं।
•    रिसर्च चल रही है बेहतर ट्रीटमेंट्स और वैक्सीन्स के लिए।

आप खुद को सेफ रखने के लिए:


•    इन्फेक्टेड लोगों से दूर रहें।
•    बार-बार हाथ धोएं, खासकर पब्लिक प्लेसेस से लौटने के बाद।
•    अगर आप इन्फेक्टेड हैं, तो खुद को आइसोलेट कर लें।
•    सेफ सेक्स प्रैक्टिसेस फॉलो करें, खासकर मल्टीपल पार्टनर्स के केस में।
•    जानवरों से संपर्क करते वक्त सावधानी बरतें, खासकर अफ्रीका के जंगल क्षेत्र में।

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