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क्या सर्दी में पानी कम पीने से स्वास्थ्य पर पड़ सकते हैं गंभीर असर?

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हमारे शरीर का लगभग 60% हिस्सा पानी से बना होता है, और पानी हमारे शरीर के सभी महत्वपूर्ण कार्यों के लिए आवश्यक है। सर्दियों के दौरान पानी पीने की आदत को अक्सर नजरअंदाज किया जाता है, क्योंकि ठंडी के मौसम में प्यास कम महसूस होती है। लेकिन यह गलतफहमी है कि सर्दी में पानी की जरूरत कम हो जाती है। आइए जानते हैं, क्यों सर्दियों में पानी की सही मात्रा का सेवन उतना ही जरूरी है जितना गर्मी में।

सर्दियों में पानी की कमी का प्रभाव: क्या कहते हैं विशेषज्ञ?

सर्दियों में ठंडी के कारण शरीर प्यास का अनुभव कम करता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि हमें पानी की मात्रा घटानी चाहिए। विशेषज्ञों के अनुसार, सर्दियों में भी हर व्यक्ति को कम से कम 8 से 10 गिलास पानी रोज पीना चाहिए। अगर आप शारीरिक रूप से सक्रिय हैं तो पुरुषों को 10 से 14 गिलास और महिलाओं को 8 से 12 गिलास पानी पीने की सलाह दी जाती है। इसके अतिरिक्त, आप हाइड्रेशन के लिए जूस, दूध, चाय और नारियल पानी जैसी तरल पदार्थों का भी सेवन कर सकते हैं।

कम पानी पीने से होने वाली गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं:

पाचन संबंधी समस्याएं और मोटापा: पानी की कमी से पाचन क्रिया धीमी हो जाती है, जिससे भोजन सही तरीके से नहीं पचता। इससे शरीर में अतिरिक्त वसा जमा हो सकती है, जो मोटापे का कारण बन सकती है। इसके अलावा, शरीर में पानी की कमी से अंगों की कार्यक्षमता पर प्रभाव पड़ता है, जिससे वजन बढ़ने की समस्या हो सकती है।

मुंह की बदबू और बैक्टीरिया का विकास:

पानी की कमी से मुंह और गले में सूखापन बढ़ता है, जिससे मुंह में बैक्टीरिया का जमा होना और बदबू आना आम समस्या बन जाती है। शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर नहीं निकल पाते, जिससे यह समस्याएं और बढ़ जाती हैं।

सिरदर्द और पेट की समस्याएं:

 पानी की कमी से मस्तिष्क की कोशिकाएं सिकुड़ने लगती हैं, जिससे सिरदर्द की समस्या हो सकती है। इसके अलावा, शरीर में एसिड का निर्माण बढ़ता है, जिससे गैस, कब्ज और सीने में जलन जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

थकान और शुष्क त्वचा:

पानी की कमी से शरीर में थकान महसूस होती है और ऊर्जा की कमी होने लगती है। त्वचा सूखी और मुरझाई दिखाई देती है, साथ ही झुर्रियां और काले घेरे भी उभरने लगते हैं।

डिहाइड्रेशन के संकेत और लक्षण:

डिहाइड्रेशन के लक्षण हर उम्र के व्यक्ति में समान होते हैं। छोटे बच्चों में इसकी पहचान करना और भी जरूरी है। बच्चों में पानी की कमी के लक्षणों में मुंह और जीभ का सूखना, आंसुओं की कमी और कम पेशाब आना शामिल हैं। यदि यह लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत पानी देना जरूरी है।

सर्दियों में पानी की सही खपत कैसे सुनिश्चित करें?


1.पानी पीने की नियमित आदत डालें: सर्दी में भी दिन में 8 से 10 गिलास पानी पीने की आदत डालें। आप इसे सूप, चाय, और ताजे फलों के रस के रूप में भी ले सकते हैं।
2.मील के साथ पानी पीने की आदत: भोजन के दौरान पानी पीने से पाचन में मदद मिलती है और शरीर हाइड्रेटेड रहता है। यह आदत बनाए रखें।
3. हाइड्रेशन को बढ़ावा देने के उपाय: पानी के अलावा नारियल पानी, जूस और दूध जैसे हाइड्रेटिंग ड्रिंक का सेवन करें।
4. ठंडी में शरीर की जरूरत समझें: भले ही ठंडी में प्यास का एहसास न हो, लेकिन शरीर को लगातार पानी की जरूरत होती है ताकि वह सही तरीके से काम करता रहे।

सर्दी में पानी की पर्याप्त खपत का महत्व-

पानी केवल गर्मी में ही नहीं, बल्कि सर्दियों में भी हमारे शरीर के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। पर्याप्त पानी पीने से हम न केवल शरीर को हाइड्रेटेड रख सकते हैं, बल्कि कई स्वास्थ्य समस्याओं से भी बच सकते हैं। इस सर्दी में अपने शरीर को हाइड्रेटेड रखें और स्वस्थ महसूस करें। याद रखें, सर्दी में पानी की कमी के कारण होने वाली समस्याएं गर्मी से कम गंभीर नहीं होतीं!

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