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"मेड इन इंडिया" की दुनिया में धाक, अमेरिका की जेब में हैं भारत के बने इतने फीसदी iPhone!

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कभी टेक्नोलॉजी मैन्युफैक्चरिंग के मामले में सिर्फ ‘यूजर मार्केट’ कहे जाने वाला भारत अब ग्लोबल सप्लाई चेन का पॉवरहाउस बनता जा रहा है। Apple के CEO टिम कुक ने खुद यह खुलासा किया है कि अमेरिका में बिकने वाले 50% iPhone अब भारत में बनते हैं। और आने वाले महीनों में भारत, अमेरिका में बिकने वाले iPhone का ‘Country of Origin’ बन जाएगा।टिम कुक के मुताबिक, भारत की फैक्ट्रियों में प्रोडक्शन तेजी से बढ़ रहा है, और चीन के मुकाबले कम टैरिफ और बेहतर सपोर्ट सिस्टम इसे एक नया मैन्युफैक्चरिंग हब बना रहे हैं।

अब हर 5 में से 1 iPhone भारत में बना

मार्च 2024 से मार्च 2025 के बीच Apple ने भारत में करीब 22 बिलियन डॉलर (₹1.88 लाख करोड़) के iPhone बनाए। ये आंकड़े पिछले साल की तुलना में 60% की ग्रोथ को दर्शाते हैं। यही नहीं, 17.4 बिलियन डॉलर (₹1.49 लाख करोड़) के iPhone भारत से एक्सपोर्ट भी किए गए — यानी अब हर 5 में से 1 iPhone भारत में बन रहा है

तमिलनाडु और कर्नाटक में धड़ाधड़ बन रहे iPhone

भारत में iPhone मैन्युफैक्चरिंग की बागडोर मुख्य रूप से फॉक्सकॉन के हाथों में है — जो Apple का सबसे बड़ा पार्टनर है। इसके साथ ही टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स और पेगाट्रॉन भी इस काम में तेजी से भाग ले रहे हैं।
तमिलनाडु और कर्नाटक Apple के मैन्युफैक्चरिंग हॉटस्पॉट बन चुके हैं। इतना ही नहीं, कर्नाटक में फॉक्सकॉन ने ₹23,139 करोड़ के निवेश के साथ एक नया प्लांट भी स्थापित किया है।

2026 तक भारत में हर साल बनेंगे 6 करोड़ iPhone

अगर सब कुछ प्लान के मुताबिक चला, तो 2026 से भारत में हर साल 6 करोड़ से ज्यादा iPhone बनेंगे। यह मौजूदा क्षमता से लगभग दोगुनी वृद्धि होगी।

क्यों बढ़ा भारत पर Apple का भरोसा?

  • सप्लाई चेन डायवर्सिफिकेशन:
    चीन में हाई टैरिफ और जियोपॉलिटिकल टेंशन से बचने के लिए Apple अब भारत-वियतनाम जैसे सुरक्षित विकल्पों को चुन रहा है।

  • लो कॉस्ट मैन्युफैक्चरिंग:
    भारत में कम मजदूरी लागत, सरकार की PLI स्कीम, और कम इंपोर्ट ड्यूटी Apple के लिए गेमचेंजर साबित हो रही है।

  • लोकल मार्केट पोटेंशियल:
    भारत में Apple की हिस्सेदारी सिर्फ 6-8% है, लेकिन लग्जरी सेगमेंट में iPhone का क्रेज तेजी से बढ़ रहा है। FY24 में कंपनी ने 8 बिलियन डॉलर की बिक्री दर्ज की, जो 8% मार्केट शेयर के साथ एक बड़ी उपलब्धि है।

  • एक्सपोर्ट बेनिफिट्स:
    Apple भारत में बने करीब 70% iPhones एक्सपोर्ट करता है, जिससे चीन की तुलना में टैक्स बचत भी होती है।

  • स्किल डेवलपमेंट और इन्फ्रास्ट्रक्चर:

भारत में वर्कफोर्स को तेजी से ट्रेन किया जा रहा है। कंपनियां नई यूनिट्स, रिसर्च फैसिलिटीज, और इनोवेशन हब भी शुरू कर रही हैं।

Apple का फोकस क्लियर है: "मेड इन इंडिया, फॉर द वर्ल्ड"

Apple का अगला बड़ा दांव भारत है। जिस तरह चीन कभी Apple की मैन्युफैक्चरिंग रीढ़ था, अब वही जगह भारत लेता नजर आ रहा है। टिम कुक के बयान और तेजी से बढ़ते आंकड़े इस बदलाव के गवाह हैं। भारत सिर्फ एक मैन्युफैक्चरिंग सेंटर नहीं, अब Apple के ग्लोबल मिशन का अनिवार्य हिस्सा बन चुका है।

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