बड़ी खबरें

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को समन जारी, 2024 विधानसभा चुनाव में जीत को दी गई है चुनौती 17 घंटे पहले वक्फ कानून पर 'सुप्रीम' सुनवाई: सरकार को जवाब देने के लिए सात दिन का समय, अगली तारीख तक यथास्थिति बनी रहेगी 17 घंटे पहले तमिलनाडु के मंदिरों में चढ़ा 1,000 किलो सोना पिघलाया गया, छड़ों में बदलकर किया गया निवेश 17 घंटे पहले लखनऊ में शाम को बदला मौसम:धूल भरी आंधी आई; शहर के कुछ हिस्सों में बूंदाबांदी, बादल छाए 17 घंटे पहले

राजधानी के तर्ज पर यूपी के अन्य क्षेत्रों का भी बनेगा रीजनल प्लान

Blog Image

यूपी रीजनल प्लानिंग कॉन्क्लेव -2023 की विडीओ कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने कहा कि "शहरों में लोगों की जिंदगी को बेहतर बनाने के लिए रीजनल प्लानिंग बेहद जरुरी है"। आपको बता दें कि अभी यूपी में राज्य राजधानी क्षेत्र बनाने का काम चल रहा है। इसको और अधिक विस्तार देने के लिए सरकार हर क्षेत्र का एक रीजनल प्लान तैयार करने जा रही है।

दो दिनों तक चला मंथन 

रीजनल प्लान को अधिक विस्तार देने के लिए यूपी रीजनल प्लानिंग कॉन्क्लेव -2023 में दो दिनों तक मंथन किया गया। इसमें इस बात पर सहमति बनीं कि आसपास के तीन-चार जिलों को जोड़कर उस क्षेत्र का रिजनल प्लान तैयार किया जाएगा। मुख्य सचिव के मुताबिक" मास्टर प्लान के तहत एक शहर में काम  होता है। जबकि रीजनल प्लान में आसपास के नगर निकायों और शहरों को जोड़कर विकास को गति दी जाती है।

छोटे शहरों को आर्थिक रूप से समृद्ध बनाने पर जोर 

यूपी में अभी लखनऊ, गोरखपुर, नोएडा, मेरठ और प्रयागराज संयुक्त रूप से जीडीपी का 25 प्रतिशत देते है। अब सरकार की यह सोच है कि छोटे शहरों को भी आर्थिक विकास का केंद्र बनाया जाए। इससे नए शहरों में रहने वाले लोगों को भी काफी सुविधा होंगी और शहर का विकास भी हो सकेंगा। प्रदेश के हर रीजन के हिसाब से उनके लिए विकास की प्लानिंग होंगी।

अन्य ख़बरें