इस वर्ष करवा चौथ का त्योहार जेल में बंद महिला बंदियों के लिए विशेष रूप से मनाया जाएगा। रविवार को उत्तर प्रदेश की महिला बंदियों को अपने पतियों के साथ इस पर्व को मनाने की अनुमति दी गई है। इस दिन, जेल प्रशासन ने सुनिश्चित किया है कि सभी महिला बंदियों के पतियों को बंदी गृह में आने की इजाजत मिलेगी। साथ ही, पुरुष बंदियों की पत्नियों को भी अपने पतियों के साथ पूजन करने का अवसर मिलेगा।
महिला आयोग का निर्देश-
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डा. बबीता सिंह चौहान ने शुक्रवार को सभी जिलों के डीएम को एक पत्र भेजकर इस व्यवस्था को लागू करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि किसी भी महिला या पुरुष बंदी को इस पर्व के दौरान कोई कठिनाई न हो। इसके लिए बंदी गृहों में सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने की बात भी की गई है।
पति की लंबी उम्र की कामना का पर्व-
इस साल करवा चौथ का पर्व रविवार को मनाया जाएगा। इस दिन सुहागिनें अपने पतियों की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना के लिए निर्जला व्रत रखेंगी। महिलाएं दिनभर इस अवसर के लिए चांद के दीदार का इंतजार करेंगी और चांद देखकर पूजा अर्चना करेंगी। आचार्यों के अनुसार, राशियों के अनुरूप पुष्प के रंग के अनुसार पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होगी।इस तरह, जेल में भी सुहागिनें अपने पतियों के साथ इस महत्वपूर्ण पर्व का आनंद उठाने के लिए तत्पर हैं, जिससे उन्हें अपने परिवार की याद दिलाने का एक अनूठा अवसर मिलेगा।
चंद्रोदय का महत्व: रविवार, शाम 7:42 बजे-
आचार्यों के अनुसार, इस रविवार को शाम 7:42 बजे चंद्रोदय होगा, जो खास धार्मिक महत्व रखता है। इस अवसर पर पूजन का विशेष महत्व है, जिसके लिए कुछ सरल उपाय और विधियाँ हैं।
पूजन की तैयारी: गोबर से लीपकर और स्वास्तिक बनाना-
इस पावन अवसर पर, पूजन स्थान को गाय के गोबर से लीपकर और स्वास्तिक बनाकर पूजन करना चाहिए। यह मान्यता है कि इससे देवी-देवताओं की कृपा प्राप्त होती है। चंद्रोदय के 24 मिनट के भीतर चंद्र देव को अर्घ्य देकर और गौरी गणेश का पूजन कर चौथ माई के व्रत का पारण करना उत्तम रहेगा।
करवे से पूजन का महत्व-
आचार्य एसएस नागपाल के अनुसार, चौथ का पूजन धातु के करवे से करना फलदायी होता है। हालांकि, यथाशक्ति मिट्टी के करवे से भी पूजन किया जा सकता है। मान्यता है कि इस दिन के बाद से ठंड का आगाज़ होता है, और करवे की टोंटी से जाड़ा निकलता है, जिससे धीरे-धीरे वातावरण में ठंड का एहसास बढ़ता है।
बाजार में पूजन सामग्री की भरपूर उपलब्धता
करवे से पटा बाजार इस समय विशेष रूप से सज गया है। यहाँ पर पूजन सामग्री के साथ-साथ सुहाग के सामान और डिजाइनर करवे भी उपलब्ध हैं। चांदी के करवे और सोने के पानी चढ़े करवे भी बाजार में उपलब्ध हैं, जो खास आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं।