बड़ी खबरें

पंजाब उपचुनाव में AAP 3, कांग्रेस एक सीट जीती:बरनाला में बागी की वजह से आप जीत से चूकी, 2 कांग्रेसी सांसदों की पत्नियां हारीं 15 घंटे पहले भाजपा ने कोंकण-विदर्भ में ताकत बढ़ाई, शरद पवार के गढ़ में भी लगाई सेंध 14 घंटे पहले बीजेपी दफ्तर पहुंचे पीएम मोदी, पार्टी नेताओं ने किया जोरदार स्वागत 9 घंटे पहले कांग्रेस 63 से 15, बीजेपी 79 से 133 पहुंची:महाराष्ट्र चुनाव में किनारे लगे उद्धव और शरद 8 घंटे पहले 15 राज्यों की 46 विधानसभा, 2 लोकसभा के नतीजे:वायनाड में प्रियंका 4 लाख+ वोटों से जीतीं; MP में मंत्री हारे, यूपी की 9 में 7 पर भाजपा गठबंधन जीता 8 घंटे पहले झारखंड में फिर से हेमंत सरकार:56 सीटों पर धमाकेदार जीत; हेमंत बोले- I.N.D.I.A. का परफॉर्मेंस अच्छा, रांची में पोस्टर- शेरदिल सोरेन फिर आया 8 घंटे पहले 33 साल बाद कटेहरी में खिला कमल:धर्मराज निषाद ने 34 हजार वोटों से शोभावती को हराया 8 घंटे पहले

हादसे रोकने के लिए UPSRTC बसों में लवाएगा एंटी स्लीपिंग डिवाइस

Blog Image

उत्तर प्रदेश परिवाहन निगम बस चालकों के सो जाने से होने वाले हादसों पर लगाम लगाने के लिए एक तकनीक का प्रयोग करने जा रही हैं जिसके जरिए बस हादसों में कमी लाई जा सकेगी। इस खास तकनीक में चालक व परिचालक के सो जाने की स्थिति में तत्काल अलार्म बज उठेगा। इसके लिए बस की स्टीयरिंग पर सेंसरयुक्त एंटी स्लीपिंग डिवाइस लगाई जाएगी। जिससे बस हादसे रोकने में मदद मिलेगी। पहले चरण में 400 से  अधिक बसों में इस सेंसरयुक्त डिवाइसों को लगाया जाएगा।

लखनऊ से दिल्ली जाने वाले बसों में हुआ ट्रायल-

परिवहन निगम प्रशासन ने बस यात्रियों की सुरक्षा के लिए बसों में एंटी स्लीपिंग डिवाइस लगाएगा। इस डिवाइस को लगाने की मंजूरी प्रबंधक निदेशक मासूम अली सरवर ने दी है। बसों में इस डिवाइस के लगने से बस ड्राइवर को बस चलाते समय नींद या झपकी आने पर अलार्म अलर्ट कर देगा। लखनऊ से दिल्ली व देहरादून जाने वाली बसों में इसका ट्रायल किया गया है। डिवाइस की टेस्टिंग दो चरणों में की गई है जिसके सफल होने के बाद टेंडर के जरिए डिवाइस लगाने के लिए कंपनी का चयन कर वर्क आर्डर जारी किया जाएगा। तीन महीने के अंदर बसों में इस डिवाइस को लगा दिया जाएगा। 

बस हादसों की जारी हुई थी रिपोर्ट-

आपको बता दें कि बीती 28 अगस्त को डेढ़ साल के अंदर हुए बस हादसों की रिपोर्ट जारी की गई थी। जिसके मुताबिक सेंसरयुक्त डिवाइस बसों में लगाकर हादसे कम करने को कहा गया था। इतना ही नहीं बसों को कमांड कंट्रोल सेंटर से भी जोड़ा जाएगा। परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक मासूम अली सरवर के मुताबिक मुख्यालय पर हाईटेक कमांड सेंटर भी बनाया जा रहा है जहां से बसों में लगने वाले व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम वीटीएस पर नज़र रखी जाएगी। इसी कमांड सेंटर से बसों में लगने वाली सेंसरयुक्त डिवाइसों की भी निगरानी की जाएगी। 

अन्य ख़बरें