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उत्तर प्रदेश सरकार प्रदेश में औद्योगिक गतिविधियों और बढ़ती ऊर्जा मांग को पूरा करने के लिए क्लीन एनर्जी सेक्टर पर विशेष जोर दे रही है। इस दिशा में सौर ऊर्जा के साथ हाइड्रो पंप स्टोरेज प्रोजेक्ट्स को भी प्राथमिकता दी जा रही है। राज्य में सोनभद्र, चंदौली, और मीरजापुर को हाइड्रो पंप स्टोरेज प्लांट्स के हब के रूप में विकसित किया जा रहा है, जिनसे कुल 4,730 मेगावाट बिजली उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है।
सोनभद्र में 1250 मेगावाट का हाइड्रो पंप स्टोरेज प्लांट-
सोनभद्र के गर्हावा में 1250 मेगावाट क्षमता के हाइड्रो पंप स्टोरेज प्लांट को 30 मई को मंजूरी दी गई। इस प्रोजेक्ट को एक्वाग्रीन इंजीनियरिंग मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड द्वारा विकसित किया जा रहा है। परियोजना की कुल लागत 6,100.62 करोड़ रुपये निर्धारित की गई है। इस प्लांट के जरिए क्षेत्र की बिजली उत्पादन क्षमता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान की उम्मीद है।
चंदौली के मुबारकपुर में 600 मेगावाट का प्लांट-
चंदौली के मुबारकपुर में 600 मेगावाट की क्षमता वाला हाइड्रो पंप स्टोरेज प्लांट स्थापित किया जा रहा है, जिसे एक्मे ऊर्जा टू प्राइवेट लिमिटेड द्वारा विकसित किया जा रहा है। इस परियोजना की अनुमानित लागत 3,544.81 करोड़ रुपये है। यह प्रोजेक्ट भी ऊर्जा उत्पादन को बढ़ाने और प्रदेश के उद्योगों को बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने में सहायक होगा।
मीरजापुर में चार प्लांट्स से ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य-
मीरजापुर जिले में चार हाइड्रो पंप स्टोरेज प्लांट्स स्थापित किए जा रहे हैं, जिनसे कुल 3,480 मेगावाट बिजली उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। इन चार परियोजनाओं में अवाडा ग्रुप द्वारा कटरा में 630 मेगावाट का प्लांट 4,410 करोड़ रुपये की लागत से, रेन्यू समूह द्वारा कालू पट्टी गांव में 600 मेगावाट का प्लांट 3,350 करोड़ रुपये की लागत से, और बबूरा गांव में 800 मेगावाट का प्लांट 4,100 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित किया जा रहा है।
बबूरा रघुनाथ सिंह गांव में 850 मेगावाट की यूनिट-
मीरजापुर के बबूरा रघुनाथ सिंह गांव में ईस्ट इंडिया पेट्रोलियम द्वारा 850 मेगावाट की पंप स्टोरेज यूनिट स्थापित की जा रही है। इस प्रोजेक्ट की लागत 3,946.12 करोड़ रुपये आंकी गई है। यह यूनिट भी मीरजापुर जिले को ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में अग्रणी बनाने में एक प्रमुख भूमिका निभाएगी।
क्लीन एनर्जी की दिशा में बड़ा कदम-
योगी सरकार का यह कदम राज्य में ऊर्जा की बढ़ती मांग को पूरा करने के साथ-साथ स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन को बढ़ावा देने का हिस्सा है। हाइड्रो पंप स्टोरेज प्लांट्स के ये प्रोजेक्ट्स न केवल बिजली उत्पादन में सहायक होंगे, बल्कि इससे औद्योगिक और घरेलू क्षेत्रों में निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित होगी।
Baten UP Ki Desk
Published : 17 September, 2024, 6:44 pm
Author Info : Baten UP Ki