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SCR बनेगा यूपी का नया विकास मॉडल, इतने हजार करोड़ से बदलेगा राजधानी क्षेत्र का चेहरा

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उत्तर प्रदेश सरकार ने लखनऊ और इसके आसपास के जिलों को विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस करने के लिए राज्य राजधानी क्षेत्र (State Capital Region - SCR) की महत्वाकांक्षी योजना को अमलीजामा पहनाने का फैसला किया है। आवास विभाग ने SCR के समग्र विकास के लिए 10 हजार करोड़ रुपये के बजट का प्रस्ताव रखा है। इस योजना के तहत छह जिलों-लखनऊ, रायबरेली, सीतापुर, हरदोई, बाराबंकी और उन्नाव-में बुनियादी ढांचे के एक समान और सुनियोजित विकास की तैयारी है।

दिल्ली-NCR की तर्ज पर होगा SCR का विकास

राज्य सरकार SCR को दिल्ली-NCR की तर्ज पर एक एकीकृत और आधुनिक शहरी क्षेत्र के रूप में विकसित करने की दिशा में कदम उठा रही है। इस उद्देश्य से विशेषज्ञ कंसल्टेंट्स की नियुक्ति की जाएगी, जो इन जिलों की भौगोलिक, सामाजिक और आर्थिक स्थिति का विश्लेषण कर समन्वित विकास कार्ययोजना तैयार करेंगे।

यह होंगे SCR के विकास के प्रमुख क्षेत्र:

  • सड़क नेटवर्क: हाई-स्पीड कॉरिडोर, रिंग रोड और आंतरिक सड़कों का निर्माण कर सभी जिलों को एक दूसरे से जोड़ा जाएगा।

  • बिजली आपूर्ति: स्मार्ट ग्रिड और नवीकरणीय ऊर्जा संसाधनों के माध्यम से निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी।

  • जलापूर्ति: स्वच्छ पेयजल के लिए आधुनिक जल शोधन संयंत्र और पाइपलाइन नेटवर्क बिछाए जाएंगे।

  • परिवहन व्यवस्था: मेट्रो, रैपिड रेल और इलेक्ट्रिक बसों जैसी सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी ताकि लोगों को पर्यावरण अनुकूल और सस्ती परिवहन सेवाएं मिल सकें।

SCR का कुल क्षेत्रफल और जनसंख्या

SCR का गठन जुलाई 2024 में किया गया था, जिसमें शामिल छह जिलों का कुल क्षेत्रफल करीब 27,826 वर्ग किलोमीटर है। यहां लगभग 2 करोड़ से अधिक लोग निवास करते हैं। SCR का संचालन उत्तर प्रदेश राज्य राजधानी क्षेत्र विकास प्राधिकरण (SCRDA) के तहत किया जाएगा, जो इस क्षेत्र में शहरी नियोजन और बुनियादी ढांचे के निर्माण की जिम्मेदारी निभाएगा।

औद्योगिक हब और रोजगार के नए अवसर

सरकार SCR को एक नए औद्योगिक हब के रूप में स्थापित करने की योजना बना रही है। लखनऊ में पहले से ही डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के तहत ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल की प्रोडक्शन यूनिट शुरू हो चुकी है। इसके अलावा रायबरेली, बाराबंकी, उन्नाव, सीतापुर और हरदोई को हॉस्पिटैलिटी और कॉर्पोरेट सेक्टर के लिए आकर्षक केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा।

शहरी विस्तार और नए शहर

मुख्यमंत्री शहरी विस्तार नए शहर प्रोत्साहन योजना के तहत SCR में जून 2025 से दिसंबर 2025 तक नए शहरों और परियोजनाओं की शुरुआत की जाएगी। लखनऊ के अलावा झांसी, बरेली और कानपुर (न्यू कानपुर सिटी) को भी इस योजना में शामिल किया गया है।

बेहतर कनेक्टिविटी और आधारभूत ढांचा

SCR के गठन से सड़क, रेल और हवाई कनेक्टिविटी को नया बल मिलेगा। लखनऊ स्थित चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पहले से ही उत्तर भारत का दूसरा सबसे व्यस्त हवाई अड्डा है, जिससे SCR की कनेक्टिविटी और भी मजबूत होगी।

पर्यावरण संरक्षण को भी प्राथमिकता

परियोजना के तहत हरित क्षेत्र के विकास, पौधरोपण और प्रदूषण नियंत्रण जैसे उपायों को प्राथमिकता दी जाएगी। प्रमुख सचिव आवास पी. गुरुप्रसाद के अनुसार, “हमारा लक्ष्य केवल लखनऊ को एक आधुनिक महानगर बनाना है, बल्कि आसपास के जिलों को भी उसी स्तर की सुविधाएं प्रदान कर समग्र विकास सुनिश्चित करना है।”

राजधानी क्षेत्र बनेगा विकास का नया मॉडल

SCR की यह योजना उत्तर प्रदेश के राजधानी क्षेत्र को सिर्फ बुनियादी सुविधाओं से लैस करेगी, बल्कि इसे एक आर्थिक, औद्योगिक और शहरी विकास के मॉडल के रूप में स्थापित करने में मदद करेगी। 10 हजार करोड़ रुपये के निवेश से आने वाले वर्षों में यह क्षेत्र राज्य की जीडीपी और रोजगार सृजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

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