बड़ी खबरें

छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ बड़ा एक्शन, सुरक्षाबलों से मुठभेड़ में 5 ढेर; गोलीबारी जारी 6 घंटे पहले झांसी मेडिकल कॉलेज में 10 नवजात जिंदा जले:39 बच्चों को खिड़की तोड़कर निकाला; डिप्टी सीएम के पहुंचने से पहले सफाई-चूना डाला 6 घंटे पहले अभिनेत्री दिशा पाटनी के पिता से 25 लाख की ठगी:बरेली में जूना अखाड़े के आचार्य ने सरकारी आयोग में अध्यक्ष बनवाने का लालच दिया 6 घंटे पहले अभिनेत्री दिशा पाटनी के पिता से 25 लाख की ठगी, बरेली में जूना अखाड़े के आचार्य ने सरकारी आयोग में अध्यक्ष बनवाने का दिया लालच 5 घंटे पहले सीसामऊ में डेढ़ घंटे का रोड शो शुरू, रथ पर सवार योगी पर पुष्पवर्षा, कमल निशान की साड़ी में दिखीं महिलाएं एक घंटा पहले

प्रदेश की बेटियां संभालेंगी प्रशासन, 7500 छात्राएं बनेंगी एक दिन की अफसर

Blog Image

योगी सरकार की ओर से बेटियों के सशक्तिकरण के लिए शुरू किए गए मिशन शक्ति 5.0 को और भी मजबूत करने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने एक क्रांतिकारी पहल की है। इस पहल के तहत, परिषदीय और कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों (केजीबीवी) की 7500 छात्राओं को एक दिन के लिए प्रशासनिक अधिकारी बनने का अवसर मिलेगा। इस प्रयास का उद्देश्य बालिकाओं में आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता को विकसित करना है।

बालिकाओं को मिलेगा एक दिन का प्रशासनिक अनुभव-

इस योजना के तहत प्रत्येक जिले से 100 बेटियों का चयन किया जाएगा, जो एक दिन के लिए डीएम, सीडीओ, बीएसए, तहसीलदार, डीआईओएस जैसे महत्वपूर्ण पदों पर कार्य करेंगी। इससे न केवल उन्हें प्रशासनिक कार्यों की वास्तविक समझ प्राप्त होगी, बल्कि समाज में नेतृत्व करने का आत्मविश्वास भी मिलेगा।

नेतृत्व क्षमता का विकास और महत्वपूर्ण कदम-

बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने इस पहल को "महत्वपूर्ण कदम" बताते हुए कहा कि इसका उद्देश्य बालिकाओं को प्रशासनिक जिम्मेदारियों से परिचित कराना और उनकी लीडरशिप क्वालिटी को उजागर करना है। इससे वे अपने अधिकारों और जिम्मेदारियों को समझने में सक्षम होंगी। इस कार्यक्रम के माध्यम से समाज के हर वर्ग और श्रेणी की बालिकाओं को समान अवसर प्रदान किया जाएगा।

चुनौतियों से निपटने का मिलेगा अनुभव-

चुनी गई बालिकाएं सरकारी कार्यालयों में एक दिन के लिए अधिकारियों की भूमिका निभाते हुए, जनसमस्याओं की सुनवाई और उनके समाधान में भाग लेंगी। इस अनुभव से उनमें निर्णय लेने की क्षमता और चुनौतियों से निपटने की कुशलता विकसित होगी, जो उनके भविष्य के लिए महत्वपूर्ण होगा।

बेटियों का आत्मविश्वास बढ़ाने की दिशा में सार्थक कदम-

इस योजना के तहत कई छात्राएं पहले ही प्रशासनिक भूमिकाएं निभा चुकी हैं। कासगंज की टॉपर भूमिका और संभल की शालू को एक दिन का जिलाधिकारी बनाया गया था, जहाँ उन्होंने प्रशासनिक कार्यों का संचालन करते हुए जनसमस्याओं का समाधान किया। इसी तरह, चित्रकूट की मनोरमा पटेल को डीआईओएस के रूप में कार्य करने का अवसर मिला, जिसमें उन्होंने अधिकारियों की जिम्मेदारियों को समझा और सफलतापूर्वक निभाया।

बेटियों को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सरकार की यह पहल बेटियों को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित हो रही है। मिशन शक्ति के अंतर्गत दी गई यह जिम्मेदारी उन्हें समाज में अपने योगदान को समझने और नेतृत्व करने का महत्वपूर्ण अवसर देगी। मिशन शक्ति 5.0 का यह चरण प्रदेश की बालिकाओं के लिए प्रशासनिक क्षमताओं को पहचानने और आत्मविश्वास से भरपूर भविष्य की ओर कदम बढ़ाने का एक बेहतरीन मंच साबित होगा।

अन्य ख़बरें

संबंधित खबरें