उत्तर प्रदेश के परिषदीय स्कूलों में संचालित 10,684 को-लोकेटेड आंगनबाड़ी केंद्रों में अब एजुकेटर (ईसीसीई) की नियुक्ति की जाएगी। इन एजुकेटर को संविदा के आधार पर रखा जाएगा और उन्हें प्रतिमाह 10,313 रुपये का मानदेय मिलेगा, जिसमें पीएफ और ईएसआई भी शामिल होगा। इस भर्ती के लिए प्रदेश के सभी 75 जिलों में अधिसूचना जारी कर दी गई है, और यह भर्ती प्रक्रिया आउटसोर्सिंग के माध्यम से की जाएगी। संविदा की अवधि 11 माह की होगी।
10 हजार से ज्यादा आंगनबाड़ी केंद्रों पर तैनाती
परिषदीय स्कूलों के परिसरों में संचालित 10,684 आंगनबाड़ी केंद्रों में प्रत्येक केंद्र पर एक एजुकेटर की नियुक्ति की जाएगी। इस पद के लिए वही उम्मीदवार पात्र होंगे, जिन्होंने यूजीसी से मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से गृह विज्ञान में स्नातक की डिग्री 50 प्रतिशत अंकों के साथ प्राप्त की हो। आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को न्यूनतम अंकों में पांच प्रतिशत की छूट दी जाएगी। इसके अलावा, नर्सरी अध्यापक शिक्षा (एनटीटी), सीटी नर्सरी, डीपीएसई का कम से कम दो वर्ष का डिप्लोमा या समकक्ष योग्यता रखने वाले उम्मीदवार भी आवेदन कर सकते हैं।
75 जिलों में लागू होगी योजना
यह भर्ती प्रक्रिया उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों में लागू की जाएगी, जिसमें आउटसोर्सिंग के माध्यम से एजुकेटरों की नियुक्ति की जाएगी। भर्ती के लिए संविदा की अवधि 11 महीने की होगी, जिसके बाद यह संविदा समाप्त हो जाएगी या पुनः नवीनीकृत की जा सकती है। इस संबंध में अधिसूचना पहले ही जारी कर दी गई है, और सरकार द्वारा निर्धारित नियमों के तहत इस प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा।
आयु सीमा और जिम्मेदारी
भर्ती के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवार की आयु एक जुलाई 2024 को 40 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। नियुक्त किए गए एजुकेटर का मुख्य दायित्व तीन से छह वर्ष के बच्चों को औपचारिक शिक्षा के लिए तैयार करना होगा। इस भर्ती प्रक्रिया के माध्यम से यूपी के आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया जा रहा है।