उत्तर प्रदेश अब पर्यटन के क्षेत्र में नए आयाम छू रहा है। इस वर्ष के पहले छह महीनों में प्रदेश में लगभग 33 करोड़ पर्यटक घूमने आए, जो अपने आप में एक बड़ा कीर्तिमान है। खास बात यह रही कि अयोध्या ने इस अवधि में वाराणसी को भी पीछे छोड़ दिया। यहां लगभग 11 करोड़ लोग भगवान राम के जन्मस्थल के दर्शन के लिए पहुंचे। यह आंकड़ा पिछले साल की तुलना में एक करोड़ से अधिक है, जब पूरे साल के दौरान प्रदेश में 31 करोड़ से ज्यादा पर्यटक आए थे।
पर्यटकों की संख्या में ऐतिहासिक बढ़त
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने इस उपलब्धि की जानकारी देते हुए बताया कि पिछले कुछ वर्षों में उत्तर प्रदेश ने पर्यटन के क्षेत्र में जबरदस्त वृद्धि देखी है। 2023 के शुरुआती छह महीनों में 32 करोड़ 98 लाख से अधिक पर्यटकों ने प्रदेश का दौरा किया, जबकि 2022 में पूरे साल में 31 करोड़ 86 लाख पर्यटक आए थे। यह बढ़ोतरी प्रदेश में पर्यटन की बढ़ती लोकप्रियता का प्रमाण है। बीते वर्ष की समान अवधि में जहां 19 करोड़ 60 लाख पर्यटक आए थे, वहीं इस साल उनकी संख्या बढ़कर 33 करोड़ के करीब पहुंच गई। इसमें 32 करोड़ 87 लाख घरेलू पर्यटक थे, जबकि 10 लाख से अधिक विदेशी पर्यटक भी यहां की संस्कृति और विरासत का अनुभव करने पहुंचे।
अयोध्या बना सबसे बड़ा पर्यटन केंद्र
इस साल की सबसे बड़ी खासियत यह रही कि अयोध्या ने देश-विदेश के पर्यटकों के लिए प्रमुख आकर्षण का केंद्र बना। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में रामलला के विराजमान होने के बाद यहां श्रद्धालुओं और पर्यटकों का आगमन कई गुना बढ़ा है। आंकड़ों के अनुसार, अयोध्या में छह महीने में 10 करोड़ 99 लाख से अधिक घरेलू और विदेशी पर्यटक पहुंचे। यह संख्या वाराणसी से काफी अधिक रही, जहां 4 करोड़ 61 लाख पर्यटक आए।
वाराणसी, प्रयागराज और अन्य प्रमुख स्थल
अयोध्या के बाद वाराणसी और प्रयागराज जैसे धार्मिक और सांस्कृतिक स्थल भी पर्यटकों के आकर्षण का प्रमुख केंद्र बने रहे। वाराणसी में 4 करोड़ 61 लाख से अधिक लोग आए, जबकि प्रयागराज में 4 करोड़ 53 लाख पर्यटकों ने कुंभ नगरी का दौरा किया। इसके अलावा, मथुरा, लखनऊ और आगरा जैसे स्थलों ने भी लाखों की संख्या में पर्यटकों का स्वागत किया। मथुरा में 3 करोड़ से अधिक पर्यटक आए, जबकि लखनऊ और आगरा में क्रमशः 3.5 करोड़ और 76 लाख से अधिक पर्यटकों ने भ्रमण किया। आगरा की खास बात यह रही कि यहां विदेशी पर्यटकों की संख्या 7 लाख के पार रही, जो कि विश्व धरोहर ताजमहल की वैश्विक लोकप्रियता को दर्शाता है।
एक उभरता हुआ वैश्विक पर्यटन स्थल
मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश ने पर्यटन के क्षेत्र में न केवल राष्ट्रीय, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान बना ली है। राज्य सरकार द्वारा निरंतर पर्यटन स्थलों का विकास और पर्यटकों के लिए सुविधाओं में सुधार किया जा रहा है, जिससे भविष्य में भी प्रदेश में पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी की पूरी उम्मीद है।