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घंटी से लेकर विशाल घंटों के निर्माण के लिए उत्तर प्रदेश के एटा जिले का जलेसर शहर प्रसिद्ध है। यहां के घंटे पूरे विश्व में मशहूर हैं। जलेसर में अयोध्या के राम मंदिर के लिए 2400 किलो का घंटा तैयार किया गया है। ये घंटा अयोध्या पहुंच गया है। इस विशाल घंटे को सैकड़ों व्यापारी फूलों से सजे रथ से अयोध्या लाए हैं। जिसे श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को समर्पित कर दिया गया है। इसके साथ ही 50-50 किलो के 7 और घंटे भी ट्रस्ट को समर्पित किए गए हैं। इन घंटों के बजाने से ऊं की ध्वनि गूंजती है।
इस विशाल घंटे को बनाने में 70 कारीगर-
कारोबारी मनोज मित्तल ने बताया कि पिता विकास मित्तल की स्मृति में इस घंटे को तैयार किया गया है। 8 जनवरी को एटा से एक प्रतिनिधिमंडल जुलूस के रूप में अयोध्या के लिए निकले थे। पहले 2100 किलो का घंटा बनाने का लक्ष्य रखा गया था। फिर बाद में उत्साह और बढ़ा तो इसे 2400 किलो का बनवाया गया। जिसे बनाने में लगभग 25 लाख का खर्च आया है। उन्होंने बताया सभी की इच्छा है कि यह घंटा भगवान राम के मंदिर में लगाया जाए, क्योंकि इसकी आवाज शांत माहौल में करीब 2 किमी तक सुनाई देती है।
पिता ने 2100 किलो के घंटे का लिया था संकल्प-
जलेसर के कारोबारी मनोज मित्तल के मुताबिक उनके पिताजी और जलेसर नगर पालिका के पूर्व चेयरमैन विकास मित्तल ने राम मंदिर में 2100 किलो का घंटा अर्पित करने का संकल्प लिया था। आज वे हमारे बीच नहीं रहे, लेकिन इस ऐतिहासिक मौके पर हम उनके संकल्पों को पूरा करते हुए राम मंदिर को 2400 किलो का घंटा अर्पित कर रहे हैं।
छह फीट ऊंचा है यह विशाल घंटा-
आपको बता दें कि 2400 किलो के घंटे का आकार 6 फीट से ज्यादा है। वजन 2400 किलो है इसको बनाने में 21 लाख से अधिक की लागत आई है। इसकी आवाज 2 किलोमीटर दूर तक सुनाई दे सकती है। इसके साथ ही इस घंटे की खासियत यह है कि इसकी आवाज में ऊं की ध्वनि गूंजती है।
Baten UP Ki Desk
Published : 10 January, 2024, 1:23 pm
Author Info : Baten UP Ki