बड़ी खबरें

15 राज्यों की 46 विधानसभा, 2 लोकसभा के नतीजे: वायनाड में प्रियंका को 3.5 लाख+ वोट की बढ़त; यूपी की 9 सीटों में भाजपा 7, सपा 2 पर आगे एक घंटा पहले झारखंड के रुझानों में झामुमो गठबंधन बहुमत पार:41 का बहुमत और 51 सीटों पर बढ़त; पार्टी महासचिव बोले- लोग बांटने आए थे, कट गए एक घंटा पहले पर्थ टेस्ट दूसरा दिन- भारत को 142 रन की बढ़त:जायसवाल-राहुल ने 96 रन जोड़े, ऑस्ट्रेलिया पहली पारी में 104 रन पर ऑलआउट एक घंटा पहले पंजाब उपचुनाव में AAP 3, कांग्रेस एक सीट जीती:बरनाला में बागी की वजह से आप जीत से चूकी, 2 कांग्रेसी सांसदों की पत्नियां हारीं एक घंटा पहले भाजपा ने कोंकण-विदर्भ में ताकत बढ़ाई, शरद पवार के गढ़ में भी लगाई सेंध 9 मिनट पहले

भदोही के लाल ने IPL में किया कमाल

Blog Image

आईपीएल का जादू इनदिनों क्रिक्रेट प्रेमियों के सिर चढ़ कर बोल रहा है। दर्शक अपने चहेते क्रिक्रेटर्स का खेल देखने के लिए मैदानों में उमड़ रहे हैं। ऐसे ही एक यूपी के लाल हैं जो आईपीएल में कमाल कर चर्चा बटोर रहे हैं। हम बात कर रहे हैं उत्तर प्रदेश के भदोही जिले के करीब 22 साल के यशस्वी जयसवाल की जिसकी तारीफ भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और चेन्नई सुपर किंग के कैप्टन महेंद्र सिंह धोनी रैना ने की है। आइए जानते हैं भदोही के लाल की यहां तक पहुंचने की पूरी कहानी..
यशस्वी जयसवाल ने आईपीएल की 16वें सीजन में मुंबई इंडियंस के खिलाफ मुकाबले को अपने बल्ले से यादगार बना दिया उन्होंने 62 गेंदों में 16 चौके और 8 छक्कों की मदद से 124 रनों की बेहतरीन पारी खेली यशस्वी के लिए ये सीजन अभी तक काफी अच्छा साबित हुआ है। उनकी ये शतकीय पारी हमेशा याद रहने वाली है क्योंकि उन्होंने इसी स्टेडियम के सामने रहते हुए क्रिक्रेट की बारिकियां सीखी थीं।
धोनी ने क्यों की तारीफ- यशस्वी के आईपीएल के 16वें सीजन में मुंबई इंडियंस के खिलाफ मुकाबले के लिए महेंद्र सिंह धोनी ने तारीफ करते हुए कहा कि यशस्वी ने काफी अच्छी बैटिंग की गेंदबाजों को टार्गेट किया और नपा तुला रिस्क लिया। हमारे गेंदबाजों के लिए थोड़ा आसान था। क्योंकि हमें सही लेंथ का आंकलन करना था। यशस्वी ने टॉप ऑर्डर में शानदार बैटिंग की है।

पिता चलाते हैं पेंट की दुकान- यशस्वी उत्तर प्रदेश के भदोही जिले के रहने वाले हैं 11 साल की छोटी उम्र में सपनों के शहर मुंबई चले गए थे। यशस्वी बचपन से ही क्रिक्रेट में रुचि रखते थे। इनके मुंबई आने की वजह भी यही थी। इनके पिता भदोही में पेंट की दुकान चलाते हैं।

मुंबई में मैदान के टेंट में गुजारी कई रातें- बताया जाता है कि मुंबई में रहने की व्यवस्था इनके पिता ने एक तबेले में कर दी थी जहां पर शर्त ये थी कि इनको सुबह उठकर तबेले का काम करना होता था एक दिन तबेले वाले इनका सारा सामान बाहर फेंक दिया। जिसके बाद यशस्वी ने कई रातें टेंट में आजाद मैदान में बिताई कहा जाता है कि यशस्वी ने गुजर-बसर करने के लिए मुंबई मे पानीपूरी भी बेंची है। यशस्वी में कोच ज्वाला सिंह को वो दिखा जो लोग नहीं देख पा रहे थे जिसके बाद उन्होने बहुत मदद की और कोचिंग देने की ठानी अब यशस्वी को सही राह मिल चुकी थी जो उन्हें यहां तक ले आई।

 

 

अन्य ख़बरें