बड़ी खबरें

15 राज्यों की 46 विधानसभा, 2 लोकसभा के नतीजे: वायनाड में प्रियंका को 3.5 लाख+ वोट की बढ़त; यूपी की 9 सीटों में भाजपा 7, सपा 2 पर आगे एक घंटा पहले झारखंड के रुझानों में झामुमो गठबंधन बहुमत पार:41 का बहुमत और 51 सीटों पर बढ़त; पार्टी महासचिव बोले- लोग बांटने आए थे, कट गए एक घंटा पहले पर्थ टेस्ट दूसरा दिन- भारत को 142 रन की बढ़त:जायसवाल-राहुल ने 96 रन जोड़े, ऑस्ट्रेलिया पहली पारी में 104 रन पर ऑलआउट एक घंटा पहले पंजाब उपचुनाव में AAP 3, कांग्रेस एक सीट जीती:बरनाला में बागी की वजह से आप जीत से चूकी, 2 कांग्रेसी सांसदों की पत्नियां हारीं एक घंटा पहले भाजपा ने कोंकण-विदर्भ में ताकत बढ़ाई, शरद पवार के गढ़ में भी लगाई सेंध 13 मिनट पहले

यूपी को मिली खेलो इंडिया नेशनल यूनिवर्सिटी गेम्स की मेजबानी

Blog Image

अगले साल यानी 2023 के अप्रैल में खेलो इंडिया नेशनल यूनिवर्सिटी गेम्स की शुरुआत होने जा रही है लेकिन इस बार का इंडिया नेशनल यूनिवर्सिटी गेम्स हमारे यूपी के लिए कुछ खास है क्योंकि साल 2023-24 के खेलो इंडिया नेशनल यूनिवर्सिटी गेम्स का आयोजन उत्तर प्रदेश में होने वाला है। उड़ीसा और कर्नाटक के बाद इस बार उत्तर प्रदेश को इसकी मेजबानी का मौका मिला है। इसमें देशभर के 150 विश्वविद्यालयों के 4,500 खिलाड़ी भाग लेने वाले हैं। युवा खिलाड़ियों को खेलो इंडिया नेशनल गेम्स के जरिए अपनी प्रतिभा को निखारने का मौका मिलता है। इसका आयोजन हर साल किया जाता है।

खेलो इंडिया नेशनल यूनिवर्सिटी गेम्स का आयोजन हर साल किया जाता है। खेलो इंडिया नेशनल यूनिवर्सिटी गेम्स को खेलो इंडिया प्रोग्राम के तहत साल 2020 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आरंभ किया था। खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स भारतीय खेलों के लिए एक क्रांति है। जिसमें देसी खेलों को शामिल किया गया है। इस प्रतियोगिता में पूरे देश के स्कूल और कॉलेजों के विद्यार्थी हिस्सा लेते हैं। खेलो इंडिया नेशनल गेम्स के माध्यम से देश के युवाओं के बीच खेल का बढ़ावा मिलता है। इस योजना में कई प्रकार के खेल होते हैं। इसमें सेलेक्टेड छात्रों को खेल कौशल के विकास के लिए स्कॉलरशिप भी दी जाती है। इसमें हिस्सा लेने के लिए स्टूडेंट्स खेलो इंडिया नेशनल यूनिवर्सिटी गेम्स की ऑफिशियल साइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। 

खेल हमेशा से ही उत्तर प्रदेश की संस्कृति और यहां के लोगों की जिंदगी एक अहम हिस्सा रहा है। शुरुआत से ही उत्तर प्रदेश से, खेल के हर क्षेत्र में कोई न कोई दिग्गज प्रदेश का नाम रौशन करता आया है। प्रदेश में खेलों की स्थिति को और बेहतर बनाने के लिए सरकार और खेल विभाग लगातार कोशिशें कर रही है। प्रदेश में खेल का बढ़ावा देने के लिए यूपी सरकार ने कई योजनाएं भी चलाईं हैं जैसे हाल ही में खेल विभाग के ओर से एक जिला एक खेल योजना भी उत्तर प्रदेश में लागू करने की बात कही गई है। इस योजना के तहत सभी जिलों में खेलो इंडिया सेंटर की स्थापना की जाएगी। 

खिलाड़ियों की रूची और हौसले को देखते हुए उत्तर प्रदेश खेल विभाग ने राज्य में तीन स्पोर्ट्स कॉलेज पहला लखनऊ में गुरु गोबिंद सिंह स्पोर्ट्स कॉलेज,  दूसरा गोरखपुर में वीर बहादुर सिंह स्पोर्ट्स कॉलेज और तीसरा इटावा में सैफई स्पोर्ट्स कॉलेज स्थापित किए हैं। तीनों स्पोर्ट्स कॉलेज में आधुनिक तकनीकी सुविधाएं, पर्याप्त जगह के साथ ही बेहतरीन ट्रेनर को भी रखा गया है। इसके अलावा विभाग ने 36 स्पोर्ट्स हॉस्टल भी बनवाएं हैं जिनमें 18 जिलों के 16 खेलों के 740 खिलाड़ियों के रहने और कैटरिंग जैसी जरूरतों को पूरा करने की क्षमता है। 

ओलम्पिक गेम्स, विश्व कप या विश्व चैम्पियनशिप, एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स जैसे इंटरनेशनल खेलों में यूपी के मूल निवासियों के पदक विजेताओं को सरकार राजपत्रित पदों पर सीधी भर्ती करने की व्यवस्था है। राज्य सरकार इन खिलाड़ियों पुरस्कार के रूप में धनराशि भी देती है। इसके अलावा जल्द ही मेरठ में प्रदेश की पहली मेजर ध्यानचंद स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी भी खुलने वाली है।इस यूनिवर्सिटी में 540 महिला और 540 पुरुष खिलाड़ियों को ट्रेनिंग दी जाएगी साथ ही साथ इसमें  बैचलर डिग्री इन स्पोर्ट्स, मास्टर्स, डिप्लोमा, एमफिल और पीएचडी जैसे कोर्स शामिल किए जाएंगे।

 

अन्य ख़बरें

संबंधित खबरें