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लखनऊ और कानपुर को मेगा सिटी के रूप में किया जाएगा विकसित

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उत्तर प्रदेश सरकार लखनऊ और कानपुर को मेगा सिटी के रूप में विकसित करने की तैयारी शुरू कर दी है। राज्य राजधानी क्षेत्र -एससीआर के विकास में इन दोनों शहरों के बीच के क्षेत्र को विशेष आर्थिक विकास क्षेत्र की संभावनाओं वाला माना गया है। इसी को ध्यान में रखते हुए इन दोनों शहरों को मेगा सिटी के रूप में विकसित किया जाएगा। इन दोनों शहरों को मेगा सिटी के रूप में विकसित किए जाने से यहां रोजगार और शिक्षा के अवसर के साथ-साथ अन्य कई तरह की सुविधाएं लोगों को मिलेगी।

रीजनल प्लैनिंग कॉन्क्लेव की बैठक में हुआ फैसला

रीजनल प्लैनिंग कॉन्क्लेव 2023 की बैठक में यह फैसला हुआ कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ को ग्लोबल सिटी के रूप में विकसित किया जाएगा। इससे आसपास के सीतापुर, रायबरेली और अन्य जिलों को काफी सुविधा मिलेगी। लखनऊ और कानपुर के इन दोनों शहरों को मेगा सिटी बनने से कई फायदे मिलेंगे। इससे इलाके में औद्योगिक क्षेत्र बढ़ने के साथ-साथ स्थानीय लोगों की जिंदगी भी बेहतर होगी। यही नहीं इससे शहरी इलाकों का विकास होगा और शिक्षा तथा रोजगार के अधिक अवसर मिलेंगे। 

रीजनल प्लान को दिया जा रहा विस्तार 

रीजनल प्लान को अधिक विस्तार देने के लिए यूपी रीजनल प्लानिंग कॉन्क्लेव -2023 में दो दिनों तक मंथन किया गया। इसमें इस बात पर सहमति बनीं कि आसपास के तीन-चार जिलों को जोड़कर उस क्षेत्र का रिजनल प्लान तैयार किया जाएगा। मुख्य सचिव के मुताबिक" मास्टर प्लान के तहत एक शहर में काम  होता है। जबकि रीजनल प्लान में आसपास के नगर निकायों और शहरों को जोड़कर विकास को गति दी जाती है।

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