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दुष्यंत की तरह हरदम तैयार रहें आईएएस ऑफसर-राजनाथ सिंह

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लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में ध्येय फाउंडेशन की ओर ध्येय समम् उत्थान कार्यक्रम का आयोजन किया गया इसमें लखनऊ के सांसद एवं देश के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, लखनऊ की महापौर सुषमा खर्कवाल सहित कई गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए। ध्येय फाउंडेशन ने इस कार्यक्रम का आयोजन आईएएस पीसीएस परीक्षा में पास हुए छात्रों के सम्मान के लिए किया था। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा की आईएएस अधिकारी को दुष्यंत की तरह होना चाहिए, जो जनता की सेवा के लिए हमेशा तैयार रहें राजनाथ सिंह ने दुष्यंत की कहानी को बताते हुए कहा कि, किस प्रकार से राजा दुष्यंत जनता की सेवा के लिए हमेशा तैयार रहते थे। उन्होंने इसके लिए अपने महल में एक घंटा बंधवा रखा था जिससे फरियादी किसी भी वक्त उस घंटे को बजा कर राजा को अपनी बात बता सकता था। राजनाथ सिंह ने कहा आईएएस की परीक्षा पास करने वाले अधिकारियों को जनता के प्रति इसी तरह उत्तरदायित्व निभाना होगा। 

कभी भी अहंकार को पास न आने दें-

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आईएएस बनने के बाद कभी भी अहंकार नहीं करना चाहिए। राजनाथ सिंह ने कहा कि जिस दिन आपके मन में अहंकार आ जाता है उसी दिन से आप की वैल्यू जनसाधारण में कम हो जाती है। आईएएस को हर प्राणी के लिए मन में सम्मान रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुझे जीवन में सैकड़ों आईएएस के साथ काम करने का अवसर मिला जिसके आधार पर मैं यह कह सकता हूं। राजनाथ सिंह ने कहा कि राजनीति में कोई भी ऐसा पद नहीं रहा जो उनके पास न रहा हो, प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के पद के अलावा क्योंकि वह पद नहीं वह अपने आप में एक संस्था होती है जिसका सभी को मान रखना चाहिए। राजनाथ ने कहा कि उन्होंने कभी भी पद प्रतिष्ठा को लेकर कभी भी अहंकार नहीं किया।

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