बड़ी खबरें

चारधाम यात्रा 2024 में आस्था ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, इस बार केदारनाथ में बढ़े 69 प्रतिशत तीर्थयात्री 22 घंटे पहले मौसम विभाग ने लखनऊ को दी चेतावनी, अगले 3 दिनों में बढ़ेगा हीट वेव का असर, 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचेगा तापमान 22 घंटे पहले IPL 2024 में लगातार चौथी हार से राजस्थान का क्वालिफायर-1 खेलना मुश्किल, 17वें सीजन के 65वें मैच में पंजाब किंग्स ने RR को 5 विकेट से हराया 22 घंटे पहले आईपीएल में आज सनराइजर्स हैदराबाद और गुजरात टाइटंस की होगी टक्कर, आज मिल सकती है प्लेऑफ की तीसरी टीम 22 घंटे पहले बिहार में शिक्षक के पदों पर आवेदन का आज आखिरी मौका, इच्छुक उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट- bpsc.bih.nic.in पर जाकर कर सकते हैं आवेदन 22 घंटे पहले अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) रायपुर ने सीनियर रेजिडेंट (ग्रुप ए) के पदों पर निकाली भर्ती, 22 मई 2024 तक कर सकते हैं अप्लाई 22 घंटे पहले भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने मैनेजर-एचआर और एडमिन के पदों पर निकाली भर्तियां, 27 मई 2024 है आवेदन की आखिरी तारीख 22 घंटे पहले जौनपुर की जनता में पीएम मोदी ने भरा जोश, जिले में जनसभा को किया संबोधित 17 घंटे पहले लखनऊ में अल्पसंख्यक धर्मगुरुओं से मिले राजनाथ सिंह, बोले- जैसे जय श्रीराम बोलने की आजादी, वैसे ही अल्लाह-हू-अकबर कहने की स्वतंत्रता 16 घंटे पहले बिहार में गृहमंत्री अमित शाह का बड़ा एलान, कहा-'POK हमारा था, हमारा है और हम इसे लेकर रहेंगे' 16 घंटे पहले

यूपी के प्रत्येक जिले में तैयार किए जाएंगे 200 बाल तरणवीर

Blog Image

अब बच्चों को पानी डूबने से बचाया जा सकेगा जिससे पानी में डूबने से होने वाली मौतों  में कमी आएगी। इसके लिए सरकार ने एक योजना तैयार की है। बच्चों को पानी में डूबने से बचाने के लिए प्रदेश के सभी जिलों में विद्यालय और महाविद्यालय स्तर पर 200 बाल तरणवीर तैयार किए जाएंगे। पानी में डूबने से होने वाली मौतों में बच्चों की संख्या अधिक होने के चलते राहत विभाग ने मुख्यमंत्री बाल तरणवीर कार्यक्रम लागू करने की पहल शुरू की है। 

डूबने से होने वाली मौतों में 50 फीसदी से अधिक बच्चे-

प्रदेश सरकार की ओर से 2021 में डूबने को राज्य आपदा घोषित किया गया था। पानी में डूबने से हर वर्ष करीब 800-1000 लोगों की मौत होती है। इनमें बच्चों की संक्या 50 फीसदी से अधिक रहती है। इस कार्यक्रम के तहत स्कूल स्तर पर बच्चों को तैरना सिखाने और डूबते हुए बच्चों को बचाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। नेशनल इन्लैंड नेवीगेशन इंस्टीट्यूट की ओर से हर जिले में 20 मास्टर ट्रेनर तैयार किए जाएंगे।  ये मास्टर ट्रेनर हर जिले में 200 बच्चों को प्रशिक्षित करेंगे जो बच्चों को डूबने से बचाने में मदद करेंगे। 

मुख्यमंत्री आपदा सुरक्षा सम्मेलन का आयोजन-

इसके साथ ही प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों के साथ महाविद्यालयों में भी आपदा सुरक्षा के तरीकों के साथ उनके नियमों और नीतियों की जानकारी देने के लिए मुख्यमंत्री  आपदा सुरक्षा सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए प्रत्येक जिले में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में होने वाले सम्मेलन में शिक्षकों को आपदा प्रबंधन की जानकारी दी जाएगी। जिससे वो बच्चों को आपदा से कैसे बचाव किया जाए इस बारे में बताएं और समझाएंगे। इस प्रकार से आपदा के समय होने वाली जनहानि को कुछ हद तक कम किया जा सकेगा।  

 

 

 

अन्य ख़बरें

संबंधित खबरें