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बरेली की सीमा देवी, जिनकी ज़िन्दगी कभी चार दीवारों तक सीमित हो चुकी थी, आज ‘बीमा सखी योजना’ के माध्यम से आत्मनिर्भरता की नई दिशा की ओर बढ़ रही हैं। केंद्र सरकार की यह पहल महिलाओं को आर्थिक स्वतंत्रता की ओर अग्रसर करने का एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो रही है, जो उन्हें न सिर्फ अपनी पहचान बनाने का अवसर देती है, बल्कि उन्हें समाज में एक मजबूत भूमिका निभाने की भी शक्ति प्रदान करती है।
क्या है ‘बीमा सखी योजना’?
‘बीमा सखी योजना’ का उद्देश्य 18 से 70 वर्ष की आयु की 10वीं पास महिलाओं को रोजगार के साथ-साथ फाइनेंशियल लिटरेसी और बीमा जागरूकता के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना है। इस योजना के तहत महिलाओं को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे वे LIC एजेंट के रूप में कार्य कर सकेंगी और समाज में बीमा के महत्व को प्रचारित कर सकेंगी।
इस योजना के अंतर्गत महिलाओं को पहले तीन वर्षों तक वजीफा प्रदान किया जाएगा, जिसमें:
पहले साल: ₹7,000 प्रति माह।
दूसरे साल: ₹6,000 प्रति माह।
तीसरे साल: ₹5,000 प्रति माह।
इसके अतिरिक्त, जो बीमा सखी अपने लक्ष्यों को पूरा करेंगी, उन्हें कमीशन और बोनस का लाभ भी मिलेगा।
कैसे करें काम?
बीमा सखियों को भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के एजेंट के तौर पर नियुक्त किया जाएगा। इनका कार्य होगा:
लोगों को बीमा पॉलिसी के फायदे समझाना।
बीमा का महत्व और सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाना।
ग्रेजुएट महिलाओं के लिए विशेष अवसर:
ग्रेजुएट महिलाओं को उनकी परफॉर्मेंस के आधार पर डेवलपमेंट ऑफिसर बनने का भी मौका मिलेगा। योजना के तहत दी जाने वाली ट्रेनिंग में महिलाओं को बीमा पॉलिसियों की गहरी जानकारी दी जाएगी, जिससे वे अपनी और दूसरों की वित्तीय योजनाएं बेहतर बना सकें।
ग्रामीण और शहरी महिलाओं के लिए समान अवसर
इस योजना का लाभ केवल शहरी क्षेत्रों की महिलाओं तक सीमित नहीं है। यह ग्रामीण महिलाओं को भी आत्मनिर्भर बनने का अवसर प्रदान करती है। पहले फेज में 35,000 महिलाओं को रोजगार प्रदान किया जाएगा, जिसे आगे बढ़ाकर 50,000 तक ले जाने की योजना है।
बरेली में योजना की शुरुआत
उत्तर प्रदेश के बरेली में इस योजना की शुरुआत हो चुकी है। बरेली कॉलेज के ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल और भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के सहयोग से एक कैंप आयोजित किया गया, जिसमें 147 छात्राओं ने बीमा सखी बनने के लिए आवेदन किया।
प्रधानमंत्री ने की योजना की राष्ट्रीय शुरुआत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरियाणा के पानीपत में ‘बीमा सखी योजना’ का राष्ट्रीय स्तर पर शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने बीमा सखियों को नियुक्ति प्रमाण पत्र भी वितरित किए। प्रधानमंत्री ने कहा, “यह योजना महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है, जिससे वे न केवल आर्थिक रूप से मजबूत होंगी बल्कि समाज में अपनी अलग पहचान भी बना सकेंगी।”
महिलाओं के लिए रोजगार और आत्मनिर्भरता का नया अध्याय
भारत में महिलाओं के लिए रोजगार और आत्मनिर्भरता की दिशा में यह योजना एक महत्वपूर्ण पहल है। यह न केवल महिलाओं को आय का स्थायी स्रोत प्रदान करती है, बल्कि उन्हें समाज में सशक्त और आत्मनिर्भर बनने का भी अवसर देती है।
Baten UP Ki Desk
Published : 9 December, 2024, 4:09 pm
Author Info : Baten UP Ki