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डोनाल्ड ट्रंप की भारत पर 25% आयात शुल्क (टैरिफ) लगाने की धमकी के बावजूद आईफोन जैसे प्रमुख स्मार्टफोन्स फिलहाल इस नीति की चपेट में नहीं आएंगे। अमेरिका ने इलेक्ट्रॉनिक्स और सेमीकंडक्टर सेक्टर की जांच पूरी होने तक स्मार्टफोन्स पर टैरिफ से छूट दी है। ऐसे में भारत से अमेरिका को भेजे जा रहे iPhones फिलहाल सुरक्षित हैं।
भारत बन रहा iPhone मैन्युफैक्चरिंग का ग्लोबल हब
भारत में आईफोन निर्माण में जोरदार तेजी देखी जा रही है। साल 2025 की पहली छमाही में भारत में बने iPhones की संख्या 23.9 मिलियन (2.39 करोड़) तक पहुंच गई, जो साल-दर-साल 53% की बढ़ोतरी है। रिसर्च फर्म Canalys के अनुसार, अब अमेरिका में बिकने वाले करीब 78% iPhones भारत में बने होते हैं, जबकि चीन की हिस्सेदारी घट रही है।
इतना ही नहीं, 2025 की पहली छमाही में भारत से लगभग ₹1.94 लाख करोड़ के iPhones का निर्यात हुआ, जबकि पिछले साल यही आंकड़ा ₹1.26 लाख करोड़ था—यानि लगभग 54% की ग्रोथ।
ट्रंप ने क्यों दी थी धमकी?
डोनाल्ड ट्रंप ने मई में एक बयान देकर कहा था कि अमेरिका में बिकने वाले iPhones अमेरिका में ही बनने चाहिए। उन्होंने सीधे तौर पर Apple CEO टिम कुक से कहा, “अगर iPhone भारत में बनता है तो Apple को 25% टैरिफ देना होगा।” ट्रंप का मानना है कि अमेरिका को मैन्युफैक्चरिंग हब बनाना चाहिए, और भारत या चीन पर निर्भरता खत्म होनी चाहिए।
हालांकि ट्रंप की यह धमकी फिलहाल जमीनी स्तर पर लागू नहीं हुई है, क्योंकि अमेरिकी वाणिज्य विभाग अभी इलेक्ट्रॉनिक सेक्टर पर टैरिफ समीक्षा कर रहा है।
Apple क्यों बढ़ा रहा है भारत पर भरोसा?
Apple ने भारत में निवेश बढ़ाने की 5 अहम वजहें बताई हैं:
चीन से दूरी: जियोपॉलिटिकल तनाव और कोविड लॉकडाउन के बाद Apple अपनी सप्लाई चेन को डाइवर्सिफाई कर रहा है।
सरकारी इंसेंटिव: भारत की PLI और 'मेक इन इंडिया' योजनाओं से फॉक्सकॉन, टाटा जैसे Apple पार्टनर्स को आकर्षण मिल रहा है।
बढ़ता स्मार्टफोन बाजार: भारत में स्मार्टफोन की मांग तेजी से बढ़ रही है, जिससे लोकल प्रोडक्शन फायदेमंद है।
एक्सपोर्ट का फायदा: भारत में बने 70% iPhones एक्सपोर्ट हो जाते हैं, जिससे चीन की तुलना में टैक्स में बचत होती है।
वर्कफोर्स और इन्फ्रास्ट्रक्चर: भारत का लेबर फोर्स अब तेजी से ट्रेनिंग और टेक्नोलॉजी में सक्षम हो रहा है।
क्या ट्रंप भारत में मैन्युफैक्चरिंग रुकवाना चाहते हैं?
ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर लिखा कि "अगर तुम भारत का ख्याल रखना चाहते हो तो वहीं बनाओ, लेकिन अमेरिका के लिए iPhone अब यहीं बनने चाहिए। इंडिया अपना ख्याल खुद रख सकता है।" ये बयान केवल वाणिज्यिक नहीं बल्कि चुनावी रणनीति के नजरिए से भी देखा जा रहा है।
भारत में बनी Apple फैक्ट्री पर ट्रंप की नजर
फिलहाल भारत में बने iPhones को अमेरिकी टैरिफ से राहत है, जिससे भारत की मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपोर्ट ग्रोथ को झटका नहीं लगेगा। हालांकि ट्रंप की आक्रामक बयानबाज़ी से यह साफ है कि अगर वे सत्ता में लौटते हैं तो ‘मेड इन इंडिया’ iPhone भी राजनीतिक बहस का हिस्सा बन सकता है।
Baten UP Ki Desk
Published : 31 July, 2025, 6:58 pm
Author Info : Baten UP Ki