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जहरीले सांपों से भी 5 गुना ज्यादा जानलेवा है ये मामूली कीड़ा!

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मलेरिया, डेंगू, शिस्टोसोमियासिस, मानव अफ्रीकी ट्रिपैनोसोमियासिस, लीशमैनियासिस, चागास रोग, पीला बुखार, जापानी इंसेफेलाइटिस और ऑन्कोसेरसियासिस ये सभी वेक्टर बोर्न डिसीज हैं। WHO की एक रिपोर्ट के अनुसार विश्व में सालाना 7,00,000 से अधिक मौतेंवेक्टर बोर्न डिसीज की वजह से होती हैं। सिर्फ मलेरिया की बात करें तो वैश्विक स्तर पर इसके अनुमानित 219 मिलियन मामले हैं और हर साल 4,00,000 से अधिक मौतें होती हैं। इनमें ज्यादातर मौतें 5 साल से कम उम्र के बच्चों की होती हैं। और ये बीमारियां होती हैं मच्छरों के काटने से।

क्यों मनाया जाता है विश्व मच्छर दिवस?

आज यानी 20 अगस्त को विश्व मच्छर दिवस मनाया जाता है। आज ही के दिन सर रोनाल्ड रॉस ने एक खोज की गई थी जिसमें यह सामने आया था कि मादा मच्छर के जरिए इंसानों में मलेरिया फैलता है, जो इन बीमारियों से निपटने के लिए रणनीति विकसित करने में महत्वपूर्ण योगदान देती है। मच्छर से होने वाली बीमारियों के वैश्विक प्रभाव और रोकथाम के महत्व पर सबका ध्यान खींचने के लिए ही हर साल विश्व मच्छर दिवस मनाया जाता है।

मच्छरों से होने वाली बीमारियां-

मच्छरों से होने वाली बीमारियों की बात करें तो डेंगू, मलेरिया, और चिकनगुनिया सबसे आम और खतरनाक हैं। डेंगू एडीज एजिप्टी मच्छर के काटने से होता है, जो दिन के समय अधिक सक्रिय होते हैं। इसके लक्षणों में तेज बुखार, जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द, सिरदर्द, और थकान शामिल हैं। मलेरिया मुख्य रूप से मादा एनोफिलीज मच्छर के काटने से फैलता है, जो सुबह और शाम के समय अधिक सक्रिय होते हैं। इसके लक्षणों में तेज बुखार, ठंड लगना, और सिरदर्द शामिल हैं। जीका वायरस भी एडीज मच्छर के कारण फैलता है, जो गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष रूप से खतरनाक हो सकता है। इसके अलावा, वेस्ट नाइल वायरस, पीला बुखार, और जापानी इंसेफेलाइटिस जैसी बीमारियां भी मच्छरों से ही फैलती हैं। इन बीमारियों का उपचार मुश्किल हो सकता है, इसलिए मच्छरों से बचाव के उपाय करना बेहद जरूरी है।

मच्छरों से बचने के लिए करें ये उपाय-

मच्छरों से बचने के लिए हम अक्सर केमिकल्स का सहारा लेते हैं, लेकिन ये हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं। ऐसे में प्राकृतिक उपायों पर ध्यान देना जरूरी हो जाता है। कुछ पौधे ऐसे हैं, जो न केवल मच्छरों को भगाते हैं बल्कि हमारे स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होते हैं। इन पौधों की खुशबू मच्छरों को हमारे घरों से दूर रखती है और वातावरण को शुद्ध करती है। लेमनग्रास, लैवेंडर, सिट्रोनेला ग्रास, तुलसी, पुदीना, और गेंदा जैसे पौधे मच्छरों को दूर भगाने के लिए सबसे प्रभावी हैं। ये पौधे ऑक्सीजन के स्तर को बढ़ाते हैं और मानसिक शांति भी प्रदान करते हैं। 

सांप के काटने से होती हैं इतनी मौतें-

अब एक दूसरे डेटा पर नजर डालें तो एक अनुमान के मुताबिक हर साल दुनिया भर में 5.4 मिलियन लोगों को सांप काट लेते हैं, जिनमें से 1.8 से 2.7 मिलियन मामले जहर के होते हैं। सांप के काटने से हर साल लगभग 81,410 से 1,37,880 लोग मर जाते हैं। इन दोनों आकड़ो की अगर तुलना की जाए तो इससे यह साफ़ पता चलता है कि सांपों से ज्यादा खतरनाक ये मच्छर होते हैं।

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