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अगर आप रात में आसमान निहारने के शौकीन हैं, तो आज और कल की रात आपके लिए बेहद खास है। नासा ने इसे "साल की सबसे लोकप्रिय उल्का बौछार" घोषित किया है। वैज्ञानिकों के मुताबिक, पर्सिड्स उल्का वर्षा अपने चरम पर पहुंचने वाली है, जिसमें हर घंटे करीब 100 उल्कापिंड आसमान को चमका सकते हैं।
क्या है पर्सिड्स उल्का वर्षा?
पर्सिड्स तब होती है जब पृथ्वी, स्विफ्ट-टटल धूमकेतु के पीछे छोड़े गए धूल और कणों से गुजरती है। ये कण रेत के दाने से भी छोटे होते हैं, लेकिन जब 36 मील प्रति सेकंड की रफ्तार से वायुमंडल में प्रवेश करते हैं, तो चमकदार धारियां और कभी-कभी आग के गोले तक बना देते हैं।
कब और कहां दिखेगा?
तारीख: 11 और 12 अगस्त की रात
सबसे अच्छा समय: रात 2 बजे से सुबह 4 बजे तक
स्थान: खुले आसमान और कम रोशनी वाले इलाके
खास कारण: इस बार का नजारा और भी अनोखा होगा क्योंकि उसी रात शुक्र और बृहस्पति का दुर्लभ संगम भी होगा।
इतिहास और अगला मौका
स्विफ्ट-टटल धूमकेतु का व्यास करीब 26 किमी है और यह 133 वर्षों में सूर्य का एक चक्कर लगाता है। आखिरी बार यह 1992 में आया था और अब 2126 में फिर दिखेगा।
देखने का तरीका
दूरबीन की जरूरत नहीं — बस साफ आसमान हो
मोबाइल फोन की फ्लैशलाइट बंद रखें
आंखों को अंधेरे के अनुकूल होने दें (कम से कम 15-20 मिनट)
क्या कहती है वैज्ञानिकों की राय?
रॉयल ऑब्जर्वेटरी का कहना है कि यह घटना 24 अगस्त तक जारी रहेगी, लेकिन 11-13 अगस्त का समय सबसे रोमांचक रहेगा।
Baten UP Ki Desk
Published : 12 August, 2025, 2:19 pm
Author Info : Baten UP Ki