सोशल मीडिया के दौर में हर कोई खुद को एक अलग पहचान दिलाने और वायरल वीडियो बनाने की कोशिश में जुटा है। खासकर रील्स और शॉर्ट वीडियो की लोकप्रियता ने न सिर्फ युवाओं को, बल्कि हर उम्र के लोगों को अपनी ओर आकर्षित किया है। लोग अपनी क्रिएटिविटी को दिखाने के लिए जोखिम भरे स्टंट और खतरनाक काम करने में भी पीछे नहीं हटते। हालाँकि, यह शौक कई बार बेहद दर्दनाक घटनाओं को जन्म देता है, जिसमें जान-माल का नुकसान हो सकता है।
खतरनाक रील बनाने की कोशिश में परिवार की जान गई
हाल ही में उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में एक दर्दनाक हादसा सामने आया, जिसने रील्स बनाने की बढ़ती दीवानगी के खतरनाक पहलू को उजागर किया। मो. अहमद, उनकी पत्नी नाजमीन और उनका ढाई साल का बेटा अरकम ताजिये के मेले से लौटते समय रेलवे ट्रैक के पास एक रील बनाने की कोशिश कर रहे थे। इस दौरान अचानक लखनऊ-पीलीभीत पैसेंजर ट्रेन आ गई, और बच्चा पटरी पर गिर गया। अपने बेटे को बचाने के प्रयास में दंपती ट्रेन की चपेट में आ गए, जिससे तीनों की मौत हो गई। यह घटना सोशल मीडिया पर लाइक्स और फॉलोअर्स के पीछे भागने वाले लोगों के लिए एक चेतावनी है।
लाइक्स और फॉलोअर्स की दौड़-
आज सोशल मीडिया एक ऐसा प्लेटफॉर्म बन चुका है, जहां लोग खुद को साबित करने और फेमस होने की चाहत में कुछ भी कर गुजरते हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, सोशल मीडिया के लिए किए गए खतरनाक स्टंट्स से संबंधित हादसों में 30% की बढ़ोतरी हुई है। यह प्रवृत्ति केवल व्यक्तिगत नुकसान तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज के लिए भी एक बड़ी चुनौती बन रही है। विशेषज्ञों के अनुसार, सोशल मीडिया पर मिलने वाली वाहवाही और प्रशंसा की भूख मानसिक तनाव का कारण बनती है, जो लोगों को जोखिम भरे कदम उठाने के लिए प्रेरित करती है।
प्रशंसा की भूख और आत्म-मूल्यता-
मनोवैज्ञानिक बताते हैं कि सोशल मीडिया की बढ़ती लोकप्रियता ने लोगों की आत्म-संवेदनशीलता और आत्म-मूल्यता की भावना को प्रभावित किया है। लाइक्स, फॉलोअर्स और वायरल होने की चाहत लोगों के आत्म-सम्मान और मानसिक स्थिति को इस हद तक प्रभावित करती है कि वे अपनी सुरक्षा तक की परवाह नहीं करते। खासकर युवा पीढ़ी पर इसका गहरा प्रभाव देखने को मिलता है। वे प्रशंसा और मान्यता पाने के लिए जोखिम भरे निर्णय लेने से नहीं चूकते, जो कई बार उनकी जिंदगी को खतरे में डाल सकता है।
रेलवे का कड़ा कदम: जुर्माना और सजा-
लखीमपुर खीरी की घटना के बाद रेलवे ने इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार किया है। अब रेलवे ने रेलवे पटरियों पर रील्स बनाने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाने का फैसला किया है। पहले जहां केवल 1000 रुपए का जुर्माना लगाया जाता था, अब इसे बढ़ाकर 3000 रुपए कर दिया गया है और 6 महीने की जेल की सजा का भी प्रावधान किया गया है। रेलवे पुलिस और जीआरपी (Government Railway Police) ने चेतावनी दी है कि अगर कोई रेलवे पटरियों पर या चलती ट्रेन के पास रील्स बनाते हुए पकड़ा जाता है, तो उसे कठोर सजा भुगतनी पड़ेगी।
सुरक्षा सबसे पहले: वीडियो बनाने से पहले सोचें-
इस बढ़ते ट्रेंड में लोगों को यह समझना होगा कि एक रील का वायरल होना उनकी जान से ज्यादा कीमती नहीं हो सकता। सोशल मीडिया पर भले ही लोग आपको लाइक और फॉलो करें, लेकिन आपकी एक छोटी सी गलती आपको और आपके परिवार को बड़ी मुसीबत में डाल सकती है। लाइक्स और फॉलोअर्स की इस दौड़ में हमें अपनी और दूसरों की सुरक्षा का भी ख्याल रखना चाहिए। वीडियो बनाने के दौरान ऐसी जगहों का चयन करें, जो पूरी तरह से सुरक्षित हों और किसी भी प्रकार का जोखिम न हो।
खतरनाक स्टंट: एक सामाजिक समस्या-
लखीमपुर खीरी की घटना कोई पहली घटना नहीं है, जब रील बनाने के दौरान किसी की जान गई हो। आए दिन हम ऐसे हादसों के बारे में सुनते रहते हैं, जहां लोग रेलवे ट्रैक, ऊंची इमारतों, या अन्य खतरनाक जगहों पर स्टंट करते हुए वीडियो बनाते हैं। यह न केवल उनके लिए बल्कि उनके आस-पास के लोगों के लिए भी जानलेवा साबित हो सकता है।
सोशल मीडिया का सुरक्षित उपयोग-
सोशल मीडिया के इस दौर में हमें यह समझना होगा कि क्रिएटिविटी का मतलब जोखिम उठाना नहीं है। हमें अपने कंटेंट को सुरक्षित और मजेदार बनाना चाहिए, ताकि यह न केवल दर्शकों का मनोरंजन करे, बल्कि किसी भी तरह के खतरों से भी दूर रहे। यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम सोशल मीडिया पर एक सकारात्मक और सुरक्षित वातावरण बनाएं।
सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण-
रील्स और वीडियो बनाना आज के समय का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है, लेकिन यह जरूरी है कि हम अपनी सुरक्षा का पूरा ध्यान रखें। सोशल मीडिया पर फेमस होने की चाहत में कोई ऐसा काम न करें, जिससे आपकी जान को खतरा हो। रेलवे पटरियों, ऊंची इमारतों, या किसी भी खतरनाक जगह पर वीडियो बनाना न केवल गैरकानूनी है, बल्कि यह बेहद खतरनाक भी हो सकता है। इसलिए, हमेशा ध्यान रखें कि लाइक्स और फॉलोअर्स का खेल सिर्फ एक पल की खुशी है, लेकिन आपकी जिंदगी की कीमत उससे कहीं ज्यादा है। अपनी और दूसरों की सुरक्षा का ख्याल रखें, और सोशल मीडिया का इस्तेमाल जिम्मेदारी के साथ करें।