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महाकुंभ के दौरान साइबर सुरक्षा पर खास जोर, 78 संदिग्ध वेबसाइटों की पहचान, 7 फर्जी वेबसाइटें बंद

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महाकुंभ के दौरान यूपी पुलिस ने साइबर पेट्रोलिंग शुरू की है, जिसमें 150 प्रशिक्षित साइबर कॉप्स को शामिल किया गया है। इनका मुख्य उद्देश्य फर्जी वेबसाइटों, सोशल मीडिया और अन्य साइबर फ्रॉड्स पर नजर रखना है। अब तक 78 संदिग्ध वेबसाइटों की पहचान की जा चुकी है, जिनमें से 7 को बंद कर दिया गया है और 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

तकनीकी विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षित साइबर कॉप्स-

साइबर कॉप्स को साइबर सुरक्षा में माहिर तकनीकी विशेषज्ञों द्वारा विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। मेला हेल्पलाइन नंबर 1920 का संचालन 24x7 प्रशिक्षित पुलिसकर्मियों द्वारा किया जा रहा है, जो साइबर ठगी की शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई करते हैं।

हेल्पलाइन और पोर्टल के जरिए मदद-

महाकुंभ के लिए विशेष हेल्पलाइन नंबर 1920 और नेशनल साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 के साथ-साथ एनसीआरपी पोर्टल (www.cybercrime.gov.in) पर भी साइबर फ्रॉड से जुड़ी शिकायतों पर तत्काल कार्रवाई की जा रही है। अब तक पांच फर्जी वेबसाइटों को बंद किया गया है और चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

फर्जी वेबसाइटों और गिरफ्तारी की जानकारी-

डीजीपी प्रशांत कुमार ने जानकारी दी कि साइबर सेल ने 78 संदिग्ध वेबसाइटों की जांच कर 7 फर्जी वेबसाइटों को टेक डाउन कराया है। इन मामलों में पांच वेबसाइटों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है और चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों से 3 लैपटॉप, 6 मोबाइल फोन और 6 एटीएम कार्ड बरामद किए गए हैं।

सुरक्षा मानकों का पालन-

महाकुंभ में साइबर सुरक्षा के लिए नई तकनीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है। विभिन्न विशेषज्ञ एजेंसियों द्वारा महाकुंभ की वेबसाइट, होस्टिंग सर्वर और मोबाइल ऐप्लिकेशंस का ऑडिट कराया गया है।

आईआईटी कानपुर और आईआईआईटी इलाहाबाद की भागीदारी-

आईआईटी कानपुर और आईआईआईटी इलाहाबाद भी साइबर सुरक्षा के लिए सॉफ्टवेयर और वेब एप्लीकेशन की वल्नरेबिलिटी ऑडिट कर रहे हैं। इनसे मिले सुझावों को अमल में लाया जा रहा है ताकि साइबर अटैक्स से बचाव हो सके।

जागरूकता अभियान-

यूपी पुलिस साइबर अपराध से बचाव के लिए व्यापक जागरूकता अभियान चला रही है। मीडिया के माध्यम से डिजिटल अरेस्ट, इन्वेस्टमेंट फ्रॉड, ओटीपी फ्रॉड, एपीके फाइल फ्रॉड जैसे विषयों पर जानकारी दी जा रही है।

साइबर अपराध से बचाव के लिए उपाय-

साइबर अपराध से बचाव के लिए पुलिस ने कई जागरूकता उपाय अपनाए हैं, जिनमें लघु फिल्में, जिंगल्स और सोशल मीडिया क्रिएटिव पोस्ट शामिल हैं।

साइबर ठगी का शिकार होने पर करें संपर्क-

डीजीपी ने बताया कि साइबर ठगी का शिकार होने पर मेला हेल्पलाइन नंबर 1920 और नेशनल साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल की जा सकती है। 1920 विशेष रूप से महाकुंभ से संबंधित अपराधों के लिए है, जबकि 1930 पर किसी भी साइबर क्राइम की शिकायत की जा सकती है।

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