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प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना की शुरुआत होते ही इसे भारी प्रतिक्रिया मिली है। केवल कुछ घंटों में ही 111 से अधिक कंपनियों ने पोर्टल पर पंजीकरण कर लिया है और 2200 से अधिक युवाओं को इंटर्नशिप प्रदान करने की पेशकश की गई है। इस योजना का उद्देश्य युवाओं को कौशल विकास के माध्यम से रोजगार के योग्य बनाना है।
तेजी से बढ़ा रजिस्ट्रेशन: कंपनियों की जबरदस्त प्रतिक्रिया
कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय (MCA) के सूत्रों ने जानकारी दी है कि पोर्टल लॉन्च होने के कुछ ही घंटों के अंदर, शुक्रवार की दोपहर 3 बजे तक, लगभग 111 कंपनियां योजना के अंतर्गत सूचीबद्ध हो चुकी थीं। इस योजना के तहत, इन कंपनियों ने अब तक 2,200 से अधिक युवाओं को इंटर्नशिप देने का प्रस्ताव दिया है।
पायलट प्रोजेक्ट: 12 महीने की इंटर्नशिप और आर्थिक सहायता
बृहस्पतिवार को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू की गई प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना के तहत, चयनित युवाओं को 12 महीने के लिए इंटर्नशिप का अवसर मिलेगा। इसके साथ ही उन्हें 5,000 रुपये मासिक वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी और एकमुश्त 6,000 रुपये की अतिरिक्त सहायता भी दी जाएगी। चालू वित्त वर्ष में इस योजना के तहत 1.25 लाख युवाओं को इंटर्नशिप का अवसर प्रदान करने का लक्ष्य है।
PM Internship Apply कैसे करें?
इस योजना के तहत आवेदन करने के लिए, इच्छुक युवाओं को प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना की आधिकारिक वेबसाइट pminternship.mca.gov.in पर जाकर पंजीकरण करना होगा। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया 12 अक्टूबर से शुरू की जा सकती है। हालांकि, आवेदन करने से पहले योग्यता की शर्तों को ध्यान में रखना जरूरी है।
पीएम इंटर्नशिप स्कीम के लिए योग्यता
इस योजना में 21 से 24 वर्ष के ऐसे युवा आवेदन कर सकते हैं, जो फुल-टाइम जॉब में न हों और किसी फुल-टाइम शैक्षिक कोर्स में नामांकित न हों। हालांकि, ऑनलाइन या डिस्टेंस लर्निंग प्रोग्राम में पढ़ने वाले छात्र आवेदन कर सकते हैं।
कौन नहीं कर सकता आवेदन?
IIT, IIM, नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, IISER, NID, और IIIT जैसी प्रतिष्ठित संस्थाओं से डिग्री प्राप्त छात्र, और जो लोग CA, CMA, CS, MBBS, BDS, MBA या मास्टर्स डिग्री पूरी कर चुके हैं, वे इस योजना में आवेदन नहीं कर सकते। इसके अलावा, जो लोग किसी सरकारी योजना के तहत पहले से अप्रेंटिसशिप या ट्रेनिंग कर चुके हैं, वे भी पात्र नहीं होंगे।
शिकायतों के निवारण के लिए विशेष हेल्पलाइन
इंटर्नशिप योजना के तहत किसी भी प्रकार की शिकायतों के समाधान के लिए कंपनियों के स्तर पर व्यवस्थाएं की गई हैं। इसके अलावा, मंत्रालय द्वारा एक टोल-फ्री नंबर 1800-116-090 भी चालू किया गया है, जिस पर विभिन्न भाषाओं में सहायता प्रदान की जा रही है।
अभ्यर्थियों के लिए कॉल सेंटर और भाषाई सहायता
सूत्रों के अनुसार, पायलट प्रोजेक्ट के तहत कई कॉल सेंटर भी शुरू किए गए हैं, जहां हिंदी और अंग्रेजी के अलावा ओडिया, गुजराती, असमिया, मराठी, मलयालम, तेलुगु, कन्नड़ और बांग्ला भाषाओं में सेवा दी जा रही है। फिलहाल, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, तेलंगाना और गुजरात राज्यों को कवर किया गया है। कॉल करने वाले अभ्यर्थियों में से 44% ग्रैजुएट, 13% पोस्ट ग्रैजुएट और अन्य योग्यताओं वाले हैं।
युवाओं के उज्ज्वल भविष्य की ओर एक कदम
प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना के माध्यम से, भारत के युवाओं को न केवल उनके कौशल को सुधारने का अवसर मिलेगा, बल्कि उन्हें रोजगार के लिए तैयार करने का एक अनूठा मंच भी प्राप्त होगा। कंपनियों और युवाओं दोनों के लिए यह योजना एक स्वर्णिम अवसर प्रदान कर रही है, जिससे देश का युवा वर्ग सशक्त हो सकेगा।
Baten UP Ki Desk
Published : 5 October, 2024, 11:02 am
Author Info : Baten UP Ki