बड़ी खबरें

यूपी के 29 जिलों में आज भारी बारिश का अलर्ट, प्रयागराज और अयोध्या में डूबे घाट, सड़क पर हो रहे अंतिम संस्कार, वाराणसी में गंगा का वॉर्निंग लेवल पार 14 घंटे पहले सीएम योगी की अफसरों को सख्त चेतावनी, जन शिकायतों की मिथ्या रिपोर्ट लगाई तो होगी कार्रवाई 14 घंटे पहले यूपी के सरकारी अस्पतालों में मरीजों से सलीके से बात करना सिखा रही सरकार, स्टॉफ को अच्छे बर्ताव की मिलेगी ट्रेनिंग, सीएम के निर्देश पर शुरू हुई पहल 14 घंटे पहले लखनऊ विश्वविद्यालय का 67वां कॉन्वोकेशन आज,1 लाख 6 हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स को मिलेगी उपाधि, 198 मेडल से नवाजे जाएंगे मेधावी 14 घंटे पहले एग्जिम बैंक में मैनेजमेंट ट्रेनी के पदों पर निकली भर्ती, 18 सितंबर से शुरू होंगे आवेदन, 85 हजार तक सैलरी 14 घंटे पहले रेलवे में अप्रेंटिस के 4096 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन की आखिरी तारीख आज, 10वीं पास करें तुरंत अप्लाई 14 घंटे पहले एसबीआई में स्पेशलिस्ट कैडर के लिए 1500 से ज्यादा पदों पर निकली भर्ती, 4 अक्तूबर 2024 तक sbi.co.in पर कर सकते हैं आवेदन 14 घंटे पहले

अगर आपने 'पीएम किसान सम्मान निधि' के नियमों का किया है उल्लंघन, तो बढ़ सकती हैं मुश्किलें, जानिए क्या है अपडेट

Blog Image

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN) योजना के तहत किसानों को आर्थिक सहायता दी जाती है। यह योजना किसानों के लिए बड़ी राहत साबित हो रही है, लेकिन अब इसमें नियमों का उल्लंघन करने वाले लाभार्थियों के खिलाफ सख्ती बढ़ाई जा रही है। कृषि विभाग ने योजना के लाभार्थियों की जांच प्रक्रिया को तेज कर दिया है। इसके तहत 5% लाभार्थियों का रेंडम चयन कर उनका भौतिक सत्यापन किया जा रहा है, जिससे योजना में पारदर्शिता बनी रहे और पात्र किसानों को ही इसका लाभ मिल सके।

रेंडम जांच की प्रक्रिया हुई तेज-

योजना के लाभार्थियों की संख्या जिले में 6.37 लाख है, और इस संबंध में लगभग 30,000 लाभार्थियों का रेंडम चयन कर उनकी जांच की जा रही है। जांच का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि केवल पात्र किसानों को ही इस योजना का लाभ मिले। रेंडम जांच प्रक्रिया को 30 जून तक पूरा करने का निर्देश दिया गया था, लेकिन इसे अभी तक पूरा नहीं किया जा सका है। इस संबंध में अपर कृषि निदेशक वी. सिसोदिया ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जल्द से जल्द इस प्रक्रिया को पूरा किया जाए। साथ ही, किसानों की रजिस्ट्री आईडी का कार्य भी कैंप के माध्यम से कराया जा रहा है। यह कदम योजना में पारदर्शिता और भ्रष्टाचार मुक्त प्रक्रिया सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उठाया गया है।

योजना में पारदर्शिता सुनिश्चित करने का प्रयास-

उप निदेशक कृषि अरविंद मोहन मिश्र ने बताया कि योजना के तहत 5% लाभार्थियों के डेटा का भौतिक सत्यापन तेजी से चल रहा है। इस जांच का मुख्य उद्देश्य यह है कि योजना में किसी भी प्रकार की धांधली न हो और पात्रता के मापदंडों का पूरी तरह से पालन किया जाए। किसानों के हित में शुरू की गई यह योजना तभी प्रभावी होगी जब इसे पारदर्शिता के साथ लागू किया जाए और पात्र किसान ही इसका लाभ उठाएं।

जांच के दौरान नियम उल्लंघन के मामले आये सामने 

जांच के दौरान कृषि विभाग ने पाया कि कई लाभार्थियों ने योजना के नियमों का उल्लंघन किया है। विभाग के अनुसार, कुछ मामलों में पति और पत्नी दोनों ने इस योजना के लिए आवेदन किया है, जबकि नियम के अनुसार एक ही परिवार में केवल एक व्यक्ति को योजना का लाभ मिल सकता है। इसके अलावा, कुछ किसानों ने अपने दस्तावेजों में हेरफेर कर योजना का लाभ उठाने की कोशिश की है। आधार कार्ड में गलत जानकारी देकर कई किसानों ने अपात्र होते हुए भी योजना का लाभ उठाया है। इस प्रकार के मामलों में संबंधित अधिकारियों द्वारा सख्त कार्रवाई की जा रही है और नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ दंडात्मक कदम उठाए जा सकते हैं।

लाभार्थियों के लिए सख्त नियम-

ऐसे किसानों को योजना से बाहर किया जा सकता है जिन्होंने गलत जानकारी देकर इसका लाभ उठाने का प्रयास किया है। विभाग ने चेतावनी दी है कि यदि कोई भी लाभार्थी नियमों का उल्लंघन करता पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस योजना के अंतर्गत पात्र किसानों को लाभ मिलना ही सुनिश्चित किया जा रहा है और इसके लिए जांच प्रक्रिया को और अधिक प्रभावी बनाने के निर्देश दिए गए हैं।

नियमों का उल्लंघन करने वालों की बढ़ सकती हैं मुश्किलें- 

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में पारदर्शिता और पात्रता सुनिश्चित करने के लिए सरकार द्वारा सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। जिन लाभार्थियों ने योजना के नियमों का उल्लंघन किया है, उनके लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं। ऐसे में लाभार्थियों को चाहिए कि वे नियमों का पालन करें और इस योजना का सही तरीके से लाभ उठाएं।

अन्य ख़बरें