अब कनाडा नहीं ऑस्ट्रेलिया जायेंगे भारतीय छात्र !
भारतीय छात्रों और युवा प्रोफेशनल्स के लिए विदेश में करियर बनाने के सपने को साकार करने का एक बड़ा अवसर अब ऑस्ट्रेलिया से मिल रहा है। ऑस्ट्रेलिया ने एक नई योजना, MATES (Mobility Arrangement for Talented Early-professionals Scheme) शुरू की है, जो खासतौर पर भारत के होनहार युवाओं के लिए बनाई गई है। इस योजना का उद्देश्य भारतीय युवाओं को ऑस्ट्रेलिया में काम करने और अपनी स्किल्स को निखारने का मौका देना है।
MATES योजना: क्या है खास?
MATES योजना, भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच Migration and Mobility Partnership Arrangement (MMPA) का हिस्सा है, जिस पर 23 मई 2023 को समझौता हुआ था। यह योजना दिसंबर 2024 से लागू होगी और हर साल 3,000 भारतीय युवाओं को ऑस्ट्रेलिया में काम करने और रहने का अवसर देगी।
कौन कर सकता है आवेदन?
MATES योजना के लिए आवेदन करने के इच्छुक भारतीय युवाओं को कुछ विशेष पात्रता मानदंड पूरे करने होंगे:
- आयु सीमा: 30 वर्ष या उससे कम।
- शैक्षणिक योग्यता:
- पिछले 2 वर्षों में मान्यता प्राप्त संस्थान से ग्रेजुएशन (बैचलर डिग्री या उससे अधिक)।
- डिग्री ऐसी फील्ड्स में होनी चाहिए, जो ऑस्ट्रेलिया में वरीयता प्राप्त हैं, जैसे:
- रिन्यूएबल एनर्जी, माइनिंग, इंजीनियरिंग, सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (ICT), आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), फिनटेक, और एग्रीटेक।
- इंग्लिश भाषा कौशल:
- IELTS में कम से कम 6 का ओवरऑल स्कोर, और हर मॉड्यूल में 5 से कम नहीं।
- शैक्षणिक संस्थान:
- भारत के NIRF रैंकिंग 2024 की टॉप 100 यूनिवर्सिटीज के ग्रेजुएट्स।
- पंजाब के कुछ प्रमुख संस्थानों के छात्र भी आवेदन कर सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:
- पंजाब यूनिवर्सिटी
- चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी
- थापर इंस्टिट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी
- लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी।
क्या है MATES की खासियत?
इस स्कीम की सबसे बड़ी खासियत यह है कि भारतीय युवाओं को इसके लिए किसी ऑस्ट्रेलियन नियोक्ता (employer) की प्रायोजन (sponsorship) की जरूरत नहीं होगी।
- MATES के तहत वीजा धारकों को ऑस्ट्रेलिया में 2 साल तक रहने और काम करने का अवसर मिलेगा।
- उम्मीदवार अपनी पढ़ाई के क्षेत्र से जुड़े काम कर सकते हैं या अन्य क्षेत्रों में भी काम करने का विकल्प चुन सकते हैं।
- इस योजना के माध्यम से वे अपने कौशल और नेटवर्क को मजबूत कर सकते हैं।
- वीजा मिलने के बाद, उम्मीदवार अपने परिवार को भी ऑस्ट्रेलिया बुला सकते हैं।
कैसे मिलेगा वीजा?
वीजा प्रक्रिया बेहद सरल है और इसे लॉटरी सिस्टम (Ballot System) के जरिए आवंटित किया जाएगा।
- आवेदन शुल्क मात्र 25 ऑस्ट्रेलियन डॉलर (लगभग ₹1,500) है।
- लॉटरी में चयनित उम्मीदवार को बाकी औपचारिकताएं पूरी करनी होंगी।
- वीजा मिलने के बाद, उम्मीदवार को 12 महीनों के अंदर पहली बार ऑस्ट्रेलिया जाना होगा।
क्या हैं इस योजना के लाभ?
- इस स्कीम के तहत ऑस्ट्रेलिया में रहने और काम करने का अनुभव प्राप्त कर भारतीय युवा अपने करियर को नई ऊंचाई दे सकते हैं।
- यह योजना भारतीय छात्रों और प्रोफेशनल्स को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखाने और वैश्विक अवसरों का लाभ उठाने का मार्ग प्रशस्त करती है।
- ऑस्ट्रेलिया की विविधता और अवसरों से भरे माहौल में काम करने से भारतीय युवाओं को पेशेवर और व्यक्तिगत विकास का अनूठा अनुभव मिलेगा।
भारतीय युवाओं के लिए एक सुनहरा अवसर-
MATES योजना उन भारतीय युवाओं के लिए एक सुनहरा अवसर है, जो विदेश में अपना करियर बनाने का सपना देखते हैं। यह भारत और ऑस्ट्रेलिया के संबंधों को मजबूत करने के साथ-साथ भारतीय प्रतिभा को वैश्विक मंच पर पहचान दिलाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। अगर आप भी इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो तैयार हो जाइए और दिसंबर 2024 का इंतजार कीजिए।