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किसी भी बीमारी से निजात पाने के लिए सबसे पहले डॉक्टर की जरूरत होती है और फिर दवाओं की लेकिन सबसे ज्यादा जरूरत होती है सेवा की। क्योंकि किसी भी मरीज को ठीक करने के लिए दवाओं के साथ-साथ उसकी देखभाल बहुत आवश्यक है और इसमें डॉक्टर्स से कहीं बड़ी जिम्मेदारी नर्सेज निभाती हैं, जो 24 घंटे मरीज की देखरेख करती हैं। इन्हें सम्मान देने के लिए दुनियाभर में हर साल 12 मई को ‘अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस’ मनाया जाता है। स्वास्थ्य और सेवा क्षेत्र में नर्सों के अतुलनीय योगदान को सराहने के लिए KGMU के लारी कार्डियोलॉजी में रविवार को नर्स डे पर बड़े कार्यक्रम का आयोजन हुआ और लखनऊ समेत प्रदेश के सभी जिलों के चिकित्सा संस्थानों में इंटरनेशनल नर्स डे पर तमाम कार्यक्रम हुए।
क्या है अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस मनाने का उद्देश्य-
आज पूरी दुनिया में नर्सिंग पेशे को बढ़ावा देने और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में नर्सों के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए विभिन्न गतिविधियां और कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं क्योंकि यह दिन इन मेहनती पेशेवरों के योगदान की याद दिलाता है, जिनके बिना स्वास्थ्य सेवाएं अधूरी हैं। पूरी दुनिया ने देखा कि कोविड महामारी में भी फ्रंटलाइन में खड़े होकर ये लोग हर एक जिंदगी को बचाने की कोशिश कर रहे थे।
कैसे हुई इसकी शुरूआत -
इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ नर्स (ICN) ने साल 1974 में अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस मनाने की घोषणा की थी, फ्लोरेंस नाइटिंगेल के सम्मान में 12 मई को आधिकारिक रूप से इंटरनेशनल नर्सेस डे मनाने का फैसला लिया गया और तभी से हर साल यह खास दिन मनाया जा रहा है।
क्यों मनाया जाता है नर्स दिवस?
साल 1820 में इसी दिन मॉडर्न नर्सिंग की जन्मदाता फ्लोरेंस नाइटिंगेल का जन्म हुआ था। यही वजह है कि इस दिन को समाज और हेल्थकेयर इंडस्ट्री में नर्सों के योगदान को याद करने, इस प्रोफेशन को बढ़ावा देने और नर्सेस को सम्मान देने के उद्देश्य से 1974 में इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ नर्सेस द्वारा इसे मनाने की घोषणा की गई।
अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस 2024 की थीम
अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस 2024 की थीम "हमारी नर्सें। हमारा भविष्य। देखभाल की आर्थिक शक्ति।" यानी (Our Nurses, Our Future. The economic power of care) घोषित की गई है।
Baten UP Ki Desk
Published : 12 May, 2024, 3:45 pm
Author Info : Baten UP Ki