कन्नौज जिले के छिबरामऊ देहात स्थित ग्राम लक्षीराम नगला में 101 फीट ऊंचाई के भव्य अशोक स्तंभ का निर्माण किया जाएगा। इस विशाल परियोजना के लिए पर्यटन विभाग ने स्थल का सर्वे पूरा कर लिया है। वर्तमान में देश का सबसे ऊंचा अशोक स्तंभ 30 फीट का है, जो यमुनानगर के टोपरा कलां गांव में स्थित है। यह नया स्तंभ उससे तीन गुना ऊंचा होगा, जो इस क्षेत्र को एक नई पहचान देगा।
पर्यटन और संस्कृति को मिलेगा नया आयाम-
शनिवार को इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट की योजना पर विशेष बैठक हुई, जिसमें महासंता बुद्ध विहार संकिसा के भिक्षु चेतसिक बोधि ने कहा कि इस स्तंभ के निर्माण से क्षेत्र की शान और गौरव बढ़ेगा। उन्होंने इसे भारतीय संस्कृति और बौद्ध धरोहर का अद्वितीय प्रतीक बताते हुए इस परियोजना के प्रति उम्मीद जताई।
ऐतिहासिक स्तंभ के लिए एक करोड़ की लागत-
परियोजना का नेतृत्व तथागत बुद्ध विहार सम्राट अशोक चैरिटेबल ट्रस्ट कर रहा है, जिसमें संरक्षक एवं जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि ओमकार शाक्य ने इस स्तंभ की महत्वता पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि एक करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इस स्तंभ के साथ-साथ एक भव्य तथागत बुद्ध विहार का भी निर्माण किया जाएगा, जिससे यह स्थान न केवल ऐतिहासिक महत्व बल्कि आध्यात्मिकता का केंद्र भी बनेगा।
मिर्जापुर के मूर्तिकारों की कला का नायाब नमूना-
इस प्राचीन प्रतीक को बनाने के लिए मिर्जापुर के विशेषज्ञ मूर्तिकारों से संपर्क किया गया है, जो इस स्तंभ को एक अद्भुत कलाकृति के रूप में गढ़ेंगे। इन मूर्तिकारों के कौशल और मेहनत से निर्मित यह स्तंभ स्थानीय शिल्प कौशल को भी संजीवनी प्रदान करेगा और देश-विदेश के पर्यटकों को आकर्षित करेगा।
संस्कृति और धरोहर का केंद्र बनेगा कन्नौज-
अशोक स्तंभ का निर्माण इस क्षेत्र में पर्यटन को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के साथ-साथ भारतीय इतिहास, संस्कृति और बौद्ध धरोहर का सजीव उदाहरण भी पेश करेगा। यह न केवल लोगों को प्राचीन इतिहास से जोड़ेगा, बल्कि आधुनिक युग में भारतीय संस्कृति की महानता को फिर से उजागर करेगा।
समृद्धि और गौरव का प्रतीक होगा यह स्तंभ-
कन्नौज में बनने वाला यह विशाल अशोक स्तंभ इस क्षेत्र की समृद्धि, गौरव और आध्यात्मिकता का प्रतीक बनकर उभरेगा। इसके निर्माण के साथ कन्नौज जिले का नाम देश के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज हो जाएगा, जो यहां आने वाले हर दर्शक को अपनी ओर आकर्षित करेगा।