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फोर्ब्स ने हाल ही में 2025 के लिए दुनिया के 10 सबसे ताकतवर देशों की लिस्ट जारी की है। इस सूची में अमेरिका, चीन और रूस जैसे देशों ने अपनी जगह बनाई है, लेकिन हैरानी की बात यह है कि भारत इसमें शामिल नहीं है। यह खबर न केवल चौंकाने वाली है बल्कि कई सवाल भी खड़े करती है। जिस देश की अर्थव्यवस्था दुनिया के टॉप 5 में आती है, जिसकी सेना दुनिया की चौथी सबसे बड़ी है और जिसका राजनीतिक व कूटनीतिक प्रभाव लगातार बढ़ रहा है, उसे इस लिस्ट से बाहर कैसे किया जा सकता है?
यहाँ दुनिया के टॉप 10 देशों की सूची दी गई है जो उनकी आर्थिक स्थिति (GDP), जनसंख्या, और भौगोलिक क्षेत्र के आधार पर वर्गीकृत हैं:
ये देश न केवल आर्थिक महाशक्ति हैं, बल्कि वैश्विक राजनीति और तकनीकी नवाचार में भी अग्रणी भूमिका निभाते हैं।
क्या है भारत की फोर्ब्स में पोजिशन?
फोर्ब्स ने पांच प्रमुख मानकों पर यह लिस्ट तैयार की है:
देश का नेता: राष्ट्रीय नेतृत्व का वैश्विक प्रभाव
आर्थिक प्रभाव: अर्थव्यवस्था की स्थिति और प्रभाव
राजनीतिक प्रभाव: वैश्विक राजनीति में भूमिका
अंतरराष्ट्रीय गठबंधन: वैश्विक संगठनों में भागीदारी
भारत की मजबूत स्थिति:
इन सभी मानकों पर अगर भारत की स्थिति देखी जाए, तो यह कई देशों से बेहतर है:
देश का नेता: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दुनिया के सबसे प्रभावशाली नेताओं में गिना जाता है। G20, BRICS और SCO जैसे मंचों पर भारत की आवाज को गंभीरता से सुना जाता है।
आर्थिक प्रभाव: भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और सबसे बड़े उपभोक्ता बाजारों में से एक है।
राजनीतिक प्रभाव: रूस-यूक्रेन युद्ध और इज़राइल-गाज़ा संघर्ष जैसे मुद्दों पर भारत की तटस्थ और संतुलित भूमिका इसे एक भरोसेमंद देश बनाती है।
अंतरराष्ट्रीय गठबंधन: भारत Quad, BRICS और SCO जैसे बड़े अंतरराष्ट्रीय समूहों का सक्रिय सदस्य है।
तो फिर भारत लिस्ट से बाहर क्यों?
विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की लिस्ट कई बार राजनीतिक एजेंडा सेट करने के लिए बनाई जाती हैं। फोर्ब्स एक अमेरिकी मीडिया कंपनी है, जो बिजनेस और आर्थिक मामलों पर रिपोर्टिंग करती है। इसमें पश्चिमी देशों को अधिक तवज्जो दिए जाने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।
अमेरिका टॉप पर: अमेरिका इन रिपोर्ट्स का सबसे बड़ा फंडिंग नेशन है।
पश्चिमी देशों की प्राथमिकता: पश्चिमी मीडिया का प्रभाव इन लिस्ट्स को प्रभावित करता है।
आगे का क्या है रास्ता?
भारत को इन लिस्ट्स में शामिल होने के लिए नहीं बल्कि असली ताकतवर देश बनने के लिए प्रयास करना चाहिए। इसके लिए कुछ कदम जरूरी हैं:
आर्थिक मजबूती: अर्थव्यवस्था को और मजबूत करना होगा।
टेक्नोलॉजी में आत्मनिर्भरता: स्वदेशी तकनीक को बढ़ावा देना होगा।
रक्षा क्षेत्र में निवेश: सैन्य ताकत को और अधिक बढ़ाना होगा।
वैश्विक छवि सुधार: अंतरराष्ट्रीय मीडिया और एजेंसियों में अपनी पकड़ मजबूत करनी होगी।
भारत को किसी की लिस्ट में शामिल होने की जरूरत नहीं है। हमें इतना ताकतवर बनना है कि लिस्ट खुद हमें शामिल करने को मजबूर हो जाए। भारत के लोगों को आत्मविश्वास के साथ अपने देश की ताकत को पहचानना चाहिए और देश के विकास में योगदान देना चाहिए।
Baten UP Ki Desk
Published : 4 February, 2025, 6:50 pm
Author Info : Baten UP Ki