आतंकवाद के खिलाफ अपने सहयोग को मजबूत करने के लिए भारत और इटली ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। दोनों देशों ने आतंकवादी गतिविधियों में प्रौद्योगिकी के दुरुपयोग से निपटने के लिए ठोस और प्रभावी कदम उठाने पर जोर दिया है। 16-17 जनवरी को रोम में आयोजित भारत-इटली संयुक्त कार्य समूह (JWG) की बैठक में इस दिशा में द्विपक्षीय सहयोग के विभिन्न पहलुओं पर गहन विचार-विमर्श हुआ। विदेश मंत्रालय (एमईए) ने रविवार को एक बयान में जानकारी दी।
आतंकवादी खतरों पर गहन मंथन
बैठक के दौरान उभरते हुए घरेलू, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी खतरों पर विस्तार से चर्चा की गई। दोनों पक्षों ने आतंकवाद और संगठित अपराध के खिलाफ अपने-अपने अनुभव साझा किए और प्रौद्योगिकी के दुरुपयोग को रोकने के लिए मिलकर काम करने की आवश्यकता को रेखांकित किया। इस साझा सहयोग के जरिए, दोनों देशों ने आतंकवाद के खिलाफ एक मजबूत मोर्चा बनाने पर सहमति व्यक्त की।
बहुपक्षीय मंचों पर सहयोग की प्रतिबद्धता
भारत और इटली ने आतंकवादी गतिविधियों के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और प्रभावी अभियोजन सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर बल दिया। साथ ही, संयुक्त राष्ट्र, GCTF (वैश्विक आतंकवाद निरोधक मंच) और FATF (वित्तीय कार्रवाई कार्य बल) जैसे बहुपक्षीय मंचों पर अपने सहयोग को और अधिक सुदृढ़ करने का संकल्प लिया। बैठक में विभिन्न द्विपक्षीय समझौतों को आगे बढ़ाने के तरीकों पर भी विचार-विमर्श हुआ।
संयुक्त बैठक और क्षमता निर्माण पर जोर
बैठक की सह-अध्यक्षता विदेश मंत्रालय में आतंकवाद निरोध के संयुक्त सचिव केडी देवल और इतालवी विदेश मंत्रालय में राजनीतिक मामलों के वरिष्ठ उप निदेशक एलेसेंड्रो अज़ोनी ने की। भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने कैसर्टा में इटली की अंतर-एजेंसी कानून प्रवर्तन अकादमी के अधिकारियों से भी मुलाकात की और दोनों देशों के बीच कानून प्रवर्तन एजेंसियों की क्षमता निर्माण को और मजबूत करने के उपायों पर चर्चा की।