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कैसे शुरू हुई कैलिफ़ोर्निया की भयावह वाइल्डफायर? हॉलीवुड सितारों के भी घर हो गए ख़ाक!

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कैलिफ़ोर्निया के जंगलों में लगी भीषण वाइल्डफायर ने एक बार फिर भयंकर तबाही मचाई है। आग की लपटों ने न सिर्फ़ ज़िंदगियाँ लील ली हैं, बल्कि हजारों घर और व्यवसाय भी अपनी चपेट में ले लिया है। पैसिफिक पैलिसेड्स जैसे चमचमाते इलाके, जहाँ हॉलीवुड के सितारे अपना घर बनाते हैं, भी इस आग की चपेट से अछूते नहीं रहे हैं। इस विनाशकारी आपदा ने एक बार फिर दुनिया को जंगलों की आग से जुड़ी खतरनाक सच्चाइयों से रूबरू करवा दिया है।

कैसे हुई इस वाइल्डफायर की शुरुआत?

जांचकर्ता अभी तक आग लगने के कारणों की पड़ताल कर रहे हैं। संभावनाओं में बिजली गिरना (Lightning), आगजनी (Arson), और यूटिलिटी लाइन्स या बिजली की लाइनों में खराबी शामिल हैं। हालांकि, पैसिफिक पैलिसेड्स के इलाके में बिजली गिरने की कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई है, जिससे इस कारण को नकार दिया गया है। अब जांच का फोकस यूटिलिटी लाइन्स और आगजनी पर है।

प्रभावित इलाके और हॉलीवुड सितारों का नुकसान-

पैसिफिक पैलिसेड्स का इलाका, जहां जेमी ली कर्टिस (Jamie Lee Curtis) और बिली क्रिस्टल (Billy Crystal) जैसे हॉलीवुड सितारों के घर स्थित हैं, आग का मुख्य केंद्र रहा। इन मशहूर हस्तियों के घरों को भारी नुकसान हुआ है।

पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं-

यह पहली बार नहीं है जब कैलिफ़ोर्निया को इस तरह की त्रासदी का सामना करना पड़ा हो। 2017 की थॉमस फायर (Thomas Fire) भी साउदर्न कैलिफ़ोर्निया एडिसन (Southern California Edison) की पावर लाइन्स की वजह से लगी थी। उस आग ने 2 लोगों की जान ली थी और 440 वर्ग मील का इलाका जलाकर राख कर दिया था। हालांकि, इस बार यूटिलिटी लाइन्स को आग का कारण नहीं माना जा रहा है। जांचकर्ता मलबा जलाने (Debris Burning) और पटाखों (Fireworks) के इस्तेमाल जैसी अन्य संभावनाओं को खंगाल रहे हैं।

आग बुझाने में आ रही कठिनाइयाँ-

ईटन और पैलिसेड्स की आग अभी भी नियंत्रण से बाहर है। विशेषज्ञों का कहना है कि जब तक ज्वलनशील सामग्री (Flammable Material) खत्म नहीं होती या मौसम अनुकूल नहीं हो जाता, तब तक आग को रोक पाना मुश्किल होगा।

जलवायु परिवर्तन और लापरवाही के खतरनाक संकेत-

इन वाइल्डफायर घटनाओं ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि जलवायु परिवर्तन (Climate Change) और मानव लापरवाही का प्रभाव कितना विनाशकारी हो सकता है। यह आग न केवल पर्यावरण को, बल्कि इंसानी जीवन और संपत्ति को भी भारी नुकसान पहुंचा रही है।

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