देश की राजधानी दिल्ली को एक नया चेहरा मिल गया है। आम आदमी पार्टी की सरकार में शिक्षा मंत्री का पद संभालने वाली आतिशी को दिल्ली की अगली मुख्यमंत्री के रूप में चुना गया है। आतिशी, दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बनेंगी। उनसे पहले सुषमा स्वराज (बीजेपी) और शीला दीक्षित (कांग्रेस) ने भी इस पद पर कार्य किया है।अरविंद केजरीवाल के करीबी माने जाने वाली आतिशी, कैबिनेट में सबसे महत्वपूर्ण मंत्री रही हैं। उनका नाम पहले से ही मुख्यमंत्री पद की रेस में सबसे आगे था, और अब सभी विधायकों के समर्थन से उनके नाम पर अंतिम मुहर लग गई है।
अरविंद केजरीवाल के बेहद करीबी रहीं आतिशी-
कालकाजी विधानसभा सीट से पहली बार विधायक बनीं आतिशी, केजरीवाल सरकार में कई महत्वपूर्ण विभागों का प्रभार संभाल रही थीं। आतिशी को अरविंद केजरीवाल के बेहद करीबी सहयोगियों में गिना जाता है। जब से केजरीवाल ने इस्तीफा देने का ऐलान किया था, तभी से इस बात की चर्चा थी कि आतिशी को ही अगला मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। अब पार्टी की विधायक दल की बैठक में इस पर औपचारिक रूप से मुहर लग गई है, और आतिशी को दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री चुना गया है।
शिक्षा क्रांति का चेहरा और अब मुख्यमंत्री-
आतिशी का नाम आम आदमी पार्टी में तेजी से उभरा है। दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए उन्हें सबसे ज्यादा श्रेय दिया जाता है। 2013 के विधानसभा चुनाव में आतिशी ने पार्टी का घोषणापत्र तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इसके बाद 2014 में उन्हें पार्टी का प्रवक्ता बनाया गया और 2019 में पूर्वी दिल्ली से लोकसभा चुनाव लड़ा, लेकिन भाजपा के गौतम गंभीर से हार गईं। हालांकि, 2020 के विधानसभा चुनाव में आतिशी ने कालकाजी से चुनाव जीतकर इतिहास रचा। इसके बाद 2023 में उन्हें दिल्ली सरकार में मंत्री बनाया गया और अब 2024 में मुख्यमंत्री बनने जा रही हैं।
आतिशी की शिक्षा और करियर-
आतिशी एक बेहतरीन शिक्षाविद् रही हैं। उनका जन्म 8 जून 1981 को दिल्ली में हुआ था। उनके माता-पिता, विजय कुमार सिंह और त्रिप्ता वाही, दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रोफेसर रहे हैं। आतिशी ने नई दिल्ली के स्प्रिंगडेल स्कूल से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की और सेंट स्टीफंस कॉलेज से इतिहास में स्नातक की डिग्री ली। इसके बाद ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से उन्होंने मास्टर की पढ़ाई की और रोड्स स्कॉलर के रूप में एक और मास्टर डिग्री हासिल की।
आतिशी का राजनीतिक सफर-
आम आदमी पार्टी के गठन के समय से ही आतिशी संगठन में सक्रिय रहीं। अन्ना आंदोलन के दौरान उन्होंने अरविंद केजरीवाल का साथ दिया और पार्टी की नीतियों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया के साथ मिलकर दिल्ली के सरकारी स्कूलों में क्रांति लाने का काम किया। उनके नेतृत्व में दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था में सुधार हुआ और सरकारी स्कूलों की गुणवत्ता में भारी बदलाव आया।
जैविक खेती और समाजसेवा का अनुभव-
आतिशी ने मध्य प्रदेश के एक छोटे गांव में सात साल बिताए, जहां उन्होंने जैविक खेती और प्रगतिशील शिक्षा प्रणालियों पर काम किया। इसके साथ ही, उन्होंने कई गैर-लाभकारी संगठनों के साथ भी काम किया, जिससे उनका समाजसेवा का अनुभव और बढ़ा। यहीं पर उनकी मुलाकात आम आदमी पार्टी के कुछ सदस्यों से हुई और इसके बाद उन्होंने पार्टी के साथ अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की।
मंत्रिमंडल में होगा फेरबदल-
अरविंद केजरीवाल के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद मंत्रिमंडल में भी फेरबदल की संभावना है। आतिशी के मुख्यमंत्री बनने के बाद कैबिनेट में नए चेहरे भी शामिल किए जा सकते हैं। राज कुमार आनंद के इस्तीफे के बाद एक पद खाली है, जिसे अब भरा जा सकता है। आतिशी के नेतृत्व में दिल्ली की नई सरकार से जनता को नई उम्मीदें हैं, खासकर शिक्षा के क्षेत्र में उनके किए गए कार्यों को देखते हुए।