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(Special story) अपनी सुरीली आवाज से सबका दिल जीतने वाले मशहूर सिंगर मोहित चौहान अपनी आंखों में एक्टिंग का सपना पाले मुंबई आये थे लेकिन ये हो नहीं पाया। इसके लिए उन्होंने थिएटर भी किया और वह नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (एनएसडी) का भी हिस्सा रहे। एफटीआईआई (FTII) में भी जाने की सोची, लेकिन वहां एक्टिंग न होने की वजह से उन्होंने अपना इरादा बदल दिया। मोहित चौहान आज यानी 11 मार्च को अपना जन्मदिन मना रहे हैं। मोहित आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। अपनी मेहनत और लगन से उन्होंने बॉलीवुड में धाक जमाई है। उनके इस जन्मदिन के खास मौके पर आइए जानते हैं उनकी जिंदगी से जुड़े कुछ दिलचस्प किस्से..
एक्टर बनना चाहते थे मोहित-
एक इंटरव्यू के दौरान मोहित ने खुद कहा था, ‘मैं तो थिएटर करने के लिए आतुर था। मैं चाहता था कि मैं स्टेज पर नजर आऊं। मैंने अपने जीवन में थिएटर बहुत किया है। मैं 'एनएसडी' का हिस्सा था। मैंने कई स्टेज पर कई सारे नाटक भी किए हैं।’ मोहित चौहान कहते हैं कि मैं हमेशा से चाहता था कि मैं एक अच्छा एक्टर बनूं, लेकिन अफसोस की बात है ऐसा नहीं हो पाया। किस्मत को कुछ और मंजूर था।
मोहित की जिंदगी के बारे में-
‘तुम से ही’ से लेकर ‘कुन फाया कुन’ जैसे दिलकश गानों को आवाज देने वाले मोहित चौहान का जन्म साल 1966 में हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में हुआ था। कृष्णा राणा और बी. के. राणा के बेटे मोहित ने अपनी शुरूआती पढ़ाई दिल्ली से की और बाकी पढ़ाई हिमाचल से पूरी की। उन्होंने भूविज्ञान में अपनी पोस्ट-ग्रेजुएशन धर्मशाला से की। खास बात यह है कि फिल्मों के गानों में अपने आवाज का जादू चलाने वाले मोहित ने संगीत की कोई ट्रेंनिग नहीं ली है। गाने के साथ-साथ उन्हें गिटार और बांसुरी बजाना भी पसंद है।
मोहित चौहान की लाइफ पार्टनर -
इनकी पर्सनल लाइफ की बात करें तो उन्होंने प्रार्थना गहलोत से साल 2012 में शादी की थी। प्रार्थना अंग्रेजी की एक पत्रिका के लिए काम करती हैं और उतराखण्ड के देहरादून शहर की रहने वाली हैं। प्रार्थना काफी खूबसूरत और अट्रैक्टिव नजर आती हैं। वह इतनी स्टाइलिश हैं कि बॉलीवुड एक्टर्स को भी टक्कर देती हैं। दोनों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर छाई रहती हैं।
संगीत के सफर की शुरूआत-
मोहित ने 90 के दशक के दौरान अपने दोस्तों के साथ मिलकर एक बैंड बनाया, जिसका नाम उन्होंने सिल्क रूट रखा था। उनके इस बैंड ने डूबा-डूबा गाना गाया था, जिसे लोग आज भी काफी पसंद करते हैं, लेकिन उनका यह बैंड साल 2000 में बंद हो गया। इसके बाद से मोहित अपनी पहचान बनाने में काफी मेहनत करनी पड़ी। मोहित ने अपने 'गीत डूबा-डूबा रहता हूं' से खासी शोहरत हासिल की। वर्ष 2005 में फिल्म 'मैं, मेरी पत्नी..और वो' से उन्होंने बॉलीवुड में कदम रखा। इसके बाद उन्होंने 'रंग दे बसंती', 'मसकअली' और 'तुम से ही' जैसे हिट गीतों में अपनी आवाज का जादू दिखाया।
ए आर रहमान से मुलाकात-
मोहित चौहान की मुलाकात मशहूर संगीतकार ए आर रहमान से एक अवॉर्ड शो के दौरान हुई थी। इसके बाद पांच के लंबे इंतजार के बाद एआर रहमान ने मोहित चौहान को ब्रेक दिया। और मोहित को ' रंग दे बसंती' गाने का मौका मिला। इस गाने के बाद तो मानों उनकी किस्मत ही खुल गई। उनका यह गाना लोगों को काफी पसंद आया था। इसके बाद वह लोगों के दिलों पर राज करने लगे और एक से बढ़कर बेहतरीन गाने गाए। मोहित चौहान कहते हैं कि एआर रहमान की डांट से उन्हें डर लगता है।
फिल्म फेयर अवार्ड से नवाजे गए-
मोहित को दो बार बेस्ट प्लेबैक सिंगर के अवॉर्ड से नवाजा जा चुका है। उन्हें ये अवॉर्ड ‘दिल्ली 6’ के ‘मसक्कली’ और ‘रॉकस्टार’ के ‘जो भी मैं’ के लिए मिला था उन्होंने हिंदी ही नहीं बंगाली, कन्नड़, मराठी और तमिल और ना जाने कितनी भाषाओं में गाने गाए।
इन गानों से मिली शोहरत-
मोहित चौहान को पहचान मिली जब उन्होंने 'डूबा डूबा' गाना गाया। मोहित ने अपने सिंगर करियर की शुरुआत फिल्म 'मैं, मेरी पत्नी और वो' के गाने से की थी। 2006 में आई फिल्म 'रंग दे बसंती' ने उनके करियर को ऊंचाइयां दीं। रंग दे बसंती में चौहान ने 'खून चला’ गाने को गाया था।
By Ankit Verma
Baten UP Ki Desk
Published : 10 March, 2024, 5:50 pm
Author Info : Baten UP Ki