बड़ी खबरें
शुरुआती उतार-चढ़ाव के बाद बाजार में धीमा कारोबार देखने को मिला। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) द्वारा भारी बिकवाली के चलते निवेशकों की धारणा कमजोर रही। साथ ही हिंदुस्तान यूनिलीवर के निराशाजनक तिमाही परिणामों ने भी बाजार पर दबाव बनाया। बीएसई का सेंसेक्स दिन के दौरान 80,259.82 के उच्चतम और 79,813.02 के न्यूनतम स्तर पर गया, जिसमें 446.8 अंकों का उतार-चढ़ाव देखा गया।
हिंदुस्तान यूनिलीवर के निराशाजनक नतीजे-
हिंदुस्तान यूनिलीवर के शेयरों में लगभग 6% की गिरावट आई, क्योंकि कंपनी ने शहरी बाजारों में मांग में गिरावट के कारण सितंबर 2024 तिमाही के दौरान 2.33% की गिरावट के साथ 2,595 करोड़ रुपये का समेकित शुद्ध लाभ दर्ज किया। इसने एफएमसीजी सेक्टर पर भी दबाव डाला।
नेस्ले, आईटीसी समेत कई बड़े शेयरों में गिरावट-
नेस्ले, आईटीसी, एशियन पेंट्स और टीसीएस जैसे प्रमुख शेयरों में भी गिरावट देखी गई। दूसरी ओर, अदाणी पोर्ट्स, भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) और पावर ग्रिड जैसी कंपनियों के शेयरों में बढ़त रही। अदाणी टोटल के शेयरों ने सबसे अधिक 8% की वृद्धि दर्ज की।
एफआईआई ने 5.6 हजार करोड़ रुपये के शेयर बेचे
बाजार के गिरावट के पीछे प्रमुख कारण विदेशी निवेशकों द्वारा की जा रही बिकवाली मानी जा रही है। बुधवार को एफआईआई ने 5,684.63 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 6,039.90 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
भारतीय बाजार का ऊंचा मूल्यांकन बना चिंता का कारण-
विशेषज्ञों का मानना है कि भारतीय शेयरों का ऊंचा मूल्यांकन और चीन तथा हांगकांग जैसे बाजारों में अपेक्षाकृत सस्ते शेयरों का आकर्षक मूल्यांकन एफआईआई की बिकवाली का कारण है। एनएसडीएल के आंकड़ों के अनुसार, 23 अक्टूबर तक एफआईआई ने 93,088 करोड़ रुपये की निकासी की है।
बाजार में हर तेजी पर बिकवाली का दबाव-
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार के अनुसार, “बाजार में हर तेजी पर बिकवाली देखने को मिल रही है, क्योंकि आय वृद्धि में गिरावट का रुझान बना हुआ है। निकट अवधि में बाजार का ढांचा ‘तेजी पर बिकवाली’ में बदल गया है।”
वैश्विक संकेतक और रुपये की स्थिति-
वैश्विक बाजारों में सियोल, शंघाई और हांगकांग में गिरावट रही, जबकि टोक्यो में बढ़त दर्ज की गई। यूरोपीय बाजार भी सकारात्मक दायरे में रहे। गुरुवार को रुपया डॉलर के मुकाबले सपाट रहकर 84.07 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ। वहीं, ब्रेंट क्रूड 1.99% बढ़कर 76.45 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
निफ्टी की गिरावट से निराश निवेशक-
अंतरराष्ट्रीय संकेतकों और एफआईआई की बिकवाली के बीच बाजार का रुख कमजोर बना रहा। बुधवार को भी सेंसेक्स 138.74 अंक (0.17%) गिरकर 80,081.98 पर और निफ्टी 36.60 अंक (0.15%) गिरकर 24,435.50 पर बंद हुआ था।
Baten UP Ki Desk
Published : 24 October, 2024, 6:31 pm
Author Info : Baten UP Ki