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गोरखपुर और बस्ती मंडल में खुलेंगे 5 हजार दूध कलेक्शन सेंटर, CM योगी करेंगे उद्घाटन

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उत्तर प्रदेश में दुग्ध उत्पादन करने वाले किसानों और गौपालकों के लिए खुशखबरी है। गोरखपुर के गीडा में फैक्टरी लगा रही ज्ञान डेयरी गोरखपुर-बस्ती मंडल में पांच हजार दूध कलेक्शन सेंटर खोलेगी। डेयरी को संचालित करने के लिए हर दिन पांच लाख लीटर दूध की आवश्यकता होगी। करीब एक लाख किसानों से इसके लिए अनुबंध किया जाएगा। पशुपालकों से गुणवत्ता के आधार पर दूध की खरीद होगी और पांच दिनों में उनके खाते में भुगतान किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नवरात्रि में  ज्ञान डेयरी का उद्घाटन करेंगे।

दूध से बने सारे उत्पाद जाएंगे बनाए- 

गोरखपुर के सेक्टर-26 में 20,067 वर्ग मीटर में ज्ञान डेयरी की स्थापना की गई है। पिछले साल ही इसका निर्माण कार्य  आरंभ हुआ था। कंपनी यहां दूध की पैकेजिंग के अलावा छाछ, लस्सी, दही और दूध से बने अन्य उत्पाद भी बनाएगी। इसके लिए हर दिन पांच लाख लीटर दूध की आवश्यकता होगी। अभी गोरखपुर में फैक्टरी को सिर्फ 27 हजार लीटर दूध मिल पाने की उम्मीद है। इसीलिए उद्घाटन के बाद अगले कुछ महीनों तक दूध की आपूर्ति बाराबंकी व लखनऊ में ज्ञान डेयरी के कलेक्शन सेंटर से की जाएगी। लेकिन, इससे दूध की लागत बढ़ जाएगी। इसे देखते हुए कंपनी ने योजना बनाई है कि दूध की खरीदारी गोरखपुर के अलावा देवरिया, कुशीनगर, महराजगंज, संतकबीरनगर, बस्ती और सिद्धार्थनगर जिले के पशुपालकों से की जाएगी।

जिलों में खुलेंगे कलेक्शन सेंटर, गांव में बनेंगी समितियां-

डेयरी को सुचारू रूप से दूध मिल सके इसके लिए सभी जिलों में कलेक्शन सेंटर खोलने का निर्णय लिया गया है। गांव-गांव  पशुपालकों की समितियां भी बनाई जाएंगी। पशुपालक अपने क्षेत्र के कलेक्शन सेंटर पर लाकर दूध बेच सकेंगे। वहां मौजूद कर्मचारी दूध की गुणवत्ता जांच करेंगे। इसी आधार पर दूध की कीमत तय होगी।ज्ञान डेयरी के गोरखपुर महाप्रबंधक जीपी तिवारी के मुताबिक गोरखपुर की फैक्टरी में  हर दिन पांच लाख लीटर दूध की खपत होगी, जिसकी आपूर्ति स्थानीय व आसपास के पशुपालकों से की जाएगी। इसके लिए गांव-गांव में समितियों का गठन किया जाएगा। कलेक्शन सेंटर और उत्पाद बिक्री के लिए आउटलेट भी खोले जाएंगे। एक साल के अंदर एक लाख किसानों से सीधे दूध खरीदने की योजना है।

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