मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोगों को इलाज की आर्थिक चिंताओं से मुक्त कराने के लिए बड़ा ऐलान किया। गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में आयोजित जनता दर्शन में उन्होंने लोगों को आश्वस्त किया कि राज्य सरकार उनकी चिकित्सा जरूरतों में हर संभव सहायता प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि जो भी खर्च आएगा, सरकार उसका वहन करेगी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि जिनके पास आयुष्मान कार्ड नहीं है, उन्हें शीघ्र आर्थिक सहायता मिले और उनके इलाज का पूरा इस्टीमेट शासन को भेजा जाए।
जनसमस्याओं का संवेदनशील निपटारा-
गोरखनाथ मंदिर के परिसर में जनता दर्शन के दौरान मुख्यमंत्री ने करीब 150 लोगों से मुलाकात की और उनकी समस्याओं को सुना। हर व्यक्ति की समस्या के समाधान के लिए मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि जनता की समस्याओं का त्वरित और संतोषजनक समाधान होना चाहिए, ताकि किसी भी व्यक्ति को परेशानी न हो।
संपत्ति विवाद और अन्य मामलों में सरकार का संवेदनशील रवैया-
जनता दर्शन में आए कई लोगों ने संपत्ति विवाद और दबंगई से जुड़े मामले भी उठाए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि ऐसे मामलों में सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। पारिवारिक विवादों के निपटारे के लिए दोनों पक्षों को संवाद से समाधान की सलाह दी गई।
बीमारियों के इलाज के लिए आर्थिक मदद का आश्वासन-
जनता दर्शन में कई लोग गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए आर्थिक सहायता की गुहार लेकर पहुंचे थे। सीएम योगी ने उन्हें भरोसा दिलाया कि उनकी सरकार के विवेकाधीन कोष से किसी भी जरूरतमंद का इलाज बाधित नहीं होगा। उन्होंने एक महिला को मेदांता अस्पताल में इलाज के खर्च को लेकर चिंता न करने का आश्वासन दिया और निर्देश दिया कि डॉक्टर से इलाज का इस्टीमेट लेकर आगे की प्रक्रिया शुरू की जाए।
हर व्यक्ति का बने आयुष्मान कार्ड-
मुख्यमंत्री ने सभी से आयुष्मान कार्ड की सुविधा के बारे में जानकारी ली और अधिकारियों को निर्देशित किया कि हर पात्र व्यक्ति का आयुष्मान कार्ड बनवाना सुनिश्चित किया जाए।
परंपरा निभाते हुए गोसेवा का भी दिया संदेश-
गोरखनाथ मंदिर में प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री ने अपनी परंपरागत दिनचर्या को निभाते हुए गोशाला में समय बिताया। उन्होंने गोरक्षनाथ मंदिर की गोशाला में जाकर गायों की सेवा की और गुड़ खिलाया। इस दौरान उन्होंने गोशाला के कार्यकर्ताओं को गोवंश की देखभाल के लिए जरूरी निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री का यह कदम गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए संजीवनी की तरह है। इस घोषणा से प्रदेश की जनता को एक भरोसा मिला है कि कठिन समय में सरकार उनके साथ खड़ी है।