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उत्तर प्रदेश के श्रमिकों और उनके परिवारों के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में बड़ा कदम उठाते हुए राज्य सरकार ने पांच नए ईएसआई (कर्मचारी राज्य बीमा) मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों के निर्माण की प्रक्रिया शुरू कर दी है। मंगलवार को जारी एक आधिकारिक बयान में बताया गया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यह निर्णय लिया गया है, जिसका उद्देश्य राज्य में श्रमिक वर्ग के लिए गुणवत्तापूर्ण और सुलभ चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराना है।
इन शहरों में खुलेंगे नए मेडिकल कॉलेज व अस्पताल
बयान के अनुसार मेरठ, शाहजहांपुर और बरेली में नए ईएसआई अस्पतालों का निर्माण कार्य तेजी से जारी है। वहीं गोरखपुर और ग्रेटर नोएडा में अस्पतालों के लिए गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (GIDA) और ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण (GNIDA) के माध्यम से भूमि उपलब्ध कराई जा रही है। इसके अलावा ग्रेटर नोएडा और वाराणसी में अत्याधुनिक ईएसआई मेडिकल कॉलेजों की स्थापना की भी योजना है।
109 निजी अस्पतालों में मिल रही कैशलेस सुविधा
फिलहाल प्रदेश के बीमित श्रमिकों को ईएसआई योजना के तहत 109 अनुबंधित निजी अस्पतालों में नकदरहित (कैशलेस) उपचार की सुविधा दी जा रही है। साथ ही, राज्य के सरकारी मेडिकल कॉलेजों और जिला अस्पतालों में रेफरल के माध्यम से उपचार उपलब्ध है, जिसका खर्च ईएसआई योजना के तहत प्रतिपूर्ति किया जाता है।
टीबी उपचार व स्वास्थ्य शिविर भी हो रहे संचालित
ईएसआई योजना के तहत टीबी के इलाज के लिए डॉट्स सेंटर के माध्यम से मुफ्त जांच और उपचार उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके अलावा राज्य में विभिन्न स्थानों पर स्वास्थ्य शिविर आयोजित कर रोगों की रोकथाम और स्वास्थ्य संवर्धन के प्रयास किए जा रहे हैं। चिकित्सा अवकाश प्रमाणन की सुविधा भी योजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
12 नए औषधालय और अत्याधुनिक उपकरणों की मंजूरी
राज्य में ईएसआई के तहत 12 नए औषधालयों की स्थापना प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए 237.50 लाख रुपये और 2025-26 के लिए 80.90 लाख रुपये के आधुनिक चिकित्सा उपकरणों की मंजूरी भी मिल चुकी है, जिससे अस्पतालों में उच्च स्तरीय चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराई जा सकेंगी। इसके अलावा निदेशालय में 1 अप्रैल से ई-कार्यालय प्रणाली को भी गो-लाइव कर दिया गया है, जिससे प्रशासनिक कार्य अधिक डिजिटल और पारदर्शी हो जाएंगे।
सरकार का लक्ष्य—श्रमिकों को सर्वोत्तम चिकित्सा सेवा
सरकार का कहना है कि स्वास्थ्य ढांचे के विस्तार और आधुनिकीकरण को आगामी वर्षों में सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है, ताकि प्रदेश के श्रमिकों को सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधाएं मिल सकें। ईएसआई मेडिकल कॉलेजों की स्थापना से चिकित्सा शिक्षा को भी नई दिशा मिलेगी और क्षेत्रीय स्वास्थ्य सेवाओं में उल्लेखनीय सुधार होगा।
Baten UP Ki Desk
Published : 10 June, 2025, 7:07 pm
Author Info : Baten UP Ki