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अगर दे रहे हैं पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा, तो ये बातें जानना है बेहद ज़रूरी

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उत्तर प्रदेश सरकार ने इस बार सिपाही भर्ती परीक्षा के आयोजन में पारदर्शिता और सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। सरकार की मंशा है कि भर्ती प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी न हो, और इसके लिए उन्होंने पूरे प्रदेश की पुलिस और प्रशासनिक मशीनरी को लगा दिया है। पहली बार यूपी पुलिस सिपाही भर्ती में सुरक्षा के इतने कड़े इन्तिज़ामों को देखते हुए कई तरह के बदलाव भी किए जा रहे हैं। परीक्षा के प्रश्नपत्र से लेकर परीक्षा केंद्रों तक हर स्टेप की निगरानी की जा रही है। परीक्षा केंद्रों की सुरक्षा में एसटीएफ और जिला पुलिस की तैनाती की गई है। खास बात यह है कि परीक्षा केंद्र के हर कमरे में सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से निगरानी की जा रही है, जो प्रदेश मुख्यालय के कंट्रोल रूम से जुड़े होंगे। इससे यह सुनिश्चित किया जाएगा कि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी न हो।

चार अलग-अलग एजेंसियों को सौंपा गया काम-

पिछली बार की गलतियों से सबक लेते हुए, इस बार परीक्षा की पूरी प्रक्रिया को चार अलग-अलग एजेंसियों को सौंपा गया है। पहली एजेंसी प्रश्नपत्र तैयार करने और उसे कोषागार तक पहुंचाने का काम करेगी। दूसरी एजेंसी परीक्षा केंद्रों तक प्रश्नपत्र पहुंचाने की जिम्मेदारी निभाएगी। तीसरी एजेंसी परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा, फ्रिस्किंग, बायोमेट्रिक कैप्चर, और सीसीटीवी निगरानी की देखरेख करेगी। चौथी एजेंसी ओएमआर शीट की स्कैनिंग और रिजल्ट की तैयारी का काम करेगी।

अपराधियों पर की जा रही है निगरानी-

पेपर लीक रोकने के लिए प्रदेश सरकार ने इस बार 1541 अपराधियों की निगरानी की है, जिनमें कुछ पुराने और कुख्यात अपराधी भी शामिल हैं। इसके अलावा, 10 टेलीग्राम चैनलों पर एसटीएफ की विशेष नजर है, जो परीक्षा में धांधली कराने का दावा कर रहे थे। सरकार की कोशिश है कि किसी भी हालत में पेपर लीक न हो, और इसके लिए कोषागार से लेकर परीक्षा केंद्र तक सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।

एडमिट कार्ड ही बस टिकट-

सरकार ने अभ्यर्थियों की सुविधा का भी खास ख्याल रखा है। सभी अभ्यर्थियों को उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग की बसों में निशुल्क यात्रा की सुविधा दी गई है। इसके लिए उनका एडमिट कार्ड ही उनका टिकट माना जाएगा। इसके अलावा, परीक्षा केंद्र पर समय से पहुंचने के लिए सभी अभ्यर्थियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे सप्लीमेंट्री कागजात के साथ ढाई घंटे पहले परीक्षा केंद्र पर पहुंचें।

पुलिस सिपाही भर्ती 2024 एक नई मिसाल-

उत्तर प्रदेश पुलिस सिपाही भर्ती 2024 एक नई मिसाल कायम करने जा रही है। इस बार सरकार ने सुरक्षा और पारदर्शिता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है, ताकि हर योग्य अभ्यर्थी को निष्पक्ष और सुरक्षित माहौल में परीक्षा देने का अवसर मिल सके। भर्ती प्रक्रिया में किए गए ये बदलाव न केवल इस परीक्षा को सफल बनाएंगे, बल्कि भविष्य में होने वाली अन्य परीक्षाओं के लिए भी एक मानक स्थापित कर सकेंगे।

यूपी पुलिस भर्ती के पेपर लीक की चर्चा-

यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर एक बार लीक हो जाने के बाद से ही सिर्फ यूपी में ही नहीं बल्कि पूरे देश में चर्चा का विषय बना था। यूपी पुलिस सिपाही भर्ती की लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि देश के 26 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों के 6.3 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने इस परीक्षा के लिए आवेदन किया है। इनमें बिहार से सबसे ज्यादा 2.67 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। 

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