उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले में ऐसे करीब 8 हजार राशनकार्ड धारकों की पहचान की गई है, जिन्होंने लगातार पांच महीने से सरकारी कोटे से राशन नहीं लिया है। अब इनके राशनकार्ड निरस्त करने की प्रक्रिया तेज हो चुकी है। विभाग की ओर से इन सभी कार्डधारकों की सूची तैयार कर ली गई है और जांच में पुष्टि होने के बाद इनके कार्ड रद्द कर नए पात्र लाभार्थियों को मौका दिया जाएगा।
क्यों निरस्त किए जाएंगे राशनकार्ड?
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून के तहत, यदि कोई कार्डधारक लगातार पांच महीने तक राशन नहीं लेता है, तो उसका राशनकार्ड निरस्त करने का प्रावधान है। विभाग के अनुसार, ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि जो पात्र लोग राशन का लाभ नहीं ले रहे हैं, उनकी जगह नए योग्य लोगों को यह सुविधा दी जा सके। इसी प्रक्रिया के तहत, 8 हजार राशनकार्ड धारकों को चिन्हित किया गया है।
नए राशनकार्ड के लिए आवेदन शुरू-
जुलाई से अब तक, करीब 2 हजार नए राशनकार्ड बन चुके हैं, और नए कार्डों के लिए प्रक्रिया जारी है। निरस्त राशनकार्ड धारकों की जगह नए आवेदकों को राशन कार्ड जारी किए जा रहे हैं, ताकि जरूरतमंद लोग इस सुविधा का लाभ उठा सकें।
आयकरदाता भी उठाते रहे हैं मुफ्त राशन का लाभ-
विभाग की जांच में एक और गंभीर मामला सामने आया है। करीब 5 हजार ऐसे राशन कार्ड धारक मिले हैं जो आयकरदाता होते हुए भी मुफ्त राशन का लाभ उठा रहे थे। जांच के बाद इनमें से करीब 4 हजार कार्ड निरस्त कर दिए गए हैं। शेष कार्डधारकों की जांच जारी है, और जल्द ही उनके कार्ड भी निरस्त किए जा सकते हैं।
जांच में सामने आए अपात्र लोग-
जिला आपूर्ति अधिकारी के अनुसार, कुछ लोग अपात्र होते हुए भी राशनकार्ड बनवा लेते हैं, लेकिन वे इसका उपयोग नहीं करते। ऐसे ही करीब 8 हजार लोगों को चिन्हित किया गया है, जो पांच माह से लगातार राशन नहीं ले रहे हैं। अब इनके कार्ड को निरस्त करने की प्रक्रिया तेजी से चल रही है।