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आजकल एक खबर बहुत वायरल हो रही है। हो सकता है कि आपने भी देखी हो और इस खबर को लेकर लोगों में काफी चर्चा के साथ ही भय भी। आपने भी सुना होगा, पत्ता गोभी में कीड़ा होता है और वो दिमाग में घुस जाता है। इसी डर से हजारों या उससे भी ज्यादा लोग पत्ता गोभी खाना छोड़ रहे हैं। तो क्या सच में पत्ता गोभी में कीड़ा होता है और वो सच में हमें नुकसान पहुंचा सकता है क्या है पूरा मामला विस्तार से जानते हैं। आपने अक्सर सुना होगा कि हरी सब्जियां खाने से हमारा स्वास्थ्य अच्छा रहता है। ऐसा आपने डॉक्टरों से भी सुना होगा। पत्ता गोभी को इंग्लिश में CABBAGE और फूल गोभी को cauliflower कहते हैं। लेकिन पत्ता गोभी और फूल गोभी एक ही प्रजाति की सब्जियां हैं। पत्ता गोभी में निकलने वाले कीड़े को टेपवर्म या फीताकृमि कहते हैं।
क्या होते हैं टेपवर्म ?
सर्दियों के मौसम में सब्जियों की खूब पैदावार होती है। इस मौसम में हरी मटर, गाजर, पालक, शिमला मिर्च, पत्तागोभी, फूलगोभी, मूली और अलग-अलग तरह की पत्तेदार सब्जियों की भरमार हो जाती है। इसमें कोई शक नहीं है कि सब्जियां खाने से स्वास्थ्य को अनगिनत फायदे होते हैं, लेकिन गोभी,पत्ता गोभी और पालक,मूली और गाजर जैसी कुछ सब्जियां ऐसी हैं जिनमें टेपवर्म (Tapeworms) यानी परजीवी कीड़े पाए जाता हैं। जो सेहत को गंभीर नुकसान पहुंचा सकते हैं।टेपवर्म बारिश के पानी या और किसी वजह से जमीन में पहुंचता है और कच्ची सब्जियों के जरिए फिर हम तक पहुंचता है. पेट में पहुंचने के बाद ये कीड़ा सबसे पहले आंतों, फिर ब्लड फ्लो के साथ नसों के जरिए दिमाग तक पहुंचता है। इसका लार्वा दिमाग को गंभीर चोट पहुंचा सकता है।
ये आंतों में जाने के बाद ब्लड फ्लो के साथ शरीर के अन्य हिस्सों और मस्तिष्क में पहुंच सकता है। ये बहुत छोटा होता है। हमें नग्न आंखों से दिखाई नहीं देता. ये सब्जी उबालने और अच्छी तरह से पकाने से मर सकता है. बहुत से लोग इसके अधिक सामान्य किस्मों को पहचानते हैं, जैसे कि टेपवर्म और हुकवर्म। हुकवर्म छोटे (0.5 इंच से कम लंबे) परजीवी कीड़े होते हैं जो छोटी आंतों में संक्रमण पैदा कर सकते हैं।
यह कीड़ा आमतौर पर जानवरों के मल में पाया जाता है, जो कई अलग-अलग कारणों से पानी के साथ जमीन में पहुंच जाता है। बारिश के पानी या गंदे पानी के रूप में इसके जमीन में पहुंचने की सबसे ज्यादा आशंका रहती है। यही वजह है कि कच्ची सब्जियों के माध्यम से हमारे शरीर में इस कीड़े के पहुंचने की सबसे ज्यादा आशंका रहती है। इसके अलावा संक्रमित मिट्टी के माध्यम से और ऐसा दूषित पानी, जिसमें टेपवर्म के अंडे हों, से भी इसके संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। एक अमेरिकी वेबसाइट maine.gov के अनुसार, यह गोभी, केल, फूलगोभी और ब्रोकोली जैसी सब्जियों में पाए जाते हैं। डॉक्टर्स के अनुसार सबसे ज्यादा खतरा सलाद के रूप में कच्ची पत्तागोभी खाने या चाइनीज फास्टफूड और बर्गर में कच्ची पत्तागोभी और सॉस की टॉपिंग में है। ये कीड़ा पत्तों में इस तरह लिपटा रहता है कि कई बार पत्ते काटने पर भी नहीं कट पाता।
टेपवर्म की वजह से कौन से रोग होते हैं -
1 -maine.gov की एक रिपोर्ट के अनुसार, गोभी के पत्तों में पाए जाने वाले टेपवर्म आपके दिमाग को नुकसान पहुंचा सकते हैं। ऐसा माना जाता है कि परजीवी कीड़े दिमाग में घुस जाते हैं और सिस्टीसर्कोसिस (Cysticercosis) नामक बीमारी का कारण बनते हैं। यह एक संक्रमण है जो दिमाग को संक्रमित कर सकता है और सिरदर्द और दौरे का कारण बन सकता है।
2 -तो वही webmd की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह छोटे कीड़े इतने घातक होते हैं कि यह आपके लीवर और मांसपेशियों को भी प्रभावित कर सकते हैं, जिससे सूजन हो सकती है और मांसपेशियों में सिस्ट यानी गांठ बना सकते हैं। सिस्टीसर्कोसिस बीमारी की सबसे बुरी बात यह है कि आप अंदाजा नहीं लगा पाएंगे कि आपको बार-बार सिरदर्द और सूजन क्यों हो रही है।
3 मेयोक्लिनिक की रिपोर्ट के मुताबिक, यह कीड़े दिमाग और लीवर को तो नुकसान पहुंचाते ही हैं लेकिन सबसे डरावनी बात यह है कि यह परजीवी आंतों में पहुंचकर अपनी संख्या को बढ़ा सकते हैं, जीसे आंतों को गंभीर नुकसान हो सकता है। इससे आपको दस्त, वजन कम होना, पेट दर्द, गैस बनना आदि की समस्या हो सकती है।
इससे बचाव के उपाय-
1 -पत्ता गोभी को अच्छे से काटने के बाद तेज धार के नल में काफी देर तक धोना चाहिए। नल से पानी का बहाव काफी तेज होना चाहिए ताकि यदि पत्तों में कीड़ा हो पाने के साथ बहकर निकल सकें ।
2 -इसके बाद कटी हुई पत्तागोभी को उबलते हुए पानी से धोना चाहिए ताकि यदि तेज धार के पानी से भी कीड़ा ना निकला हो तो गर्म पानी से निकल सके। सब्जी बनाते समय चूल्हे की आंच बढ़ाकर इसे औसत से ज्यादा समय तक गर्म करना चाहिए। ताकि यदि अभी भी टेपवार्म सब्जी में हो तो वह जीवित ना बचे।
3- घर से बाहर कच्चा सलाद, चाइनीज फ़ूड या बर्गर जैसी चीजें खाने से बचना चाहिए। या खाने से इन सभी को 10-15 मिनट गर्मपानी में नमक डालकर रख दें उसके बाद इस्तेमाल करें। लेकिन बहुत ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है। थोड़ी सावधानी बरत कर इससे बचा जा सकता है।
सीनियर प्रोड्यूसर
Published : 28 November, 2023, 5:06 pm
Author Info : राष्ट्रीय पत्रकारिता या मेनस्ट्रीम मीडिया में 15 साल से अधिक वर्षों का अनुभव। साइंस से ग्रेजुएशन के बाद पत्रकारिता की ओर रुख किया। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया...