बड़ी खबरें

जीएसटी सुधारों के एलान से बाजार गुलजार; सेंसेक्स 1000 अंक से ज्यादा उछला, निफ्टी 25000 के करीब 9 घंटे पहले 'सरकारी संपत्ति तोड़ने का अधिकार नहीं, निर्णायक कार्रवाई करनी पड़ेगी', ओम बिरला की विपक्ष को चेतावनी 9 घंटे पहले 'नाटो में शामिल नहीं होगा यूक्रेन, क्रीमिया भी वापस नहीं मिलेगा', जेलेंस्की से बैठक से पहले ट्रंप का बयान 9 घंटे पहले

दोपहर में एक घंटे बंद रहेंगे रामलला के कपाट, श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बनेगा सुग्रीव पथ

Blog Image

अयोध्‍या में रामलला के दर्शन करने जाने वाले श्रद्धालु ध्यान दें। भगवान के दर्शनों के समय में बदलाव का फैसला लिया गया है। जिसके मुताबिक 16 फरवरी से रामलला दोपहर 12 बजे से डेढ़ बजे तक विश्राम करेंगे और इस दौरान मंदिर के पट बंद रखे जाएंगे। राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के बाद राम भक्तों के जन सैलाब को देखते हुए रामलला के पट, दर्शन के लिए सुबह 7:00 बजे से रात्रि 10:00 बजे तक अनवरत खोल दिए गए थे। दरअसल भगवान रामलला 5 वर्षीय बालक के रूप में राम जन्मभूमि परिसर में विराजमान हैं। इसलिए लगातार दर्शन अवधि के कारण उनको भी विश्राम नहीं मिल रहा है। इसीलिए दोपहर में पट बंद करने का फैसला लिया गया है।

श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बनेगा सुग्रीव पथ-

अयोध्या में 22 जनवरी को हुई रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से ही यहां लाखों श्रद्धालुओं का आना लगातार जारी है। जिसके चलते अक्सर शहर में जाम की समस्या पैदा होने लगी है। इसी को ध्यान में रखते हुए योगी सरकार ने ‘सुग्रीव पथ’ के निर्माण का फैसला किया है। जो हनुमान गढ़ी मंदिर को राम जन्मभूमि मंदिर से जोड़ेगा। 290 मीटर लंबे इस मार्ग का उद्देश्य भक्तों को राम मंदिर तक पहुंचने के लिए एक आसान मार्ग प्रदान करना है।

 11.8 करोड़ की लागत से सुग्रीव पथ का होगा निर्माण-

अयोध्या में बनने वाले सुग्रीव पथ के निर्माण की अनुमानित लागत 11.81 करोड़ रुपये आंकी गई है। जिसमें से 5.1 करोड़ रुपये भूमि अधिग्रहण के लिए निर्धारित किए गए हैं। जबकि बची हुई धनराशि से 17 मीटर की चौड़ाई वाला कारिडोर बनाया जाएगा। इसमें एक पांच मीटर का फुटपाथ भी बनाया जाएगा, ताकि पैदल चलने वाले भक्तों को मुश्किल ना हो। सुग्रीव पथ के निर्माण की जिम्मेदारी लोक निर्माण विभाग को सौंपी गई है। सुग्रीव पथ के निर्माण के लिए पहले भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। इसके बाद निर्माण कार्य प्रारंभ होगा।

अन्य ख़बरें

संबंधित खबरें